30 अप्रैल 2012

आतंकी हमले से बचने की तेयारी में जुटा लन्दन, मिसाइलो को तेनात किया,

आतंवाद की लपटे पूरी दुनिया में फेल चुकी हें, 3 महीने बाद ब्रिटेन के लन्दन में होने वाले ओलंपिक खेलों के दौरान आतंकी हमलो की धमकी मिली थी,इसके लिए ब्रिटेन ने हवाई और जमीनी आतंकी हमले के खतरे से बचाव के लिए लंदन में सेना सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलो एवं सभी उची इमारतो पर सैनिकों की तैनाती की तेयारी कर रही है, ओलंपिक के लिए बहुस्तरीय सुरक्षा योजना के लिए जमीन आधारित हवाई रक्षा प्रणालियां तैनात करने की तेयारी हो चुकी हैं जिनमें तेज गति वाले जेट विमान और हेलीकॉप्टर शामिल होंगे।इन प्रणालियों से खेलों के दौरान लंदन की हवाई सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी।रक्षा मंत्रालय का कहना है कि प्रक्षेपास्त्र अंतिम विकल्प के तौर पर ही दागे जाएंगे ।
 लेकिन इस फैसले से लन्दन के निवासी खुश नहीं हैं,और उनमे खोफ फेला हुआ हें,उनके अपार्टमेंटो की छतो पर मिसाइल और  भारी हथियार तेनात करने से और सेना की आवाजाही से उन लोगो में डर बेठा हुआ हें, वेसे लन्दन ओलम्पिक को सफल और सुरक्षित बनाने के लिए वहा की सरकार पूरी तरह से जुटी हुयी हें, और सारी दुनिया की नजरे लन्दन पे टिकी हुयी हें,। 

29 अप्रैल 2012

अजमेर दरगाह व् अन्य धार्मिक स्थल में होती, ऐसी हरकतों पर रोक लगनी चाहिए .

मशहुर धर्मस्थलो पे आने वाले जायरीनो या भक्तो के साथ वहाँ मंडराते मुल्ले मोलवी और पण्डे पुजारियों द्वारा आये दिन मारपीट की जाती हें,या गाली गलोज की जाती हें,और ऐसी हरकतों के लिए मुस्लिमो में अजमेर दरगाह और हिन्दुओ में पुष्कर मशहुर हें,और ये सब इसलिए की वो उनके कहे अनुसार चढावा नही चढाते हें, पिछले दिनों मेरी आँखों के सामने दरगाह जियारत के लिए मुंबई से आए जायरीन परिवार के साथ खादिम( एक तरह से मुस्लिम पंडित ) युवकों ने मारपीट की। विवाद जायरीन युवती पर आपत्तिजनक कमेंट्स को लेकर हुआ था। मुंबई निवासी जफर पुत्र अब्दुल ने शिकायत दर्ज कराई है कि बुधवार को वह परिवार के साथ दरगाह जियारत के लिए आया था। 
दरगाह गेट के निकट फूल, प्रसाद की दुकान पर सामान खरीद रहा था, तभी वहां खड़े युवकों ने परिजन महिला पर आपत्तिजनक फब्तियां कसी थीं। दरगाह में ऐसी हरकते करने में इन्हे जरा भी शर्म नही आई होगी क्यों की ये इनके रोज का काम हें,विरोध करने पर खादिम युवकों ने मारपीट शुरू कर दी। मारपीट में जफर कादर, पंद्रह वर्षीय आफरीन, सिकंदर और नूरजहां के चोटें आई। अजमेर दरगाह में ऐसी हरकते रोज होती हें, धार्मिक स्थलों पर ऐसी हरकते होना हमारी संकुचित मानसिकता को जाहिर करता हें,और इस पर दरगाह कमेटी और प्रशासन  का कोई कारवाही न करना उन लोगो के होसले और बुलंद ही करता हें, ऐसी हरकतों पर तुरंत रोक लगाने के लिए दोनों को कारवाही करनी चाहिए,,,,,,,,,,,

28 अप्रैल 2012

पेट्रोल के दाम फिर 3-4 रूपये बढ़ेंगे, - 25000 हजार करोड़ रूपये सालाना कमाने वाली कंपनिया घाटे में केसे हे ? ये कोई समझता हो तो मुझे भी समझाए....

 आम आदमी की कमर तोड़ने के लिए सरकार ने फिर से तेयारी कर ली हें,और साथ ही इस सरकार ने खुद के ताबूत में एक और किल ठोक ली हें,हो सकता है कि आज ही इसका एलान हो जाए.पेट्रोल के दाम में एक बार फिर बढ़ोतरी तय है. हर लीटर के लिए लोगो के जेब से कम से कम तीन रुपए काटे जाएंगे.बहुत टाइम से तेल कंपनियां घाटे का रोना रो रही हैं लेकिन,पर अगर आप इन कंपनियों की तिमाही की या सालाना बेलेंस शीट देखेंगे तो पता चलेगा,की घाटे का रोना रो रही इन कंपनियों ने मार्च 2010-11 का कुल फायदा 25000 /- हजार करोड़ रूपये से भी ज्यादा था,और शेयर मार्केट में इनके शेयर देखो तो हमेशा टॉप पर ही नजर आयेंगे, पर इतने वक़्त तो इन पर इनके माई बाप सरकार का दबाव था,क्यों की सरकार को कभी राज्यों के चुनावों की चिंता सता रही थी, तो कभी सहयोगियों का विरोध दबा रहा था, लेकिन,अब जब, सब निपट गया तो सरकार ने भी हाथ उठा दिए हैं,दिवालिया पाक में तो पेट्रोल 51 रूपये लीटर हे,आसपास के सारे देशो में पेट्रोल के दाम कम हें,एशिया में सिर्फ भारत में पेट्रोल डीजल सबसे ज्यादा महंगा हें,
तेल कंपनियों का कहना है कि हमें पेट्रोल के एक लीटर पर 6 रुपए 43 पैसे का नुकसान होता है.अगर बिक्री कर जोड़ दें तो घाटे से बचने के लिए कीमत 7 रुपए 72 पैसे प्रति लीटर तक बढ़ाने होंगे.पर क्या करे घाटे के बावजूद इन तेल कंपनियों को आम लोगों की भी चिंता है इसलिए फिलहाल हर लीटर पर बस 3-4 रुपए तक ही कीमत बढ़ाएंगे.में कहूँगा की इस बार विरोधी दल या कोई संगठन नही देश की सारी जनता उतरे सडको पर,और इस लुटेरी और घोटाले बाज़ सरकार को इसकी ओकात याद दिलाये.......

किस किस पर लगाएगी रोक सुप्रीम कोर्ट ? आज तक नही लग सकी रोक तो अब केसी रोक ?

सुप्रीम कोर्ट ने फर्जी सिम कार्ड की बिक्री रोकने के उपाय के लिए 3 लोगो की एक कमेटी घठित की हें,ये कमेठी सभी मोबाईल कंपनियों के अधिकारियो के साथ मिल कर इसके उपाय करेगी,इस से फर्जी सिमों की बिक्री पर रोक लगेगी,यहा पर कोर्ट से माफ़ी चाहूँगा,की रोक भारत में रिश्वत लेने पर भी लगी हें पर रिश्वत रोज ली जा रही हें,रोक तो अवैध खनन पे भी लगी हें,पर अवेध खनन रोज हो रहा हें,रोक तो देश की पुरा संपदा को विदेश भेजने पर भी हें,पर रोज मूर्तियों और पुरा संपदा की तस्करी हो रही हें,और विदेश भेजी जा रही हें,यहा रोक से कुछ हासिल नही होने वाला,यहा तो ये सिलसला हें की रोक सको तो रोक लो, इसलिए केवल कमेटी बनाने से कुछ नही होगा,क्यों की ये मुद्दा रास्ट्रीय सुरक्षा का हें,फर्जी सिमों का इस्तेमाल ज्यादातर या तो आतंकी करते या अपराधी,इसलिए इसके लिए कोई कारगर निति जरुरी हें,वरना कमेटिया बनती रहेगी और अपराधी और आतंकी इन फर्जी सिमों का इस्तेमाल करते रहेंगे,और जिनके नाम से ये खरीदी गयी होंगी,उनका जीना हराम ये पुलिस विभाग करता रहेगा,..............

27 अप्रैल 2012

अंतरिक्ष में लम्बी छलांग भारत की......

अन्तरिक्ष में एक और छलांग आज भारत ने लगायी,आज भारत ने अन्तरिक्ष मिशन में एक अहम् कामयाबी हासिल की हें,आज भारत ने भारत में ही बना हुआ स्पाई सेटलाइट रिसेट वन का सफल प्रक्षेपण किया,इस सेटलाइट रिसेट वन से अब भारत में हर मोसम चाहे बरसात हो या बादल,केसे भी मोसम में ये उपग्रह सारी साफ़ तस्वीरे धरती पर भेजेगा,इस से मोसम के विश्लेषणमें जानकारी मिलेगी, इस से पहले देश एक विदेशी उपग्रह पर निर्भर था जो बरसात या सर्दी में बादलो के कारण साफ़ तस्वीरे नही भेज पाता था,जिस से सही सुचना नही मिल पाती थी,
धीरे धीरे भारत हर मामलो में आत्मनिर्भर होता जा रहा हें,पहले देश को किसी भी उपग्रह प्रक्षेपण के लिए भी विदेशो का मुह ताकना पड़ता था,पर अब हालत बदल रहे हें, अभी कुछ दिन पहले ही भारत ने अग्नि - 5 अंतर महाद्वीपीय मिसाइल का सफल परिक्षण किया था.जिस पडोसी मुल्को में हडकंप मच गया था,ख़ास कर पाक और चीन में...............

बढते कदम विकास की और 800 मेगावाट की ''पन बिजली'' योजना शुरू .......

बिहार में नितीश सरकार के आने के बाद बिहार विकास की राह पर तेजी से बढ़ रहा हें,विकास में एक और नई कड़ी हें,''पन बिजली परियोजना'',
बिजली की किल्लत झेल रहे बिहार में करीब 800 मेगावाट की कुल 25 पनबिजली परियोजनाओं के प्रस्ताव पर विभिन्न स्तरों पर काम जारी है.
बिहार में वर्तमान में 54 मेगावाट की स्थापित जल विद्युत क्षमता है, और 33 मेगावाट की विभिन्न पनबिजली परियोजनाओं का काम जारी है,और करीब 800 मेगावाट की 25 अन्य पनबिजली परियोजनाओं के योजना पर काम चल रहा है.
सुपौल जिले में कोसी नदी पर बहुप्रतिक्षित 130 मेगावाट की डागमारा पनबिजली परियोजना का विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन (डीपीआर) केंद्र सरकार को भेज दिया गया है,जिसकी स्वीकृति मिल जाने पर काम शुरू कर दिया जाएगा.
पहले डागमारा परियोजना के पहले प्रस्ताव के कारण नेपाल क्षेत्र में डूब की स्थिति पैदा होने को देखते हुए केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण एवं केंद्रीय जल आयोग द्वारा परियोजना रिपोर्ट को स्वीकृत नहीं किया गया था,और परियोजना को नदी में और नीचे की तरफ विस्थापित किए जाने का सुझाव दिया था,जिसके बाद मेसर्स वाप्कोस से दुबारा डीपीआर तैयार करा,अनुमोदन के लिए केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण को भेज दिया गया है.
इस परियोजना के लिए एशियाई विकास बैंक अपना पैसा देगा.

26 अप्रैल 2012

एक और पाकिस्तानी सेलेब्रिटी,महान गजल गायक महंदी हसन,इलाज के लिए भारत के रहमो करम पर....

लंबी बीमारी से जूझ रहे गजल सम्राट मेंहदी हसन को इलाज के लिये भारत आने का वीजा आखिर भारत ने दे दिया. राजस्थान सरकार उनके इलाज के लिये पूरी मदद का आश्वासन पहले ही दे चुकी है.क्यों की राजस्थान के झुंझुनू में ही हसन का जन्म हुआ था,और बटवारे के बाद वो पाक चले गये,
तीन महीने पहले कराची के आगा खान अस्पताल में गंभीर हालत में हसन को भर्ती कराया गया था,हसन के फेफड़ों में संक्रमण हो गया था,और उन्हें लंबे समय से इलाज के लिए भारत लाने की तेयारी चल रही थी और अब जल्दी ही वो अपनी जन्मभूमि पर होंगे.पाक ने अभी तक किसी तरह की कोई मदद नही की हें, 
अभी तो मुंबई और दिल्ली के लिये 30 दिन का वीजा सरकार ने दिया हें,जिसकी तारीख हसन को अस्पताल में भर्ती कराने के बाद बढ़ाई जा सकती है.
उनके साथ दो मेडिकल अटैंडेंट, उनका बेटा आरिफ और उसकी बीवी,और पोता भारत आयेंगे. कराची के आगा खान अस्पताल में लंबे समय से उनका इलाज कर रहे डॉक्टर अजीज सोनावाल ने उन्हें भारत ले जाने की अनुमति दे दी है,लेकिन उन्हें आम फ्लाइट से नहीं बल्कि एयर एंबुलैंस से ले जाना होगा.
हसन के बेटे का कहना हें की राजस्थान सरकार ने उन्हें इलाज में पूरी मदद का वादा किया है.’उनका इलाज दिल्ली के फोर्टिस अस्पताल में होगा,उनके बेटे कहा की वो भारत और राजस्थान सरकार के शुक्रगुजार हें, उनके बेटे के अनुसार अभी उनकी तबीयत स्थिर है. तीन महीने पहले हालत काफी बिगड़ गई थी,वो इंतजार कर रहे थे कि वे थोड़ा ठीक हो तो भारत लाया जाया जा सके,मेहदी हसन आखिरी बार 2005 में भारत आये थे जब दिल्ली में उनका आयुर्वेदिक उपचार कराया गया था.एक तरफ जहाँ भारत में असहाय हजारो लोगो का इलाज रोजाना मुफ्त में किया जाता हें,और दूसरी तरफ महंदी हसन के हालात पाक के बिगड़ते हालात की तरफ इशारा करते हें,.........

''बिल्ली को दूध की रखवाली'' - सी.बी.आई.को जाँच....

थलसेनाध्यक्ष जनरल वी.के. सिंह और लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) तेजिंदर सिंह के बीच जारी विवाद बुधवार को सर्वोच्च न्यायालय में पहुंच गया. तेजिंदर सिंह ने सेना द्वारा रक्षा मंत्रालय के फोन की जासूसी करने में सेना प्रमुख की भूमिका की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग की है.
जनरल वी.के. सिंह ने पिछले दिनों लेफ्टिनेंट जनरल तेजिंदर सिंह पर आरोप लगाया कि टाट्रा ट्रकों के एक सौदे को मंजूरी देने के लिए उन्होंने रिश्वत की पेशकश की थी.(उनके पास इसके पुख्ता सबूत भी हें) सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल ने न्यायालय से मांग की है कि वह सीबीआई को जनरल वी.के. सिंह के आवास की तलाशी लेने और उन सभी दस्तावेजों को जब्त करने के निर्देश दे जो उनके जीवन और आजादी को खतरे में डाल सकते हैं.तेजिंदर सिंह अगर ईमानदार हें,तो उन्हें इतना घबराने की जरुरत क्या हें,और उन्हें किस चीज का डर हें ?जो वह वि.के.सिंह के घर की तलाशी की बात कर रहे हें,?और सी.बी.आई.तो वेसे भी केंद्र के हाथो की कठपुतली हें,ये वो ही बात हुयी की ''बिल्ली को दूध की रखवाली'' सोपने जेसी, और वेसे उन्होंने कुछ गलत नही किया रक्षा मंत्रालय के फोन टेप कर के,उन्होंने तो आम जनता को रूबरू करवाया की सेना की इस समय क्या हालत हें इन नेताओ की वजह से,और टेप मामले में तो उन्हें कुछ कहने की जरुरत ही नही हे,देश की सुरक्षा के लिए जो जरुरी हो वो सेना करे रक्षा विभाग क्या प्रधान मंत्री रास्ट्रपति के भी फोन टेप करे, 
तेजिंदर सिंह का आरोप हैकि जनरल वी.के. सिंह ने नक्सल प्रभावित इलाकों में अभियान चलाने के लिए सरकार द्वारा की गई सेना की मांग पर नक्सली समस्या के बारे में राजनीतिक बयान देकर सेवा नियमों का उल्लंघन किया था.ये तो सभी जानते हें की इन नक्सलियों को कोन पाल रहा हें,और इन हालातो के लिए कोन जिम्मेदार हें,केंद्र जब चाहे नक्सलियों का सफाया कर दे,

25 अप्रैल 2012

भारत के अग्नि मिसाइल परिक्षण के 1 हफ्त्ते बाद, पाक ने भी किया हत्फ मिसाइल का परिक्षण



लगता हे पाक को और कोई काम नही हें, भारत के विदेशो से हथियार खरीदते ही वो भी तुरंत विदेशो से हथियार खरीदता हें,जेसे से ही भारत कोई मिसाइल  या हथियार का परिक्षण करता हें,तो उसके कुछ दिनों बाद ही पाक भी अपने आकाओ चीन और अमेरिका की कृपा से उसी तरह के हथियार का परिक्षण करता हें,और करता भी हें या नही ये तो पता नही पर अखबारों में न्यूज़ जरुर आ जाती हें,पाकिस्तान ने बुधवार को परमाणु क्षमता सम्पन्न मिसाइल का सफल परीक्षण किया है.
भारत की ओर से 5,000 किलोमीटर की मारक क्षमता वाली परमाणु-सक्षम अग्नि-5 मिसाइल के सफल परीक्षण के करीब एक सप्ताह बाद पाकिस्तान ने यह परीक्षण किया है.
जियो न्यूज के हवाले से यह खबर दी गई है कि पाकिस्तान ने हिंद महासागर में हत्फ-4 (शाहीन 1ए) बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया.
पाकिस्तान इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस ने कहा है कि मिसाइल की मारक क्षमता व तकनीकी मानकों में सुधार किया गया है. अब यह परमाणु मुखास्त्र वहन करने में सक्षम है.
भारत ने 19 अप्रैल को अग्नि-5 का सफल परीक्षण किया था. इसके बाद भारत इस तरह की मारक क्षमता रखने वाले राष्ट्रों के विशेष समूह में शामिल हो गया है. अग्नि-5 चीन के किसी भी स्थान पर स्थित लक्ष्य को निशाना बनाने की क्षमता रखती है..

एशिया का पहला डॉल्फिन मछली शोध केंद्र पटना में - पूरे भारत में डोल्फिनो की संख्या सिर्फ 1800


दुनिया के दुर्लभ प्राणियों में से एक और विलुप्तप्राय होती जा रही डॉल्फिनों की तादाद बिहार में भी कम होती जा रही है. इसके दो कारण हें,डॉल्फिनों का लगातार हो रहा शिकार और गंगा में बढ़ता प्रदूषण और घटता जलस्तर, सरकार अब डॉल्फिनों को बचाने के लिए पटना (बिहार) में एशिया का पहला डॉल्फिन शोध केंद्र खोलने जा रही है.वर्ष 2009 में केंद्र सरकार द्वारा बनाई गई 'भारतीय वन्य जीव संरक्षण नीति' के तहत डॉल्फिनों को सुरक्षा प्रदान करने के प्रयास के बाद भी बिहार में गंगा नदी में इस स्तनधारी प्राणी की सुरक्षा के लिए कोई खास प्रयास नहीं किए जा रहे हैं.
गंगा में घटते जलस्तर व उसकी गंदगी पर भी पर्यावरण वैज्ञानिक समय-समय पर चिंता प्रकट करते रहे हैं. जलस्तर घटने के कारण डॉल्फिनों के शिकार की संख्या बहुत बढ़ गयी है.
पूरे भारत में डोल्फिनो की संख्या 1800 है जिसमें अकेले बिहार में ही 1200 डॉल्फिन हैं.आंकड़ों के अनुसार दो-तीन वर्ष पूर्व पटना में गंगा नदी के गाय घाट से लेकर कलेक्ट्रियट घाट तक 200 डॉल्फिनें थीं लेकिन अब इनकी संख्या घटकर 25 से 30 रह गई है.
इन्हें सुरक्षा प्रदान करने के लिए सरकार ने वर्ष 1991 में बिहार में सुल्तानगंज से लेकर कहलगांव तक के करीब 60 किलोमीटर क्षेत्र को 'गैंगेटिक रिवर डॉल्फिन संरक्षित क्षेत्र' घोषित किया है लेकिन इसके बाद भी इनके शिकार में कमी नहीं आ रही है.
डॉल्फिनों के शिकार का मुख्य कारण इनमे पाए जाने वाला एक विशेष प्रकार का तेल है. किसी भी डॉल्फिन में यह तेल उसके वजन के 30 प्रतिशत के बराबर होता है.
इस तेल की गंध से अन्य मछलियां उसकी ओर आकर्षित होती हैं. मछुआरे अपने जाल में इसी तेल का प्रयोग करते हैं और इस तेल को पाने के लिए वे डॉल्फिन का शिकार करते हैं. अब भारत में 2000 से भी कम डॉल्फिन हैं.वहीं डॉल्फिनों की कमी का कारण गंगा का प्रदूषणयुक्त होना भी मुख्य हैं.गंगा के घटते जलस्तर को रोकना एक बड़ी चुनौती है,
बिहार सरकार की पहल पर बनने वाला यह केंद्र एशिया का पहला डॉल्फिन शोध केंद्र होगा. इससे डॉल्फिन और उसकी कुछ प्रजातियों को बचाने की राह खुलेगी, गैंगेटिक डॉल्फिन स्वच्छ पानी में पाई जाने वाली चार प्रजातियों में एक हैं.डॉल्फिन स्तनधारी जीव है,आम बोलचाल की भाषा में सोंस और संसू कहे जाने वाले डॉल्फिन को 'गंगा की गाय' नाम से भी जाना जाता है

 डॉल्फिन के विकास के क्रम में इनमें चमगादड़ों की तरह बहुत ही सूक्ष्म 'इको लोकेशन सिस्टम' का विकास होता है. ये ध्वनि ( अल्ट्रा साउंड ) के आधार पर दिशा का अनुमान लगाते हैं और अपना शिकार खोजते हैं..........

21 अप्रैल 2012

.A GIRL SUSAAID AT GUJRAT CHIFE MINISTER OFFICE - गुजरात के मुख्य मंत्री ऑफिस के सामने की आत्महत्या

 ससुराल वालो के दबाव में आकर लड़की के आत्महत्या करने के बारे में सुना या पढ़ा तो होगा ही लेकिन कोई लड़की मायके वालो से तंग आकर आत्महत्या करे ? गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के दफ्तर के सामने एक लड़की ने अपनी फरियाद न सुनने का आरोप लगाते हुए खुदकुशी कर ली. गांधीनगर सचिवालय की पार्किंग में 26 साल की एक लड़की ने जहर पी कर जान दे दी.
 अमी कल्पेश पटेल नाम की लड़की अपने मायके वालों के रवैये से परेशान थी. अमी पटेल ने साल 2007 में प्रेम विवाह किया था, जो उसके परिवारवालों को पसंद नहीं था.
परिवार वाले लगातार उस पर वापस शादी तोड़ने के लिए दबाव बना रहे थे, 3  वर्ष पहले 2009 में अमी ने मायके वालों के में तलाक भी ले लिया था, लेकिन फिर दोबारा शादी कर ली.
अमी के पति का कहना है कि उसने मायके वालों के खिलाफ उन दोनों ने पुलिस से भी शिकायत की थी,लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. 9 अप्रैल को अमी ने मुख्यमंत्री की शुरू की गई वेबसाइट स्वागत ऑनलाइन पर भी अपनी फरियाद लिखी.
करीब 10 दिन बाद भी जब कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो आखिर थक हार कर उसने सचिवालय के सामने जहर पीकर जान दे दी. खुदकुशी से ठीक पहले अमी ने मुख्यमंत्री के नाम एक चिट्ठी भी लिखी थी. इस चिट्ठी में उसने गुजारिश की है कि उसकी मौत के बाद उसके पति और बच्ची को न्याय मिले.............

''CORRUPTION'' ONCE AGAIN INDIA IS TOP IN ALL ''ASHIYA''-फिर से भारत पुरे एशिया में टॉप पर,

एक बार फिर भारतीयों ने रिकार्ड बना डाला,एशिया में सबसे भर्स्ट नोकरशाही में,हांगकांग की एक संस्था ने पुरे एशिया में सर्वे कर अपने आंकड़े जारी कर सारी दुनिया को बताया हें, जिनमे सबसे ऊपर 10 में से 9.5 नम्बर के साथ भारतीय नोकरशाही को सबसे भर्स्ट बताया गया हें,वेसे आप और हम अच्छी तरीके से जानते ही हें की भारतीय नोकरशाही कितनी भर्स्ट हें,क्यों की भारत में शायद ही कोई होगा जो कभी इनके चपेट में न आया हो,रतन लाल टाटा जेसे लोगो की फाइल भी बगेर रिश्वत के आगे नही सरकती हें,तो कोई न कोई मंत्री भी कभी न कभी इनका शिकार हुआ ही हें,वेसे खुद भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी ये कहा हें की भारतीय नोकरशाही से आम जनता से लेकर बड़े बिजनेसमेन तक सब परेशान हें,और इसमे निचे से ऊपर तक भर्स्ट आचरण फेला हें,पर उन्होंने ये नही कहा की वो इस एशिया की सबसे टॉप भर्स्ट नोकरशाही को सुधारने के लिए सिस्टम में क्या सुधार कर रहे हें,पर शायद प्रधान मंत्री जी कुछ नही कर सकते हें,क्यों की खुद उनके मंत्री मंडल में एक से बढ़ कर एक घोटाले बाज बेठे हें,जिनका सुधार वो पिछले 9 सालो में नही कर पाए तो उनसे इस नोकरशाही के सुधार की उम्मीद तो जेसे बबुल के पेड़ से आम की उम्मीद करने जेसा ही हें,........ 

20 अप्रैल 2012

HE WANT ONE CHANCE AGAIN FOR CLEAR PURE AND MIDDLE CLASS MAN - इन्हे चाहिए एक और मोका गरीब और मिडिल क्लास का सफाया करने का ...

 वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार कोशिक बसु का ये कहना हे की आर्थिक सुधारो की गति धीमी हुयी हें,और अब वो कह रहे की 2014 के चुनावों से पहले इन्हे आगे बढ़ाना मुश्किल हें,उनके कहने का मतलब हे की इस लुटेरी और डकेत सरकार को एक बार और देश को बर्बाद करने का मोका इस देश की जनता को देना चाहिए,वो कह रहे हें की  2014 के चुनावों के बाद देश दुनिया की सबसे तेज गति से बढ़ने वाली अर्थव्यस्थाओ वाला होगा,मानो की वो अलादीन का चिराग रगड़ कर जो वो कह रहे वो कर देंगे,
पर वो भूल रहे की इस सरकार के मंत्रियो ने इतने घोटाले किये हे की शायद अब वो जब वोट मांगने उनके पास जायेंगे तो ये जनता जूते मारेगी,वो चाहते की एक मोका और दो ताकि इस देश से सारे गरीबो के साथ मद्यम वर्ग का भी सफाया कर दे
,देश की जनता इस सरकार से इतनी तंग आ गयी हें,की वो आन्दोलन के लिए सडको पे उतर आई हें,भ्रस्ताचार के खिलाफ बोलने वालो के ऊपर लाठिया बरसाई जाती हें,उन पर ट्रेक्टर चढाये जाते हें,उन्हें अनशन करने से रोका जाता हें,वो अगर इन चोरो को चोर कहे तो ये अवमानना का नोटिस देते हें,
और खुद संसद में एक दुसरे से गाली-गलोच करते,कपड़े फाड़ते हें,गन्दी और अश्लील फिल्मे देखते हे तो इन्हे संसद की कोई अवमानना नजर नही आती हें,और ये चाहते एक मोका और.....2 जी से लेकर टाट्रा तक देश का हजारो करोड़ रूपये ये खा गये, घोटाले पे घोटालो का वर्ल्ड रिकार्ड बना डाला,और ये अब सुधार करेंगे ? अरे सुधारना हें तो पहले अपने मंत्री मंडल को और खुद को सुधारो इस देश के हालत वेसे ही सुधर जायेंगे..............
HE WANT ONE CHANCE AGAIN FOR CLEAR PURE AND MIDDLE CLASS MAN - इन्हे चाहिए एक और मोका गरीब और मिडिल क्लास का सफाया करने का ... 

WHY DID CHINA AND PAK UNDER PRESSER ? चीन और पाक की बोखलाहट,दोनों देशो में ''अग्नि'' लगी.......

भारत का अग्नि - 5  मिसाइल का सफल परिक्षण उसके किसी पडोसी के गले नही उतर रहा हे,ख़ास कर के चीन और पाक को,सफल परिक्षण के तुरंत बाद चीन में एक तरीके से हडकंप मच गया हे,चीन के हर अखबार में भारत ही भारत छाया हुआ हे,चीन के विदेश मंत्रालय का ये कहना हे की इस से एशिया में हथियारों की होड़ बढ़ेगी,पर उसने ये जवाब नही दिया की उसने जो अन्तरिक्ष में मार करने वाली मिसाइल बनाई थी तो क्या वो हथियारों की होड़ नही थी,?इस दोहरी नीति से क्या मतलब निकाले भारत,वेसे भी भारत ने अपनी मिसाइल को वेपन ऑफ़ द पीस नाम दिया हे,वेसे चीन को इतना गब्राने की जरुरत नही हें,क्यों की भारत का रक्षा बजट केवल 12  से 15 अरब डॉलर हें, और उसमे भी कई बार इस्तेमाल न करने के करना राशि लेप्स हो जाती हे ,और चीन का रक्षा बजट 105  अरब अमेरिकी डॉलर हे,और वेसे  एक तरफ चीन पाक को मदद दे रहा हे दूसरी तरफ भारत के माओवादियों को हथियार उपलब्ध करा रहा हे जिस से भारत में अशांति बनी रहे,और वो विकास न कर पाए ,और साथ ही उसके घटिया उत्पादों से भारत के बाज़ार अटे पड़े हे,और आये दिन भारत को धमकाने वाले अंदाज में बयान जारी करना,ये सारी दोगली नीति चीन की मानसिकता बयां कर रही हें,सही में तो चीन ये चाहता ही नही हे की एशिया में उसके अलवा कोई और शक्तिशाली बने,इसलिए वो सयुक्त रास्ट्र संघ में भी भारत के स्थायी सदस्यता पर खिलाफ हें,भारत सरकार को हमेशा चीन की इस दोहरी नीति से सावधान रहना होगा,और मेरे हिसाब से हमे ज्यादा खुश नही होना चाहिए क्यों की वेसे भी हम अभी भी अपनी सेना के हथियारों की जरुरतो के लिए लिए विदेशो पर निर्भर हें,और सेना की लगभग 70 % जरुरतो का सामान हम आयात करते हें,इसलिए अग्नि- 5 से हमे खुश नही होना चाहिए बल्कि स्वदेशी तकनीक का विकास करने पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए,जिस से देश की विदेशो पर से निर्भरता कम हो...............WHY DID CHINA AND PAK UNDER PRESSER ? चीन और पाक की बोखलाहट,दोनों देशो में ''अग्नि'' लगी.......   

19 अप्रैल 2012

(ATTACK FOR KILLING A LADY OFFICER BY A MINING GANGSTER )M.P. में फिर से एक और ईमानदार अफसर पर खनन माफिया ने किया जानलेवा हमला ऊपर चढ़ाई J.C.B.


मध्य प्रदेश के देवास जिले में बुधवार को अवैध खनन रोकने गई महिला तहसीलदार को खनन माफिया ने जेसीबी मशीन से कुचलकर मारने की कोशिश की गयी.
देवास प्रशासन ने जेसीबी मशीन सहित पांच ट्रैक्टर जब्त किए हैं. साथ ही सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.बुधवार को कन्नौद क्षेत्र की तहसीलदार मीना पाल कसमानिया इलाके में अवैध उत्खनन की सूचना पर मौके पर पहुची, वहा पर उन्होंने देखा कि कुछ लोग जेसीबी मशीन और ट्रैक्टर की मदद से अवेध खनन के कार्य में लगे हें.
पाल के अनुसार जब उन्होंने जेसीबी चालक से "मुरुम" (एक किस्म का खनिज)का खनन रोकने के लिए कहा तो चालक ने उनका पीछा करते हुए जेसीबी को उनकी ओर दौड़ाया. पाल ने किसी तरह अपना बचाव किया और बाद में इसकी सूचना पुलिस और वरिष्ठ अधिकारियों को दी.
तहसीलदार पाल की सूचना पर कन्नौद के अनुविभागीय अधिकारी अमरनाथ दुबे पुलिस के साथ मौके पर पहुंच कर एक जेसीबी मशीन व पांच ट्रैक्टर को जब्त किये। ये सभी वाहन अवैध उत्खनन में लगे थे.
कन्नौद पुलिस ने ठेकेदार और छह वाहन चालक सहित सात और आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है.
ज्ञात रहे की मध्यप्रदेश राज्य में खनन माफियाओं के हौसले बुलंद है.पिछले दिनों की घटनाओं पर गौर करें तो पता चलता है कि मुरैना में (आईपीएस) अधिकारी नरेंद्र कुमार को ट्रैक्टर से कुचलकर मार दिया गया था. जबकि शिवपुरी में वनरक्षक की गोली मारकर हत्या की गई है. मुरैना में पुलिस अधिकारियों के वाहन को टक्कर मारने की कोशिश की गई. अब देवास में महिला तहसीलदार को कुचलने की कोशिश हुई है.
मध्य प्रदेश के बिगड़ते हालतों और सरकारी अधिकारी और कर्मचारियों पर हो रहे हमलो को जल्द ही नही रोका गया तो इलाके में कानून व्यवस्था और ज्यादा बिगड़ जाएगी,हालात और विकट हो जायेंगे और इस से अपराधियों के होंसले बुलंद ही होंगे......

(.WORLD HIGHEST BATTLE FIELD WAR - HERE LIFE IS IMPOSSIBLE ) विश्व की सबसे ऊँची रणभूमि के लिए घमासान - जहाँ पर जीवन संभव ही नही

सियाचिन के बारे में कुछ जानकारी सियाचिन सेक्टर वो इलाका हे,जहाँ पर तापमान शून्य से -70 डिग्री होता हें,जहाँ पर कोई जीवन नही हे,जहाँ पर हवाए और बर्फीले तूफ़ान की गति 80 मील प्रति घंटे होती हें,जहाँ पानी भी बर्फ को गला कर पीना पड़ता हें,और जिन्दा रहने के लिए हर घड़ी संघर्ष करना पड़ता हें,जहाँ पर नहाना तो दूर उसकी सोचने पर भी दिल की धडकने रुक सी जाती हें,जिस जगह पर हाथ पैर की अंगुलिया कब गल जाती हें पता ही नही चलता उस जगह का नाम हें सियाचिन गलेशियर दुनिया की सबसे ऊँची रणभूमि, 


पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने पाक संसद से कहा है कि उन्होंने भारत को इस बात से अवगत करा दिया है कि उनका देश सियाचिन और सर क्रीक मुद्दों पर प्रगति देखना चाहता है.उन्होंने कहा कि ये मुद्दे ‘हल करने योग्य’ हैं.और इधर पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कयानी( कारगिल घुसपेठ कराने में सहयोगी ) का भी मानना हें कि भारत और पाकिस्तान दोनों देशों को सियाचिन से अपनी सेना बुला लेनी चाहिए.उनका कहना हे की दोनों देशों को सियाचिन के मुद्दों को बातचीत से सुलझाना चाहिए.और ऐसा वो इसलिए कह रहे हे क्यों की सियाचिन ही ऐसी जगह हे जहाँ भारत ऊपर से पाक पर नजर रख सकता हे,पाक के निचली जगह होने के कारण ही वो इतना जोर दे रहे हे भारत पर सियाचिन से वापस सेना बुलाने के लिए, ताकि फिर से वो कारगिल की तरह घुसपेठ कर के भारतीय सीमा में ऊँची जगह तक कब्ज़ा कर ले,सियाचिन और सर क्रीक के बारे में ही पाक नर्म पड़ता हे वरना हमेशा उसने पीठ में छुरा ही घोंपा हें,उनका ये भी कहना हें की दोनों देशों को सिंधु जल संधि का सम्मान करना चाहिए.
सिन्धु जलसंधि के मामले में पाक और चीन ने आपस में गठजोड़ कर लिया हे, भारत के बगलीहार जल परियोजना के विरोध में पाक ने चीन को उकसा कर ब्रह्मपुत्र नदी पर चीन से कई बांधो का निर्माण करवा दिया हे,जिस से चीन कभी भी भारत के पूर्वी राज्यों में बाढ़ की स्तिथि पैदा कर सकता हे,ये सब इन दोनों देशो की सोची समझी रणनीति का हिस्सा हें, भारत को इन दोनों देशो से सावधान रहना होगा और भारत सरकार को कभी भी सियाचिन से सेना की वापसी न करते हुए अपनी पहुंच बनाये रखनी होगी,अन्यथा एक और कारगिल जेसी घुसपेठ  के का सामना करने के लिए तेयार रहना होगा,


 ज्ञात हो कि सियाचिन में इस महीने की शुरुआत में हुए हिमस्खलन में 125 पाकिस्तानी सैनिकों सहित 139 लोग दब गए.विश्व की सर्वाधिक ऊंचाई वाले इस सामरिक स्थल पर पाकिस्तान हमेशा से अपना दावा करते आया हैं और दोनों देशों ने यहां अपने हजारों सैनिक तैनात कर रखे हैं.,,,,,

18 अप्रैल 2012

INDIAN AGNI-5 ENTER CONTINENTAL BELESTIC MISAIL PASSED IN FIRST TRAIL ON TODAY

India is all set to test fire its 5,000 km range Inter-Continental Ballistic Missile (ICBM) Agni-V today from a test range off the coast of Odisha today. | DRDO
If the trial is successful, it will club India into a select band of countries in the world to possess the technology for Inter-Continental Ballistic Missiles (ICBM).
The surface-to-surface missile Agni V which can carry a pay-load of 1 tonne is 17 m long, 2 m wide and weighs 50 tonnes.
Scientists associated with Agni V project are quite optimistic about its performances, as the first trial of Agni V on November 15 last year was highly satisfactory in terms of its 'control and guidance' system.
The 5000 km range Agni V missile would add another feather to such class of missiles that India possesses at present. The Agni-I has 700 km, Agni-2 (2,000 km), Agni-III and IV (3,000 plus km) range.

INDIAN AGNI-5 ENTER CONTINENTAL BELESTIC MISAIL PASSED IN FIRST TRAIL ON TODAY

 दुनिया के चोधरियो में आज से हिन्दुस्तान का भी नाम, हिन्दुस्तान के अग्नि-5 मिसाइल की ताकत. 5000 किलोमीटर तक मार करने वाली अग्नि-5 भारत की पहली इंटर-कॉन्टिनेन्टल बालिस्टिक मिसाइल,.
अग्नि 5 का सफल परीक्षण आज ओडिशा में किया गया.और इसके साथ ही
हिन्दुस्तान के सेन्य इतिहास में आज ऐसा अध्याय जुड़ गया हे,जिसके बाद भारत पर बुरी नजर रखने वाले आज के बाद नजर उठाने से भी कांपेंगे.मिसाइल की जो ताकत अभी दुनिया के सिर्फ चार देशों अमेरिका, रूस, फ्रांस और चीन के पास है, वही ताकत आज से भारत के पास भी हें, .
भारतीय सेना बेसब्री से जिस दिन का इंतजार कर रही थी, आखिरकार वो दिन आ ही गया. उड़ीसा के व्हीलर आईलैंड पर आज अग्नि-5 के सफल परीक्षण के बाद जल्द ही इस बेहतरीन मिसाइल को भारत की सेना में शामिल कर लिया जाएगा.
अग्नि-5 भारत की सबसे अधिक मारक क्षमता वाली मिसाइल है. अग्नि-5 पांच हजार किलोमीटर तक दुश्मनों के ठिकानो का नामोनिशान मिटने के साथ ही परमाणु हथियार भी ले जाने में सक्षम हें,
अग्नि-5 भारत की पहली अंतर महाद्वीपीय बालिस्टिक मिसाइल है. यानी आज के बाद भारत की गिनती दुनिया के उन 5 चोधरियो के ग्रुप में होगी,जिनके पास है इंटरकॉन्टिनेंटल बालिस्टिक मिसाइल यानी आईसीबीएम. भारत से पहले अमेरिका, रूस, फ्रांस और चीन ने इंटर-कॉन्टिनेंटल बालिस्टिक मिसाइल की ताकत हासिल की है, आज के बाद चीन कि आये दिन भारत को आँख दिखाने की हरकतों पे भी विराम लगेगा,
अग्नि-5 के 5000 किलोमीटर की रेंज में चीन का हर शहर हे, चीन हमेशा भारत के लिए परेशानी का सबब बना रहा. हजारों किलोमीटर मार करने वाले अपने मिसाइल की हेकड़ी चीन अकसर भारत को दिखाता रहा. लेकिन अब भारत ने भी चीन की हेकड़ी गुम करने का इंतजाम कर दिया है. आज जब ओडिशा के व्हीलर आईलैंड से गरजते से हुए आसमान चीरने को निकलेगी अग्नि-5 तो करोड़ों हिन्दुस्तानियों के साथ दुश्मनों की भी रहेगी इस पर नजर.
भारत के पास कई और खतरनाक और दुश्मनों के होश ठिकाने लगाने वाले मिसाइल हैं फिर भी अग्नि-5 की भारत को जरूरत थी. आज के बाद न चीन भारत को आंख दिखा पाएगा और न कोई और मुल्क. भारत के पास  में पृथ्वी, आकाश, नाग, त्रिशूल, निर्भय, ब्रह्मोस जेसी मिसाईले हें,लेकिन भारत को इंतजार उस ब्रह्मास्त्र का था जिसे दुनिया देखती रह जाए.
भारत की पहली अंतर महाद्वीपीय बालिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 की में कई खूबियों है.ये करीब एक टन का पे-लोड ले जाने में सक्षम हें. खुद अग्नि-5 मिसाइल का वजन करीब 50 टन है. अग्नि-5 की लंबाई 17 मीटर और चौड़ाई 2 मीटर है. अग्नि-5 सॉलिड फ्यूल की 3 चरणों वाली मिसाइल है.लाल गेरे में मिसाइल की रेंज में आने वाले देश ..............

WAR IN DEHLI ----TAATRA-C.B.I.-CONGRESS-B.J.P.


सीबीआई ने सेना के लिए टाट्रा ट्रको में कथित अनियमितताओं के मामले में आरोपी लंदन के अनिवासी भारतीय व्यापारी रवि ऋषि के खिलाफ देश छोड़कर जाने से रोकने का एक आदेश (रेस्ट्रेंट आर्डर) जारी किया है.
सीबीआई ने सभी हवाई अड्डों और बाहर जाने वाले सभी रास्तों पर अलर्ट जारी कर दिया ताकि ऋषि देश से बाहर नहीं जा पायें.इस संबंध में रवि ऋषि से बात नहीं हो सकी, लेकिन जब उनकी कंपनी से संपर्क किया गया तो उसने इस मामले में सिर्फ इतना कहा कि वह सीबीआई के साथ सहयोग कर रहे हैं.
सेना के लिए टाट्रा ट्रकों की खरीद में कथित अनियमितता के मामले में सीबीआई की प्राथमिकी में आरोपी बनाये गये 57 वर्षीय ऋषि से सीबीआई ने अब तक दो बार पूछताछ की है और उन्हें फिर से बुलाये जाने की संभावना है.
 ऋषि ने अपने उपर लगे आरोपों को झूठा करार देते हुए कहा कि ट्रकों को सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड के जरिये बेचा गया था. उन्होंने साथ ही कहा कि सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह द्वारा टाट्रा ट्रकों के संबंध में लगाये गये आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं.
सीबीआई के इस कदम से पहले सेना प्रमुख ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) तेजिंदर सिंह ने उन्हें ‘दोयम दर्जे’ के ट्रकों की खरीद को हरी झंडी दिखाने के बदले 14 करोड़ रूपये की रिश्वत देने की पेशकश की थी. लेफ्टिनेंट जनरल तेजिंदर सिंह ने आरोपों को खारिज करते हुए सेना प्रमुख तथा कुछ अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया है. सीबीआई अधिकारी सेना प्रमुख से कुछ और जानकारी मांगेंगे। और इधर एक खुलासे से पता चला हे की रक्षा मंत्री को इस मामले की जानकारी 2009  से ही थी और उन्होंने इस मामले को दबाये रखा, इस का खुलासा होते ही दिल्ली की राजनीती में एक बवाल खड़ा हो गया हे,और भाजपा ने रक्ष मंत्री से इस्तीफे की मांग की हे कोंग्रेस की मुश्किलों में निरंतर इजाफा हो रहा २ जी से लेकर कल के दिल्ली के एमसीडी चुनावों में सफाए तक ........जनता अब इस सरकार से तंग आ चुकी हे................

17 अप्रैल 2012

एक और दलित के उत्थान की योजनाये,दूसरी तरफ नल से पानी पीने पर जुर्माना

सेकड़ो साल पीछे भारत का एक गाँव अभी तक हें जहाँ अभी भी लोग आदम युग में ही जी रहे हे,जी हाँ क्यों की राजस्थान के बीकानेर जिले से थोड़ी दूर एक गाँव में कुछ दिनों पहले 3 दलितों को इसलिए मारा पीटा गया की उन्होंने झूलस्ती गर्मी में अपनी प्यास बुजाने के लिए  गाँव के सार्वजानिक नल से पानी पी लिया था,इसके लिए अगले दिन पंचायत बुला कर पहले उन पर 45000 /- रूपये का जुरमाना किया गया,उनके विरोध करने पर भरी पंचायत में में उन तीनो को लाठियों से मारा पीटा गया उनका सर फोड़ दिया,और जुर्माना न भरने और पुलिस कारवाही करने की दशा में गाँव से बाहर निकालने की धमकी दी.दुनिया कहा से कहा पहुच गयी पर हम लोग आज भी उसी  सामंतशाही ज़माने में ही जी रहे हे और सपना देख रहे हें की देश जल्द ही विकसित रास्ट्र बन जायेगा । आये दिन हमारे आसपास कभी किसी ओरत को डायन बता कर मारा जाता हे तो कभी दलितों युवको को शादी में घोड़ी से उतारा जाता हे,तो कभी दलित महिलाओं के साथ बलात्कार तो कभी को सार्वजानिक रूप से उन्हें निर्वस्त्र किया जाता,और ये सब करने में लोगो की शान बढ़ जाती हे...ऐसे मामलो में सख्त कारवाही करने की जरुरत हें,सरकार को चाहिए की वो कड़े कदम उठाये और दोषियों के खिलाफ कारवाही करे ................

16 अप्रैल 2012

अमेरिका के करोडो डॉलर और उसकी सारी कोशिशो पर पानी,साथ ही भविष्य में और 9 /11 की जेसी घटनाये...ONCE AGAIN 9/11

वक़्त बीतने के साथ और ओसामा बिन लादेन के मरने के बाद ऐसा समझा जा रहा था की अलकायदा और तालिबान अब खत्म होने के कगार पर हे, पर कल फिर से तालिबान ने अपनी उपस्थिति हाई सिक्युरिटी एरिया में धमाके कर के दर्ज करा ही दी,अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में अमेरिकी,रुसी,जर्मन,और ब्रिटिश दूतावासों को निशाना बना कर किये गये इन हमलो में वेसे तो 13 आतंकियों को वही नाटो की सेना ने ढेर कर दिया,पर इस से ये साबित हो गया की अभी तक तालिबान और अलकायदा का सफाया नही हुआ हे,बल्कि वो अब और ताकतवर हो गया हे,काबुल दूतावासों और संसद में हमले करने से एक दिन पहले ही तालिबानियों ने पकिस्तान की एक जेल पर हमला कर के 384 केदियो को आज़ाद करा लिया था,आज काबुल पुलिस और सेना ने नाटो के अत्याधुनिक और टेक्नोलोजी के सहारे ही इन आतंकियों पर अपनी पकड़ बनाये रखी हे,पर 1  साल के अन्दर सारी अमेरिकी और नाटो की फोंजे अफगान छोड़ देंगी,पहले रुसी हमले से फिर तालिबान के आतंक से मुक्त हुए इस देश की जनता कभी अमन और चेन से शायद ही रह पाए,नाटो की मोजुदगी में ये हाल हे तो उसके जाने के बाद हालत और बिगड़ेंगे ही और इसमे कोई शक नही हे की,तालिबान फिर से इस देश पर कब्ज़ा कर ले,अगर ऐसा होता हे तो अमेरिका की अब तक की गयी सारी कोशिशो और उसके करोडो डॉलर पर भी पानी फिर जायेगा,अमेरिका और सारी दुनिया को इस का कुछ न कुछ हल निकालना ही होगा वरना आने वाले वक़्त में फिर से 9/11 की पुनरावर्ती हो तो कोई बड़ी बात नही..............

15 अप्रैल 2012

अब होगा मुश्किल गरीब के हिस्से का अनाज दबाना........बिहार में विकास की राह में एक और कड़ी

बिहार में अब सार्वजनिक वितरण प्रणाली का अनाज अब कार्डधारकों के दरवाजे तक पहुंचाया जाएगा. इस तरह बिहार ऐसा पहला राज्य होगा, जहां गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले करीब 1.45 करोड़ परिवारों के घर राशन पहुंचाया जाएगा.बिहार में वर्ष 2007 में सरकार ने कूपन योजना प्रारम्भ की थी. इसके तहत पहले कूपन दिया जाता था और फिर कार्डधारकों को अनाज दिया जाता था. इस व्यवस्था में भी अनियमितता की शिकायत मिलने के बाद कूपन में पिछले वर्ष बार कोड डाला गया,लेकिन अब सरकार ने पारम्परिक और आधुनिक प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल के जरिए राशन पहुंचाने का मन बनाया है.
राज्य में अब गोदामों से राशन उठाने के बाद वाहनों में लाउडस्पीकर लगाकर पूरे क्षेत्र में घोषणा की जाएगी कि राशन आ गया है. इसके बाद राशन को घर-घर पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी तथा मिलने वाले अनाज की मात्रा भी घोषित की जाएगी. इससे गड़बड़ी होने की आशंका कम रहेगी.पूर्व में शिकायत मिलती थी कि दुकानदार कार्डधारकों को कह देते थे कि महीने का अनाज आया ही नहीं और अनाज को विपणन पदाधिकारियों की मिलीभगत से खुले बाजार में बेच दिया जाता था. किसी महीने में थोड़ा-बहुत अनाज बांट भी दिया जाता था.
राज्य सतर्कता अन्वेषण ब्यूरो ने राज्य के कई जिलों में सार्वजनिक वितरण प्रणाली में अनियमितताओं का पता लगाया है.विभाग का मानना है कि गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले परिवारों 45 प्रतिशत अनाज खुले बाजार में पहुंच जाता है.
बिहार में गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले प्रत्येक परिवार को जहां प्रति महीने 10 किलोग्राम गेहूं और 15 किलोग्राम चावल दिया जाता है,वहीं अंत्योदय योजना के तहत प्रति परिवार को 21 किलो चावल और 14 किलो गेहूं दिया जाता है. राज्य में अंत्योदय परिवारों की संख्या करीब 25,000 है.सरकार का मानना है कि जन वितरण में गड़बड़ी को रोकने में यह प्रयोग कारगर साबित होगा..अन्य राज्यों को भी इस  से सबक लेकर अपने यहा भी इसी तरह की वयवस्था करवानी चाहिए,तभी देश में गरीबी मिटेगी और जरुरतमंदों के लिए चलायी योजनाओ के सार्थकता होगी..................

14 अप्रैल 2012

स्कूल से लेकर मंदिर तक और तालाब, कुए की मुंडेर से लेकर शमशान की चिता तक

आज डा.भीम राव आंबेडकर की 123 जयंती हे,डा.भीम राव आंबेडकर जिन्होंने बचपन से ही दलितों पर हो रहे अत्याचारों को देखा और साथ ही खुद सहा,स्कूल से लेकर मंदिर तक और तालाब, कुए की मुंडेर से लेकर शमशान की चिता तक हर जगह दलित होना किसी अभिशाप से कम नही था,पर विकट हालातो में भी उन्होंने होसला नही खोया,और अपनी पढाई के साथ ही देश की राजनीति में भी अपनी सफलता का परचम फहराया, उन्होंने ये साबित किया की हर इन्सान एक समान हे,सब को समान अवसर मिले,और किसी को जातिगत आधार  से नही देखा जाये,हर इन्सान अपने कर्मो से ही छोटा बड़ा होता हे,अपने धर्मो से नही,फिर भी आज चारो तरफ देश में जातिगत राजनीति अपने चरम पर हे,देश को गर्त में यही लोग पहुचा रहे हे,जो आज देश आजाद होने के इतने सालो बाद भी आरक्षण की मांग करते हे वो भी जातिगत ! और सरकार भी अपनी वोटो की राजनीति के लिए और सत्ता में बने रहने के लिए इन धर्म के ठेकेदारों के तलुवे चाटने में कोई कसर नही छोड़ रही हे,आरक्षण के नाम पर मारकाट,लुट,दंगे-फसाद हो रहे हे हड़ताले हो रही हे,
जब देश को अंग्रेजो से आजादी दिलाने के लिए हमने ये रास्ता नही चुना तो आज आरक्षण के लिए हम अपने ही हिन्दुस्तानी भाइयो का का खून क्यों बहा रहे हे,अपने देश को क्यों नुक्सान पहुचा रहे हे,आज डा.भीम राव आंबेडकर की 123 जयंती पर में यही कहना चाहूँगा की देश से ये जातिगत आरक्षण समाप्त किये जाने की मुहीम छेड़ी जाये,सरकार को आरक्षण देना हे तो आर्थिक आधार पे दे,जो गरीब हे उन्हें ही दे,जिस से डा.भीम राव आंबेडकर के सर्वधर्म समान के उस सपने को पूरा किया जा सके जो उन्होंने सविधान की रचना करते हुए देखा था......जय हिंद 

13 अप्रैल 2012

नाम में खान या मोहम्मद होने का मतलब आतंकवादी ???


     अगर आप अमेरिका जा रहे हे और आपके नाम में कही खान या मोहम्मद लगता हे,तो सावधान हो जाईये,क्यों की अमेरिकी एयरपोर्टो पर जाति देख कर तलाशी ली जाती हे और जिनके नाम में ये शब्द मोजूद हे तो उनसे तो विशेष पूछताछ की जाती हे,चाहे वो कोई भी हो,इसका अनुभव भारत के रक्षा मंत्री जोर्ज फर्नाडिज से लेकर भारत के राष्ट्रपति डा.ऐ.पी.जे.अब्दुल कलाम और मशहूर अभिनेता शाहरुख़ खान तक ले चुके हे,और इसी कड़ी में एक बार फिर से मशहूर अभिनेता शाहरुख़ खान का हे,पिछले दिनों न्यूयोर्क एअरपोर्ट पर शाहरुख़ खान को चेकिंग के नाम कई घंटे पूछताछ के नाम पर रोका गया,क्यों की उनके नाम में ''खान'' जुड़ा हुआ था,उनका कहना था की वो उन्हें कुछ संदिग्ध लगे,पहले भी २००९ में शाहरुख़ खान को चेकिंग के नाम पर अमेरिकी एअरपोर्ट पर घंटो पूछताछ के नाम पर रोक लिया था,और अब फिर से इस तरह की घटना दुबारा उन्ही के साथ,?
सेलिब्रिटी के साथ और देश के बड़े पदों पर रहे लोगो के साथ हो रही घटनाये अमेरिका के सिस्टम पे सवाल खड़ा करती हे,उनके अनुसार तो हर मुसलमान ही आतंकवादी हे ???? हालाकि अमेरिका ने अपने इस कृत्य के लिए माफ़ी मांगी हे,पर किसी की भावनाओ को ठेस पहुचाना और फिर माफ़ी मांगना,गलत हे ! हमे  और सरकार को इसके लिए सख्त रुख अख्तियार करते हुए इसका विरोध करना चाहिए...........Ronny vaishnav








निकलने के एक मात्र रास्ते पर मौत उगलती अंग्रेजी बंदूके ..


एक तरफ ऊँची दीवारे जिनपे चढना नामुमकिन दूसरी तरफ बाग से निकलने के एक मात्र रास्ते पर मौत उगलती अंग्रेजी बंदूके ..
जलियाँवाला बाग़ नामक स्थान पर 13 अप्रैल 1919 को आज के ही दिन सेकड़ो लोगो को गोलियों से भुन दिया गया,सिर्फ इस लिए क्यों की वो अपने अधिकारों की बात कर रहे थे,वो अपनी अपने मुल्क की आज़ादी की बात कर रहे थे... मौत उगलती उन अंग्रेजी बन्दूको ने न बच्चो को बख्शा न बुढो को ना ओरतो को सिर्फ और सिर्फ चारो तरफ मौत का खौफनाक मंजर था,और था बिखरा हुआ उन हिन्दुस्तानियों का खून,जो आजाद होना चाहते थे,अंग्रेजी हुकूमत ने उन्हें उनकी जिन्दगी से ही आजादी दे डाली,आईये आप और हमारी इस रोज़मर्रा की आपाधापी भरी ज़िन्दगी में से मैं कुछ पल निकाले... जलियाँवाला बाग़ के अमर शहीदों के लिए ... जिन को आजतक हमारी सरकार ने शहीद का दर्जा भी नहीं दिया जब कि देश को आजाद हुए भी अब 93 साल हो जायेंगे !!! जलियाँवाला बाग़ के सभी अमर शहीदों को हमारा शत शत नमन !! जय हिंद....

बिहारी एक बार फिर पूरे भारत पर भारी : एक और रास्ट्रीय रिकार्ड

बिहार के नालंदा जिले के किसान ने गेहूं के उत्पादन में राष्ट्रीय कीर्तिमान बनाया है.जिले के सिलाव खंड के सारिलचक गांव के किसान सुरेन्द्र प्रसाद ने एक हेक्टेयर भूमि पर 135.75 क्विंटल गेहूं का उत्पादन कर राष्ट्रीय रिकार्ड कायम किया है.पर वो विश्व कीर्तिमान बनाने से चूक गए.नालंदा के जिला कृषि पदाधिकारी सुदामा महतो ने गुरुवार को बताया कि चावल विकास निदेशालय (आरडीडी), नई दिल्ली के निदेशक एम़ सी़ दिवाकर, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी सुरेन्द्र कुमार सुधांशु, हरनौत कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक उमेश कुमार के सामने सुरेन्द्र प्रसाद के खेत में लगे गेहूं की कटाई की गई. इसके बाद इसकी घोषणा की गई.
उन्होंने बताया कि प्रसाद ने एक हेक्टेयर भूमि से 135.75 क्विंटल गेहूं का उत्पादन हासिल किया है. इससे पहले, यह कीर्तिमान अररिया के एक किसान ने बनाया था. उसने प्रति हेक्टेयर 100 क्विंटल गेहूं का उत्पदान किया था. उन्होंने बताया कि आरडीडी के मुताबिक न्यूजीलैंड के साउथलैंड गांव के किसान माइक सोलारी ने पिछले वर्ष विश्व कीर्तिमान कायम किया था. उसने एक हेक्टेयर में 156. 37 क्विंटल गेहूं का उत्पादन किया था.
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री के गृह जिला नालंदा के देशपुरवा के किसानों ने जैविक तरीके से की गई खेती के माध्यम से प्रति हेक्टेयर 729 क्विंटल आलू की उत्पादकता प्राप्त की है.वैज्ञानिकों का कहना है कि उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक इतना उत्पादन कहीं भी रिकार्ड नहीं किया गया है. खेत से आलू उखाड़ने के लिए केन्द्रीय कृषि मंत्रालय के वरिष्ठ तकनीक पदाधिकारियों का एक दल भी यहां पहुंचा था.
फसल जांच सांख्यिकी विभाग द्वारा निर्धारित मापदंड के अनुसार १०.05 मीटर क्षेत्रफल से निकाले गए आलू का वजन 364.5 किलोग्राम का पाया गया है जो विश्व कीर्तिमान है.
इस उपलब्धि के बाद बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नालंदा के किसानों को आलू उत्पादन में रिकार्ड बनाने के लिए बधाई दी थी.
नालंदा प्रगतिशील किसान संघ के राजेन्द्र प्रसाद कहते हैं कि नालंदा के किसानों में कृषि के प्रति जागरूकता उत्पन्न हुई है. वह कहते हैं कि कल तक जो लोग पलायन करते थे वह अब घर लौटकर खेती कर रहे हैं.......एक बार फिर  

10 अप्रैल 2012

जरदारी की सिफारिश से हुए रिहा,होगी पाक वापसी खूनी डा.चिश्ती की


भारत की सुप्रीम कोर्ट  ने 1992 के हत्या के एक मामले में राजस्थान के अजमेर की सेन्ट्रल जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे 80 वर्षीय बीमार पाकिस्तानी सूक्ष्मजीव विज्ञानी मोहम्मद खलील चिश्ती को कल मानवीय आधार पर जमानत दे दी.अब देखना ये हे की सरबजीत मामले में पाक सरकार क्या फेसला लेती हे,
कोर्ट ने यह राहत उनकी अधिक उम्र तथा इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए दी कि वह हत्या का मामला दर्ज होने के बाद गत 20 वर्ष से जेल में बंद हैं. हत्या का मामला तब का है जब वह अपनी मां को देखने अजमेर की यात्रा पर आये थे.तभी उनका विवाद हो गया और झगड़े में एक पड़ोसी की हत्या हो गई और उनका भतीजा घायल हो गया.

चिश्ती का जन्म अजमेर में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के दरगाह की देखरेख करने वाले एक समृद्ध परिवार में हुआ था. विभाजन के समय चिश्ती पाकिस्तान मे पढ़ाई कर रहे थे और उन्होंने उसी देश का नागरिक बनने का फैसला किया.कोर्ट ने शर्तों और अजमेर की फास्ट ट्रैक अदालत की संतुष्टि के आधार पर चिश्ती को जेल से रिहा करने का निर्देश देते हुए कहा कि हम इस बात से संतुष्ट हैं कि जमानत पर रिहा किये जाने का मामला बनता है. न्यायालय इसके साथ ही चिश्ती के कराची वापस जाने देने के अनुरोध पर भी सुनवायी करने पर सहमत हुआ और उनसे कहा कि वह इसके लिए अलग याचिका दायर करें.चिश्ती को अगले आदेश तक अजमेर छोड़कर नहीं जाने को कहा.चिश्ती को जमानत पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की भारत यात्रा के दौरान मिली है.
हत्या के इस मामले में 18 वर्ष चली सुनवायी के बाद अजमेर की सत्र अदालत ने अंतत: चिश्ती को दोषी ठहराया और उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनायी. सत्र अदालत ने सुनवायी के दौरान चिश्ती को जमानत दे दी थी लेकिन उन्हें अजमेर नहीं छोड़ने का आदेश दिया गया था. दोषी साबित होने पर सजा काटने के लिए उन्हें फिर से गिरफ्तार किया गया. अजमेर में वर्ष 1992 के हत्या मामले में कथित भूमिका के लिए गिरफ्तार होने के बाद सत्र अदालत ने उन्हें कुछ दिन बाद ही जमानत दे दी थी लेकिन उसने उन्हें अजमेर छोड़कर नहीं जाने का आदेश दिया था.चिश्ती का मामला उस समय प्रकाश में आया था, जब उच्चतम न्यायालय के तत्कालीन न्यायाधीश न्यायमूर्ति मार्केंडय काटजू ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर अनुरोध किया था कि पाकिस्तानी नागरिक को मानवीय आधार पर माफ कर दिया जाए. चिश्ती कराची मेडिकल कालेज में विषाणु विज्ञान के प्रोफेसर थे तथा उन्होंने एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी से पीएचडी की है.भारत सरकार ने तो पहल कर दी हे देखना अब ये हे की हर बार पीठ में छुरा गोपने वाली पाक सरकार इसके बदले में कोन सी नई सोगात देती हे,....

9 अप्रैल 2012

,टेरेरिज्म के सामने गुटने टेकती ये सरकार

ओडिशा में अगवा बीजद विधायक झीना हिक्का की रिहाई में अब एक नई परेशानी खड़ी हो गयी है.विधायक की रिहाई के लिए माओवादियों विधायक की पत्नी को 10 अप्रैल को 30 कैदियों के साथ कोरापुट के एक गांव में आने को कहा है.
आंध्र ओडिशा सीमा विशेष जोनल कमेटी के माओवादियों ने मीडिया में एक पत्र भेज कर सूचित किया है जिसमें विधायक हिक्का की पत्नी कौशल्या को नक्सल प्रभावित नारायाणपतना इलाके में पहुंचने के लिए कहा गया है.
माओवादियों ने उन 23 लोगों, जिन्हें रिहा करने का ओडिशा सरकार ने निर्णय किया था,तथा सात अन्य माओवादियों समेत 30 कैदियों को भी अपने साथ लेकर वहां पर उन्हें पहुंचने के लिए कहा है.
एक वरिष्ठ माओवादी के नाम से मीडिया को संबोधित पत्र में कहा गया है कि विधायक की पत्नी के साथ नक्सलियों द्वारा नामांकित दो मध्यस्थकार बीडी शर्मा और दंडपानी मोहंती और कोरापुट के वकील निहार पटनायक भी होना चाहिए.आये दिन होने वाले इस तरह की वारदातों से साबित होता हे की केंद्र सरकार इन के सामने गुटने टेक चुकी हे,

81 करोड़ भारतीयों का आधार & पासपोर्ट डाटा बिक्री के लिए उपलब्ध

  अख़बार  बिजनेस स्टैंडर्ड  की रिपोर्ट के मुताबिक़, 81 करोड़ से ज़्यादा भारतीयों की निजी जानकारी डार्क वेब पर बिक्री के लिए उपलब्ध है. अख़बा...