30 जून 2012

PART - 3 साथियों आज वयवस्था परिवर्तन की जरुरत क्यों हें......

भारत के कानून ***
* Indian Education Act * - 1858 में Indian Education Act बनाया गया। इसकी ड्राफ्टिंग लोर्ड मैकोले ने की थी। लेकिन उसके पहले उसने यहाँ (भारत) के शिक्षा व्यवस्था का सर्वेक्षण कराया था, उसके पहले भी कई अंग्रेजों ने भारत के शिक्षा व्यवस्था के बारे में अपनी रिपोर्ट दी थी। अंग्रेजों का एक अधिकारी था G.W.Litnar और दूसरा था Thomas Munro, दोनों ने अलग अलग इलाकों का अलग-अलग समय सर्वे किया था। 1823 के आसपास की बात है ये Litnar , जिसने उत्तर भारत का सर्वे किया था, उसने लिखा है कि यहाँ 97% साक्षरता है और Munro, जिसने दक्षिण भारत का सर्वे किया था, उसने लिखा कि यहाँ तो 100 % साक्षरता है, और उस समय जब भारत में इतनी साक्षरता है और मैकोले का स्पष्ट कहना था कि भारत को हमेशा-हमेशा के लिए अगर गुलाम बनाना है तो इसकी देशी और सांस्कृतिक शिक्षा व्यवस्था को पूरी तरह से ध्वस्त करना होगा और उसकी जगह अंग्रेजी शिक्षा व्यवस्था लानी होगी और तभी इस देश में शरीर से हिन्दुस्तानी लेकिन दिमाग से अंग्रेज पैदा होंगे और जब इस देश की यूनिवर्सिटी से निकलेंगे तो हमारे हित में काम करेंगे और मैकोले एक मुहावरा इस्तेमाल कर रहा है "कि जैसे किसी खेत में कोई फसल लगाने के पहले पूरी तरह जोत दिया जाता है वैसे ही इसे जोतना होगा और अंग्रेजी शिक्षा व्यवस्था लानी होगी।" इसलिए उसने सबसे पहले गुरुकुलों को गैरकानूनी घोषित किया, जब गुरुकुल गैरकानूनी हो गए तो उनको मिलने वाली सहायता जो समाज के तरफ से होती थी वो गैरकानूनी हो गयी, फिर संस्कृत को गैरकानूनी घोषित किया और इस देश के गुरुकुलों को घूम घूम कर ख़त्म कर दिया उनमे आग लगा दी, उसमें पढ़ाने वाले गुरुओं को उसने मारा-पीटा, जेल में डाला। 1850 तक इस देश में 7 लाख 32 हजार गुरुकुल हुआ करते थे और उस समय इस देश में गाँव थे 7 लाख 50 हजार, मतलब हर गाँव में औसतन एक गुरुकुल और ये जो गुरुकुल होते थे वो सब के सब आज की भाषा में Higher Learning Institute हुआ करते थे उन सबमे 18 विषय पढाया जाता था, और ये गुरुकुल समाज के लोग मिल के चलाते थे न कि राजा, महाराजा, और इन गुरुकुलों में शिक्षा निःशुल्क दी जाती थी। इस तरह से सारे गुरुकुलों को ख़त्म किया गया और फिर अंग्रेजी शिक्षा को कानूनी घोषित किया गया और कलकत्ता में पहला कॉन्वेंट स्कूल खोला गया, उस समय इसे फ्री स्कूल कहा जाता था, इसी कानून के तहत भारत में कलकत्ता यूनिवर्सिटी बनाई गयी, बम्बई यूनिवर्सिटी बनाई गयी, मद्रास यूनिवर्सिटी बनाई गयी और ये तीनों गुलामी के ज़माने के यूनिवर्सिटी आज भी इस देश में हैं और मैकोले ने अपने पिता को एक चिट्ठी लिखी थी बहुत मशहूर चिट्ठी है वो, उसमें वो लिखता है कि "इन कॉन्वेंट स्कूलों से ऐसे बच्चे निकलेंगे जो देखने में तो भारतीय होंगे लेकिन दिमाग से अंग्रेज होंगे और इन्हें अपने देश के बारे में कुछ पता नहीं होगा, इनको अपने संस्कृति के बारे में कुछ पता नहीं होगा, इनको अपने परम्पराओं के बारे में कुछ पता नहीं होगा, इनको अपने मुहावरे नहीं मालूम होंगे, जब ऐसे बच्चे होंगे इस देश में तो अंग्रेज भले ही चले जाएँ इस देश से अंग्रेजियत नहीं जाएगी" और उस समय लिखी चिट्ठी की सच्चाई इस देश में अब साफ़-साफ़ दिखाई दे रही है। और उस एक्ट की महिमा देखिये कि हमें अपनी भाषा बोलने में शर्म आती है, अंग्रेजी में बोलते हैं कि दूसरों पर रोब पड़ेगा, अरे हम तो खुद में हीन हो गए हैं जिसे अपनी भाषा बोलने में शर्म आ रही है, दूसरों पर रोब क्या पड़ेगा। लोगों का तर्क है कि अंग्रेजी अंतर्राष्ट्रीय भाषा है, दुनिया में 204 देश हैं और अंग्रेजी सिर्फ 11 देशों में बोली, पढ़ी और समझी जाती है, फिर ये कैसे अंतर्राष्ट्रीय भाषा है। शब्दों के मामले में भी अंग्रेजी समृद्ध नहीं दरिद्र भाषा है। इन अंग्रेजों की जो बाइबिल है वो भी अंग्रेजी में नहीं थी और ईशा मसीह अंग्रेजी नहीं बोलते थे। ईशा मसीह की भाषा और बाइबिल की भाषा अरमेक थी। अरमेक भाषा की लिपि जो थी वो हमारे बंगला भाषा से मिलती जुलती थी, समय के कालचक्र में वो भाषा विलुप्त हो गयी। संयुक्त राष्ट संघ जो अमेरिका में है वहां की भाषा अंग्रेजी नहीं है, वहां का सारा काम फ्रेंच में होता है। जो समाज अपनी मातृभाषा से कट जाता है उसका कभी भला नहीं होता और यही मैकोले की रणनीति थी।

कोटा रावतभाटा में परमाणु ऊर्जा का काला सच आया सामने.............


 राजस्थान के रावतभाटा एटामिक पावर स्टेशन में दो कर्मियों के रेडियो एक्टिव पदार्थ ट्रीटियम की चपेट में आने  से दो की हालत ख़राब हो गयी है। दोनों को विशेषज्ञों की देखरेख में रखा गया है। लेकिन न्यूक्लियर पावर कारपोरेशन के एक्जिक्यूटिव डायरेक्टर ये मानने को तेयार नही की किसी रेडियोधर्मी पदार्थ के असाधारण रिसाव जैसा कोई मामला नहीं है। रिएक्टर-5 की बिल्डिंग में मॉडरेटर कवर गैस लाइन खोलने के दौरान ट्रीटियम के घोल की अधिकता हो गई। वहां पर वेल्डिंग का काम चल रहा था। सभी लोगों को वहां से हटा लिया गया, लेकिन दो लोग उसकी चपेट में आ गए। मामले की जानकारी परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड को दे दी गई और एक कमेटी को मामले की जांच सौंप दी गई है। ट्रीटियम एक औसत दर्जे का रेडियोधर्मी हाइड्रोजन है, जो न्यूक्लियर पावर प्लांट के कार्य करने के दौरान बनता है। 2009 में कैगा परमाणु संयत्र के वाटर कूलर से ट्रीटियम-मिश्रित पानी रिसने से कई कर्मी बीमार पड़ गए थे। 

29 जून 2012

11 डॉक्टर भी साबित नही कर पाए की पिंकी पुरुष हे या महिला ?



यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार महिला एथलीट पिंकी प्रमाणिक [26] के लिंग परीक्षण की प्राथमिक रिपोर्ट गुरुवार को बारासात कोर्ट को सौंप दी गई। यह रिपोर्ट स्पष्ट नहीं है। इसके अनुसार पिंकी के महिला या पुरुष होने का पता नहीं चल सका है। रिपोर्ट को एसएसकेएम अस्पताल के 11 डॉक्टरों के मेडिकल बोर्ड ने तैयार किया है।

आखिर पेट्रोल हो ही गया सस्ता ....................


महंगे पेट्रोल से आम जनता को थोड़ी सी राहत फिर मिली है। तेल कंपनियों ने आज आधी रात से पूरे देश में पेट्रोल की खुदरा कीमत में 2.46 रुपये की कटौती का ऐलान किया है। स्थानीय कर को शामिल करने बाद देश के कई हिस्सों में पेट्रोल 3.25 रुपये तक सस्ता हो जाएगा। दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 70.24 रुपये प्रति लीटर से घट कर 67.78 रुपये हो गई है। तेल कंपनियों का कहना है कि अगर कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का यह रुख जारी रहा तो 15 जुलाई, 2012 के आसपास एक और मूल्य कटौती संभव है।
पिछले एक महीने में क्रूड की कीमत 108 डॉलर से घट कर 91 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई है। चूंकि देश की तेल कंपनियां पेट्रोलियम उत्पाद बनाने के लिए 80 फीसदी तक कच्चा तेल बाहर से मंगवाती हैं, इसलिए अंतरराष्ट्रीय बाजार की कीमत को देख कर ही पेट्रोल की घरेलू कीमत तय की जाती है। वैसे इस कमी के बावजूद तेल कंपनियों ने कहा है कि उन्हें डीजल पर इस समय 10.20 रुपये प्रति लीटर, केरोसिन पर 24.16 रुपये प्रति लीटर और रसोई गैस पर 396 रुपये प्रति गैस सिलिंडर का घाटा हो रहा है। इस हिसाब से पूरे वर्ष में तेल कंपनियों को 1,51,000 करोड़ रुपये का संभावित घाटा होने के आसार हैं। पर ये घाटा कहा  हो रहा हें ? वेसे  सोनिया की गुलाम केंद्र सरकार डीजल कीमत को तय करने का नया फार्मूला बना रही है। जिसके बाद डीजल भी सरकारी नियंत्रण से मुक्त हो जायेगा और फिर पेट्रोल की कीमते जेसे बढ़ी वेसे इसकी भी कीमते आसमान छुएगी , लेकिन इसे राष्ट्रपति चुनाव के बाद लागू किया जाएगा ।

28 जून 2012

पाक ने 300 अन्य केदियो को किया रिहा, सरबजीत को नही छोड़ेगा.....


Pakistan frees 311 Indian prisoners
पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय कैदी सरबजीत सिंह का भविष्य भले ही फिर अधर में लटक गया हो, लेकिन खुशी की बात यह है कि पाकिस्तान ने बुधवार को 311 भारतीय मछुआरों को रिहा कर दिया। कराची की जिला मलीर जेल के अधिकारियों ने कहा कि 311 भारतीय कैदियों को सुबह आठ बजे रिहा किया गया। ये वो केदी हें  जिन्होंने अपनी सजा पूरी कर ली थी, और इन्हे छोड़ कर पाक ने कोई सम्बन्ध सुधरने वाला कार्य नही किया हें इन्हे तो छोड़ना ही था। इनको भारत की वाघा सीमा पर भारतीय अधिकारियों को सौंप दिया गया। कैदियों में 21 नाबालिग भी थे।

part - 2....साथियों, व्यवस्था परिवर्तन क्यो जरूरी है ?.............

                            PART -2

1840 तक का भारत जो था उसका विश्व व्यापार में हिस्सा 33% था, दुनिया के कुल उत्पादन का 43% भारत में पैदा होता था और दुनिया के कुल कमाई में भारत का हिस्सा 27% था। ये अंग्रेजों को बहुत खटकती थी, इसलिए आधिकारिक तौर पर भारत को लुटने के लिए अंग्रेजों ने कुछ कानून बनाये थे और वो कानून अंग्रेजों के संसद में बहस के बाद तैयार हुई थी, उस बहस में ये तय हुआ कि "भारत में होने वाले उत्पादन पर टैक्स लगा दिया जाये क्योंकि सारी दुनिया में सबसे ज्यादा उत्पादन यहीं होता है और ऐसा हम करते हैं तो हमें टैक्स के रूप में बहुत पैसा मिलेगा।" तो अंग्रेजों ने सबसे पहला कानून बनाया Central Excise Duty Act और टैक्स तय किया गया 350% मतलब 100 रूपये का उत्पादन होगा तो 350 रुपया Excise Duty देना होगा, फिर अंग्रेजों ने समान के बेचने पर Sales Tax लगाया और वो तय किया गया 120% मतलब 100 रुपया का माल बेचो तो 120 रुपया CST दो। फिर एक और टैक्स आया Income Tax और वो था 97% मतलब 100 रुपया कमाया तो 97 रुपया अंग्रेजों को दे दो।

 

27 जून 2012

साथियों, व्यवस्था परिवर्तन क्यो जरूरी है ? PART -1


साथियों, व्यवस्था परिवर्तन क्यो जरूरी है ? आजादी के 64 साल बाद भी देश मे सारे वही कानून अभी तक है, जो अंग्रेजों ने हमें लूटने कि लिये बनाये थे।
भारत में 1857 के पहले ईस्ट इंडिया कंपनी का शासन हुआ करता था वो अंग्रेजी सरकार का सीधा शासन नहीं था। 1857 में एक क्रांति हुई जिसमे इस देश में मौजूद 99% अंग्रेजों को भारत के लोगों ने चुन चुन के मार डाला था और 1% इसलिए बच गए क्योंकि उन्होंने अपने को बचाने के लिए अपने शरीर को काला रंग लिया था। लोग इतने गुस्से में थे कि उन्हें जहाँ अंग्रेजों के होने की भनक लगती थी तो वहां पहुँच के वो उन्हें काट डालते थे। हमारे देश के इतिहास की किताबों में उस क्रांति को "सिपाही विद्रोह" के नाम से पढाया जाता है। Mutiny और Revolution में अंतर होता है लेकिन इस क्रांति को विद्रोह के नाम से ही पढाया गया हमारे इतिहास में। 1857 की गर्मी में मेरठ से शुरू हुई ये क्रांति जिसे सैनिकों ने शुरू किया था, लेकिन एक आम आदमी का आन्दोलन बन गया और इसकी आग पूरे देश में फैली और 1 सितम्बर तक पूरा देश अंग्रेजों के चंगुल से आजाद हो गया था। भारत अंग्रेजों और अंग्रेजी अत्याचार से पूरी तरह मुक्त हो गया था। लेकिन नवम्बर 1857 में इस देश के कुछ गद्दार रजवाड़ों ने अंग्रेजों को वापस बुलाया और उन्हें इस देश में पुनर्स्थापित करने में हर तरह से योगदान दिया। धन बल, सैनिक बल, खुफिया जानकारी, जो भी सुविधा हो सकती थी उन्होंने दिया और उन्हें इस देश में पुनर्स्थापित किया और आप इस देश का दुर्भाग्य देखिये कि वो रजवाड़े आज भी भारत की राजनीति में सक्रिय हैं। हमारे देश के इतिहास की किताबों में उस 1857 की क्रांति को सिपाही विद्रोह के नाम से पढाया जाता है। जो बिलकुल गलत है। अंग्रेज जब वापस आये तो उन्होंने क्रांति के उद्गम स्थल बिठुर (जो कानपुर के नजदीक है) पहुँच कर सभी 24000 लोगों का मार दिया चाहे वो नवजात हो या मरणासन्न। अंग्रेज जब वापस आये तो उन्होंने क्रांति के उद्गम स्थल बिठुर (जो कानपुर के नजदीक है) पहुँच कर सभी 24000 लोगों का मार दिया चाहे वो नवजात हो या मरणासन्न। बिठुर के ही नाना जी पेशवा थे और इस क्रांति की सारी योजना यहीं बनी थी इसलिए अंग्रेजों ने ये बदला लिया था। उसके बाद उन्होंने अपनी सत्ता को भारत में पुनर्स्थापित किया और जैसे एक सरकार के लिए जरूरी होता है वैसे ही उन्होंने कानून बनाना शुरू किया। अंग्रेजों ने कानून तो 1840 से ही बनाना शुरू किया था और मोटे तौर पर उन्होंने भारत की अर्थव्यवस्था को ध्वस्त कर दिया था, लेकिन 1857 से उन्होंने भारत के लिए ऐसे-ऐसे कानून बनाये जो एक सरकार के शासन करने के लिए जरूरी होता है। आप देखेंगे कि हमारे यहाँ जितने कानून हैं वो सब के सब 1857 से लेकर 1946 तक के हैं। शेष कल.......

दिल्ली की जनता को एक और झटका, बिजली दरे 21 % बढाई .....


पहले से ही पेट्रोल और दूध के मामले में झटके खा रही दिल्ली की जनता को शीला दीक्षित ने महंगाई से त्रस्त करते हुए, दिल्ली की जनता को बिजली की दर बढ़ा कर एक और झटका दिया है। मंगलवार की शाम दिल्ली सरकार ने फ्यूल सरचार्ज के नाम पर बिजली की दरों में 21 प्रतिशत तक की बढोतरी कर दी। नए दर के अनुसार उपभोक्ताओं को 200 यूनिट तक 3.70 रु., दो सौ से चार सौ यूनिट तक 4.80 रु. तथा चार सौ से ऊपर 6.40 रुपये प्रति यूनिट अदा करना होगा। बढ़ी हुई दर एक जुलाई से लागू होगी।
बिजली दर बढाने के फैसले पर मुख्यमंत्री ने बिजली कंपनियों के घाटा का रोना रोते हुए कहा कि बढोतरी का फैसला दिल्ली बिजली नियामक आयोग का है। इस बढोतरी के साथ ही दिल्लीवासियों को पिछले दस महीने में तीसरी बिजली दर में बढोतरी का सामना करना पड़ा।

23 जून 2012

उज्जेन में सब लोगो और वस्तुओ की परछाई गायब हो गयी थी कल, खगोलीय घटना के कारण.........


 गुरुवार को एक क्षण ऐसा आया, जब यहां हर वस्तु की परछाई ही गायब हो गई। यह नजारा देख लोग अचरज में पड़ गए। ऐसा खगोलीय घटना के चलते हुआ, जिसे देखने के लिए लिए मध्य प्रदेश के उज्जैन की जीवाजी वेधशाला में विशेष इंतजाम किए गए थे । 21 जून को पृथ्वी के परिभ्रमण में कुछ ऐसी स्थिति बनती है कि वह कर्क रेखा पर लंबवत हो जाती है, जिससे कर्क रेखा पर स्थित सभी स्थानों पर परछाई गायब हो जाती है। उज्जैन में जीवाजी वेधशाला में इस खगोलीय घटना को शंकुयंत्र के माध्यम से स्पष्ट रूप से देखा गया। ठीक 12 बजकर 28 मिनट पर शंकु की परछाई गायब हो गई।
जीवाजी वेधशाला के अधीक्षक डा. राजेंद्र प्रकाश गुप्त ने बताया कि परिभ्रमण की स्थिति में सूर्य 21 जून को 23 डिग्री 26 अंश उत्तरी गोलार्ध की कर्क रेखा पर तथा 22 दिसंबर को 23 डिग्री 26 अंश दक्षिणी गोलार्ध की मकर रेखा पर होता है। इसी तरह 21 मार्च व 23 सितंबर को वह विषुवत रेखा पर होता है। 21 जून को उत्तरी गोलार्ध में सबसे बड़ा दिन होता है। 21 जून के बाद सूर्य दक्षिणायन होने लगता है।

देश का पहला महिला कमांडो दस्ता मिलेगा पंजाब को .......


 पंजाब पुलिस को राज्य का पहला और देश का भी पहला महिला कमांडो दस्ता शनिवार को मिल जाएगा। आज इस कमांडो दस्ते की पासिंग आउट परेड के बाद यह दस्ता पूरी मुस्तैदी के साथ अपने काम पर लग जाएगा। यह देश के पुलिस विभाग में महिला कमांडो का पहला दस्ता है। महिला कमांडो एके 47 और पिस्टल से लैस रहेंगी।
पटियाला-राजपुरा रोड के पास किला बहादुरगढ़ स्थित कमांडो ट्रेनिंग सेंटर [सीटीसी] परिसर में सुबह से ही गोलियों की धांय-धांय गूंजने लगी थी। चारों ओर बारूद की गंध फैली हुई थी। लगभग महीने भर चली फायरिंग प्रैक्टिस के बाद सीटीसी के कमांडेंट गुरदीप सिंह पन्नू ने कमांडो के निशाने का आकलन किया।
शनिवार को पंजाब पुलिस की महिला कमांडो का पहला बैच पासआउट हो जाएगा और 20 महिला कमांडो का दूसरा बैच सीटीसी में दाखिल होगा। आने वाले दिनों में ये महिला कमांडो मुख्यमंत्री, उप-मुख्यमंत्री समेत अन्य वीवीआइपी की सुरक्षा में पुरुष कमांडो के साथ कंधे से कंधा मिलाकर ड्यूटी निभाती दिखेंगी।

20 जून 2012

नालियों में और खुले में सड़ता अनाज, और दूसरी तरफ भूखे मरते लोग, नेता सत्ता के मद में चूर........


एक तरफ देश में भुखमरी फेली हुयी हें और दूसरी तरफ हजारो टन अनाज पड़ा-पड़ा सड़ रहा हें, और सरकार मूक बन तमाशा देख रही हें, गेहूं-धान को लेकर देश में समस्या बढ़ती जा रही है। गोदाम पहले से भरे हुए हैं और बंपर पैदावार ने सरकारी खरीद केंद्रों के मैदानों को भी भर दिया है। अकेले हरियाणा में 44 लाख टन गेहूं खुले में हैं और वहां की सरकार ने भंडारण में हाथ खड़े कर दिए हैं। एक अनुमान के अनुसार देश में करीब एक करोड़ टन खाद्यान्न खुले आकाश के नीचे पड़ा है। मानसून सिर पर है और खाद्यान्न खुले में। मानसून पूर्व की बारिश ने एक लाख टन खाद्यान्न बर्बाद भी कर दिया है, भारी बर्बादी तय मानी जा रही है।
उत्तर प्रदेश में हजारों क्विंटल गेहूं खुले आसमान के नीचे भगवान भरोसे पड़ा है। सोमवार की मामूली बारिश से कई जिलों में करीब एक लाख टन गेहूं भीग गया। गाजीपुर में सोमवार की बारिश में दस हजार क्विंटल गेहूं भीगा। यही हाल जौनपुर में हुआ। वहां 45 हजार क्विंटल गेहूं भीगा। लखीमपुर खीरी में भी बर्बादी हुई है। जबकि मैनपुरी में हजारों क्विंटल गेहूं भीग चुका है। कौशांबी में दर्जनों क्रय केंद्रों के बाहर पड़ा पांच हजार क्विंटल गेहूं आगाह किए जाने के बाद भी बारिश में भीग गया। प्रतापगढ़ में किसानों से खरीदे गए गेहूं को भीगने से बचाने का शासन का फरमान पहली बरसात में ही बह गया और वहां हजारों क्विंटल गेहूं भीगा है। इसी प्रकार से फतेहपुर में रखा 10 हजार टन गेहूं वर्षा की फुहारों से नम हो गया है। एक और लाखो लोगो को एक वक़्त की खाने को रोटी नही हें, दूसरी तरफ लाखो टन अनाज सडा रही ये सरकार वेसे भी खुद भी अन्दर से सड़ चुकी हें । कोन सुधारेगा इन्हें ? कोई बाहर से नही आएगा, हमें ही इनका करना होगा इलाज। कीजये हर जगह इस  लुटेरी  सरकार का विरोध कोई मोका हाथ से मत जाने दीजिये । 

अब भारत के पास भी होंगे सुपरसोनिक-मिसाइल से लेस विमान.......


देश ने वायुसेना के लड़ाकू विमान सुखोई-30 एमकेआइ में ब्रह्मोस क्रूज मिसाइलें लगाने की तैयारी है। अगर भारत इसमें सफल रहता है तो वह उन विशिष्ट देशों के क्लब में शामिल हो जाएगा, जिसके लड़ाकू विमान क्रूज मिसाइल से लैस हैं।रक्षा मंत्रालय ने वायुसेना के लड़ाकू विमानों के लिए सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस के एयर-लांच्ड संस्करण को खरीदने का प्रस्ताव रखा है। इसकी मारक क्षमता 290 किमी है।
सुखोई लड़ाकू विमान को ब्रह्मोस से लैस करने के लिए दिसंबर के अंत तक भारत और रूस द्वारा संयुक्त रूप से पहला परीक्षण किया जाएगा। इसके लिए नासिक स्थित हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड में सुखोई में बदलाव लाए जाएंगे। इसके बाद ब्रह्मोस द्वारा विकसित नए क्रूज मिसाइल को इसमें फिट किया जाएगा। अगर भारत इसमें सफल रहता है तो वायुसेना दुश्मनों के करीब गए बिना ही तकरीबन 300 किलोमीटर की दूरी से हमला करने में सक्षम हो जाएगा।


19 जून 2012

आस्ट्रेलिया में फिर से एक और भारतीय पर नस्लीय हमला..........


 आस्ट्रेलिया में भारतीय मूल के एक ट्रैक्सी चालक पर बेसबॉल बैट लिए कुछ युवकों ने हमला कर दिया और उसकी टैक्सी में भी तोड़ फोड़ की। लूटपाट करने के इरादे से आए युवक चालक के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहे थे और नस्लीय टिप्पणिया भी कर रहे थे। ये हमलावर दो चोरी की कारों में सवार थे और उन्होंने चेहरे पर नकाब पहना हुआ था।
हमले में घायल हुआ टैक्सी चालक हरप्रीत सिंह सनशाइन इलाके से गुजर रहा था, जब उसकी गाड़ी को पीछे से टक्कर मारी गई। उसके बाद एक दूसरी कार आगे आकर रुक गई। कार से चार युवक बेसबॉल बैट लेकर उतरे और उसकी गाड़ी के शीशे तोड़ दिए और उस पर हमला किया। उन्होंने पूरी कार तोड़ दी और बाद में हरप्रीत से पैसे मागे। हमलावरों ने हरप्रीत सिंह से 150 डॉलर [करीब 8336 रुपये] और उनका मोबाइल छीन लिया। मारपीट के कारण सिंह के चेहरे पर कई जख्म बन गए हैं, वहीं एक अन्य चालक का हाथ टूट गया है।
टैक्सी मालिक सनी सिंह ने बताया कि हमले से पहले आस्ट्रेलियाई युवकों ने उस पर नस्लीय टिप्पणिया भी कीं। उन्होंने कहा कि तुम भारतीय हो और गाली देते हुए बोले - अपने देश वापस चले जाओ। आस्ट्रलिया में कुछ सालो से भारतीयों पर बढ़ते नस्लीय हमलो के कारण वेसे ही पहले ही कई भारतीय आस्ट्रेलिया छोड़ चुके हें ।

भ्रष्टाचार का विरोध करने पर, पुलिस ने की एक समाजसेवी की हत्या...............


मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले में एक सामाजिक कार्यकर्ता अम्बिका दुबे को इसलिए पुलिस ने गोली मार कर हत्या कर दी की वो गाँव में सरकारी अनाज कम आने का विरोध करने का विरोध कर रहा था । प्रशासन ने इस घटना की मजिस्ट्रेट जाँच के आदेश के साथ ही पुरे थाने को सिर्फ लाइन हाजिर ही किया जबकि उन्हें निलंबित करना था। राज्य सरकार द्वारा वर्षा पूर्व उन गांव में अनाज का भंडारण कर देती है, जो पहुंच विहीन होते हैं। नरसिंहपुर जिले का झिलपनीढाना भी एक ऐसा ही गांव है, जो बरसात में चारों ओर से कट जाता है। जिला प्रशासन ने यहां भी खाद्यान्न भेजा था। गांव के समाजसेवी अम्बिका प्रसाद दुबे ने सहकारी समिति के लिए आए अनाज की मात्रा कम पाने पर विरोध दर्ज कराया। खाद्यान्न की जो मात्रा कागऔर जों में है, उससे वाहनों में कम थी। इसी बात को लेकर समिति के संचालक व दुबे के साथियों में विवाद हुआ। शनिवार की रात को सुआताल के थाना प्रभारी आशुतोष मय पुलिस बल के गांव पहुंचे। गांव वालों द्वारा अनाज से भरे वाहनों को रोके जाने पर पुलिस का भी गांव वालों से विवाद हुआ। विवाद के बाद पुलिस ने अम्बिका को गोली मार दी, जिससे उसकी मौत घटनास्थल पर ही हो गई।
गांव वालों का आरोप है कि थाना प्रभारी ने गोली मारी है, वहीं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओ पी त्रिपाठी का कहना है कि पुलिस जवानों से हुई हाथापाई में अम्बिका की गोली लगने से मौत हुई है।
वहीं पुलिस अधीक्षक जी पांडे का कहना है कि जांच के बाद ही घटना की वजह का खुलासा हो पाएगा। इसके अलावा पुलिस ने गाँव वालो पर दबाव बनाने के लिए झूठे मामले में मृतक के परिजनों व ग्रामीणों के खिलाफ मारपीट, पथराव, कट्टे से फायर तथा शासकीय कार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने अम्बिका तथा अन्य के खिलाफ बंधक बनाने व ट्रक को जब्त कर लूटपाट करने का मामला दर्ज किया है, जिससे इन लोगो पर मामले में समझोता करने का दबाव बनाया जा सके ।

भारत ने किया इक और धमाका-देश की पहली स्वदेशी तकनीक वाली परमाणु पनडुब्बी का सफल परिक्षण

विकास की और बढ़ते देश ने स्वदेशी परमाणु पनडुब्बी 'आइएनएस अरिहंत' के विकास के महत्वपूर्ण चरण को पार करते हुए उसके लघु परमाणु रिएक्टर का सफलतापूर्वक परीक्षण कर लिया है । परमाणु रिएक्टर को पनडुब्बी में लगाने के बाद उसे चालू भी किया गया। शुरुआती परीक्षण के बाद रिएक्टर को निकाल लिया गया हें । पनडुब्बी में परमाणु रिएक्टर लगाने और उसकी कमियां दूर करने की प्रक्रिया कुछ समय तक चलेगी। परमाणु रिएक्टर के आरंभिक सफल परीक्षण को देखते हुए इस बात की पूरी उम्मीद है कि आइएनएस अरिहंत के हार्बर एक्सेप्टेंस ट्रायल [एचएटी] अगले तीन महीने में और सी एक्सेप्टेंस ट्रायल [एसएटी] दिसंबर तक शुरू हो जाएंगे। करीब एक साल के परीक्षणों के बाद यह परमाणु पनडुब्बी भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल हो जाएगी। परमाणु पनडुब्बी संचालित करने वाला भारत दुनिया का छठा देश बन गया है। इस प्रतिष्ठित समूह में अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस और ब्रिटेन पहले से ही शामिल हैं।
अरिहंत का लघु परमाणु रिएक्टर 83 मेगावाट का दाबित [प्रेसराइज्ड] जल रिएक्टर है। इसे रूस के सहयोग से विकसित किया गया है। इसमें उच्च संवर्धित यूरेनियम ईधन इस्तेमाल किया जाता है। परंपरागत पनडुब्बी के विपरीत परमाणु पनडुब्बी पानी के भीतर महीनों तक रहती है। ऐसे में उसके हर हिस्से, पुर्जे और खासतौर से परमाणु रिएक्टर की जांच करना बेहद जरूरी होता है।
देश ने 26 जुलाई, 2009 को आइएनएस अरिहंत का जलावतरण किया था। हाल में उसने रूस से दस साल के पंट्टे पर ली गई परमाणु पनडुब्बी आइएनएस चक्र को विशाखापत्तनम में अपने बेड़े में शामिल किया है। 

18 जून 2012

पुरुष से महिला बनी पिंकी प्रमाणिक को पूर्व रेलवे ने किया निलंबित.....

दुष्कर्म और पुरुष होने की आरोपी और एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली एथलीट पिंकी प्रमाणिक को पूर्व रेलवे ने निलंबित कर दिया है। टिकट कलेक्टर के तौर पर काम करने वाली पिंकी को गिरफ्तारी के बाद न्यायिक हिरासत में रखा गया है।
पूर्व रेलवे के प्रवक्ता समीर गोस्वामी ने रविवार को बताया कि नौकरी की शर्तो के मुताबिक अगर कोई व्यक्ति 48 घंटे या उससे अधिक समय तक पुलिस या फिर न्यायिक हिरासत में है तो उसे स्वाभाविक तौर पर नौकरी से निलंबित माना जाएगा। पिंकी को शुक्रवार को न्यायिक हिरासत में भेजा गया था और उसे शर्तो के मुताबिक निलम्बित कर दिया गया। अधिकारी ने बताया कि पिंकी का निलंबन उसी शर्त पर वापस होगा, जब अदालत उसे सभी आरोपों से मुक्त कर देगी। अधिकारी अदालत की अनुमति लेते हुए पिंकी के शारीरिक और मेडिकल टेस्ट की वैधता की जांच करने का मन बना रहे है, जिसके माध्यम से इस एथलीट को रेलवे में नौकरी मिली थी। पिंकी को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया था और शुक्रवार को अदालत ने उसे 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। ये लिंक देखे  http://oneindian009.blogspot.in/2012/06/blog-post_15.html
पिंकी की लिव-इन पार्टनर ने आरोप लगाया था कि वह एक पुरुष है और उसने उसके साथ दुष्कर्म किया है। इस विधवा महिला के मुताबिक पिंकी ने उसे शारीरिक यातना भी दी है।पुलिस ने कहा है कि इससे पहले दो बार यौन पहचान परीक्षण कराने से इंकार कर चुकी पिंकी को सोमवार को इस परीक्षण के लिए ले जाया जाएगा।

तालिबान ने की भारत की प्रशंसा, कहा ''अफगानिस्तान की धरती भारत के खिलाफ नही होने देंगे ईस्तमाल''




तालिबान ने आश्चर्यजनक रूप से भारत की प्रशंसा की है और कहा कि अफगानिस्तान की धरती का भारत के खिलाफ इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। तालिबान का यह रुख अफगानिस्तान मसले पर भारत द्वारा अमेरिका के प्रस्ताव को नकारने के बाद आया है। तालिबान ने अपने अंग्रेजी वेवसाइट 'वायस आफ जेहाद' पर भारत को क्षेत्र का महत्वपूर्ण देश करार दिया है। इसके साथ ही कहा गया है कि भारतीय अफगानिस्तान के लोगोकी इच्छाओं और आजादी की उनकी चाह का सम्मान करते है। ये तालिबान का बयान भारत द्वारा अमेरिका के दबाव के बावजूद अपने सेनिको को अफगानिस्तान में नहीं भेजने के मामले में आया हें ।

 अमेरिका के अफगानिस्तान से सैनिक वापसी के पूर्व इस माह में अमेरिका के रक्षा मंत्री लियोन पनेटा नई दिल्ली के दौरे पर आए थे। और पनेटा चाहते थे कि भारत अफगानिस्तान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाए और अमेरिकी सैनिकों की वापसी से पहले अफगानिस्तान में अमेरिकी परेशानिया भारत अपने सर ले ले,खासकर सुरक्षा के मोर्चे पर, लेकिन भारत ने इस प्रस्ताव को नकार दिया। तालिबान ने कहा कि वह भारत के साथ संप्रभुता, समानता, समान आदर का सम्बंध चाहता है और दोनों के आंतरिक मामलों में किसी तीसरे के दखल की गुंजाइश नहीं होनी चाहिए। लेकिन सरकार को सावधान रहना होगा क्योंकी आतंकियों का कोई भरोसा नही हें, और वेसे भी तालिबान कई बार भारत को तबाह करने का एलान कर चुका हें,और अब ये मीठे ब्यान वो किस मकसद से दे रहा हें ? पाकिस्तान समर्थित तालिबान का प्रभुत्व बढ़ने से इस्लामाबाद को लाभ होगा।

17 जून 2012

मुंबई में फिर फेलेगी एनकाउंटर स्पेशलिस्ट दया नायक की ''दया'' - निलंबन से वापसी........


 मुंबई पुलिस के सबसे चर्चित सब इंस्पेक्टर और एनकाउंटर स्पेशलिस्ट दया नायक दोबारा से ड्यूटी पर आ गए हैं। आय से अधिक संपत्ति मामले में फंसने के बाद मुंबई पुलिस के हीरो रहे दया नायक को साढ़े छह साल का निलंबन  झेलना पड़ा। मुंबई पुलिस के ''नायक'' फिलहाल हथियार शाखा में काम करेंगे।
एनकाउंटर स्पेशलिस्ट आदेश मिलते ही शनिवार को ड्यूटी पर आ गए। महाराष्ट्र भ्रष्टाचार विरोधी ब्यूरो ने कोर्ट द्वारा उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज करने के बाद जनवरी, 2006 में उन्हें गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद विभाग ने उन्हें निलंबित कर दिया था। अक्टूबर, 2009 में पुलिस महानिदेशक एसएस विर्क ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि नायक के ऊपर मामला चलाने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं हैं। इसके बाद नायक को बरी कर उनकी फाइल एसीबी को भेज दी गई थी। नायक 1995 बैच के पुलिस अधिकारी हैं।
एसीबी ने नायक पर चारकोप में पॉश फ्लैट, एक वित्तीय कंपनी के अलावा कर्नाटक में स्कूल खोले जाने का आरोप लगाया था। नायक ने अपने छोटे से कार्यकाल में लगभग 80 कुख्यात अपराधियों को मौत के घाट उतार दिया था। इनमें से तीन लश्कर ए तैयबा के आतंकी थे। तो अब मुंबई के अपराधियों में फिर से दया का खोफ  वाला  हें ।  

16 जून 2012

अब हर भारतीय की जानकारी बस एक किलक में मिलेगी, चिदम्बरम की नई योजना ...........

कितना कमीशन निकल जायेगा 1100 करोड़ ?मे से
शायद यही सोच रहे हें ये।... 
आतंकवादियों से संबंधित जानकारी सुरक्षा एजेंसियों को तत्काल मुहैया कराने के लिए बनने वाले नेटग्रिड के उपकरण खरीदने पर 1100 करोड़ रुपये खर्च होंगे । पिछले दिनों इस पर हुयी सुरक्षा संबंधित मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक इस का फेसला लिया गया,और सुरक्षा संबंधित मंत्रिमंडलीय समिति ने आखिर इसे हरी झंडी दे दी। मुंबई हमले के बाद गृहमंत्री पी. चिदंबरम ने नेटग्रिड बनाने का प्रस्ताव किया था और 2010 में मंत्रिमंडल ने इस पर अपनी मुहर लगा दी थी । पर ये मामला अब जाकर सुलझा,क्यों की शायद 1100 करोड़ में अपने कमीशन को लेकर इनमे आपसी मतभेद थे ।
पी. चिदंबरम का कहना  हें कि नेटग्रिड बनने के बाद रेलवे एवं हवाई टिकट से लेकर इनकम टैक्स, बैंक एकाउंट, क्रेडिट कार्ड, वीजा जैसे 21 श्रेणियों से संबंधित तमाम जानकारी कंप्यूटर पर उपलब्ध होगी । अब इसके पीछे इनका क्या मकसद हें ये तो पता नही ?
इनके अनुसार खुफिया ब्यूरो और राष्ट्रीय जांच एजेंसी समेत कुल 11 एजेंसियों को नेटग्रिड पर मौजूद डाटा के उपयोग का अधिकार होगा। इन एजेंसियों के अधिकारी अपने कंप्यूटर के एक क्लिक के सहारे किसी भी व्यक्ति से जुड़ी कोई भी जानकारी ले सकते हैं। एजेंसियों का मानना है कि नेटग्रिड होने की स्थिति में मुंबई हमले के बाद लश्कर-ए-तैयबा आतंकी डेविड कोलमैन हेडली बार-बार भारत आकर रेकी नहीं कर पाता। अब अपनी गलती पर  पर्दा डालने के लिए कुछ तो करना पड़ेगा ना, 

भारत को देख कर बनायी गूगल ने एक कार जिसका नाम हें...............

भारत से सारी दुनिया कितना सीखती हें,ये तो गूगल के इस नये कारनामे को देख कर ही पता चलता हें, गूगल ने भारत की सरकार को देखते हुए, ऐसी कार बनायी हें जिसमे ड्राईवर नही होता हें, यानि बगेर ड्राईवर की कार, अब भारत को देख कर बनायी हें तो नाम देने का अधिकार भी  भारतीय को होना चाहिए तो इसका नाम हमारे ''बामुलायिजा ब्लोग्गर'' जी ने इसे नाम दिया हें 

सरकार ............हा हा हा हा हा .......

15 जून 2012

आज से गुटखे नष्ट करने की कारवाही शुरू, केरल हाई कोर्ट ने लगायी गुटखे पर रोक.......


 देश में केंसर जेसी घातक बीमारिया फेला रहे गुटखे  पर एक और राज्य ने रोक लगा दी हें, केरल हाई कोर्ट ने गुरुवार को सरकार से कहा कि वह 15 जून से गुटखा और पान मसाला को नष्ट करने की कार्रवाई शुरू कर दे। जस्टिस सीएन रामचंद्रन और सीके अब्दुल रहीम की पीठ ने सरकार को निर्देशित किया कि वह पुलिस और संबंधित अधिकारियों से छापे मारने की प्रक्रिया शुरू करने को कहे।
राज्य सरकार ने अदालत को बताया था कि प्रतिबंध के बावजूद अगर कोई गुटखा या पान मसाला बेचता पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। देश में सबसे पहले मध्य प्रदेश में गुटखा पर प्रतिबंध लगाया था। 

सौर ऊर्जा से रोशन हुई विश्व की पहली ट्रेन भारत में चलेगी........


 सौर ऊर्जा से रोशन हुई विश्व की पहली ट्रेन भारत रेलवे ने ट्रैक पर दौड़ा दी है। कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर चलने वाली विश्व धरोहर टॉय ट्रेन हिमालयन क्वीन के सभी डिब्बों को सौर ऊर्जा से रोशन किया गया है। ट्रेन के डिब्बों में मोबाइल और लैपटॉप चार्ज करने के लिए चार्जर भी लगा दिया गया है। सात कोच वाली पूरी ट्रेन को सौर ऊर्जा से रोशन करने के लिए मात्र सवा लाख रुपये का खर्च आया है।
पहले इस ट्रेन के हर डिब्बे में रोशनी की व्यवस्था करने के लिए जेनरेटर लगा होता था। इससे जहां डीजल की भारी खपत होती थी, वहीं पटरी पर भी असर पड़ता था। पहले प्रयोग के तौर पर ट्रेन के एक कोच में सौर ऊर्जा से रोशनी की गई थी। टॉय ट्रेन में घूमने के लिए विदेशों से भी सैलानी आते हैं। गर्मियों की छुट्टियों के दिनों में इस ट्रैक पर पर्यटकों की खासी भीड़ रहती है। ट्रेन के हर कोच में छह वाट की एलईडी ट्यूब लगाई गई है। जल्द ही ट्रेन का विधिवत उद्घाटन किया जाएगा। 

एशयाई खेलो में स्वर्ण पदक जीतने वाली महिला पर पुरुष होने का आरोप............


एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली एथलीट पिंकी प्रमाणिक को इस शिकायत के बाद गिरफ्तार किया गया है कि वह पुरुष है और उसने एक महिला से बलात्कार किया है। पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले के बगुइहाटी पुलिस थाने में पिंकी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है। पुलिस ने पिंकी को गुरुवार सुबह गिरफ्तार कर लिया ।एक महिला ने उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई कि वह एक ''पुरुष'' है और उसके साथ बीते कुछ महीनों से बलात्कार कर रहा है।' इस शिकायत के बाद पिंकी को निजी नर्सिग होम में ले जाया गया और उसका मेडिकल चेकअप किया गया। नर्सिग होम ने है कि पिंकी एक पुरुष है।पुलिस अब पिंकी को मेडिकल चेकअप के लिए किसी सरकारी अस्पताल में ले जाएगी । पुलिस नर्सिग होम की रिपोर्ट का इंतजार कर  रही है, पिंकी ने 2006 के दोहा एशियाई खेलों में 4 गुणा 400 मीटर रिले स्पर्धा में स्वर्ण जीता था। इसके अलावा उन्होंने उसी साल मेलबर्न राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक भी जीता था। दो साल पहले पिंकी ने एथलेटिक्स से संन्यास ले लिया था। पुरुष होकर महिलाओ के साथ खेलो में भाग ले लेना और उसका किसी को भी पता ना चलना आश्चर्यजनक हें,और ये हमारे सिस्टम पर ही सवाल खड़ा करता हें ।   

14 जून 2012

कहीं आपका पैसा आपके देश के खिलाफ तो इस्तमाल नही हो रहा ''सत्यमेव जयते के 1 रूपये के sms की हकीकत''


आइये !!.... आमिर खान की तथाकथित "समाजसेवा"(?) की पोल खोलने के क्रम में आपको इस बात से अवगत करता हू कि प्रोग्राम के अंत में आमिर जो आपसे "बस एक रूपए" का SMS करने की अपील करते हैं तो वो पैसा जाता कहा है ये आपको जानना चाहिए, ......

वो पैसा जाता है "Humanity Trust" को, जो कहने को तो हॉस्पिटल खुलवाती है, अनाथ बच्चों के लिए काम करती है , पर इसका जो उद्देश्य आमिर बड़ी सफाई से छिपा ले जाते हैं हम सबसे, वो है .........जम्मू & कश्मीर में
1- (मस्जिद निर्माण)
2- (केवल मुस्लिम युवकों को रोजगार दिलाना)
3- (केवल गरीब मुस्लिम परिवारों के बच्चों के लिए सहायता)
ये कुछ अंश हैं "ह्युमनिटी ट्रस्ट" द्वारा किए जा रहे "सामाजिक कार्यों" के | ये सामाजिक कार्य हैं आमिर की संस्था के, जो जम्मू और कश्मीर में  "मस्जिद निर्माण" करवाना, मदरसों का निर्माण कराना और उन्हें आर्थिक सहायता पहुचाना, "केवल मुस्लिम युवकों" की शिक्षा, नौकरी आदि का प्रबंध करना, गरीब मुस्लिम परिवारों को आर्थिक सहायता देना | जम्मू  कश्मीर में मदरसों में पल रहे आतंकवाद से सब वाकिफ हें ही, तो क्या ये सब साबित नही करता की देश में आतंकवाद को कोन बढ़ावा दे रहा हें ?
तो इसी ट्रस्ट के लिए आमिर आपसे सहायता मांगते हैं और रिलायंस समूह उतना ही पैसा खुद देने की बात करता है, तो इस प्रकार आमिर चले हैं समाज बदलने, और सब आमिर भक्त उनकी चरण-चम्पी में लगे हैं | तो अगली बार जब मेसेज करे तो सोच ले, की कहीं   आपका पैसा आपके देश के खिलाफ आतंकवादियों को तो मदद नही कर रहा हें ? साभार 
 http://www.facebook.com/hidutvakishakti

हिमाचल प्रदेश से 8 चीनी जासूस गिरफ्तार .........

हिमाचल प्रदेश के ''मंडी'' से आठ चीनी जासूस को गिरफ्तार किया गया है। ये पिछले कई वर्षो से भारत में रह कर जासूसी कर रहे थे। इनके घर से चार तिजोरियां, और भारी मात्रा में विदेशी मुद्रा तथा कई एटीएम कार्ड तथा सिमकार्ड बरामद किए गए हैं। जिस किराए के मकान में ये रह रहे थे उसका मकान मालिक फरार बताया जा रहा है। इतने सालो तक इनका यहाँ छिप कर जासूसी करना और सुरक्षा एजेंसियों पकड से बचे रहना हमारे सुरक्षा तंत्र की नाकामी साबित करता हें की हमारा सुरक्षा तंत्र फेल हो चूका हें ।

13 जून 2012

400 बोरी नोटों से भरी बरामद कर्नाटक के वेल्लोरी में ...................


आज देश में हर तरफ घोटालो और रिश्वतखोरी का साम्राज्य फेला हुआ ह,इसका इक और उदाहरण मिला हें बेल्लोरी में, लौह अयस्क के खनन माफियाओं और राजनीति में रेड्डी बंधुओं को लेकर प्रसिद्ध बेल्लारी प्लाइवुड फैक्टरी में नोटों से भरी 400 बोरियां बरामद की गई हैं । पुलिस ने प्लाइवुड फैक्टरी पर छापेमारी के दौरान नोटों से भरी बोरियां बरामद की गई। हालांकि इसमें कितनी राशि है यह अभी पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने कर्नाटक रिजर्व बैंक से भी संपर्क साधा है। गिरफ्तार फैक्टरी मालिक ने बताया कि ये बोरिया इंदौर से मंगाई गई थीं जिसे किसी ने रद्दी के तौर पर बेच दिया था। मामले की पड़ताल के लिए पुलिस का एक दल इंदौर रवाना हो गया है। और ये सिर्फ पुलिस को बरगलाने और जांच में वक़्त गुजारने का बहाना हें,पुलिस जांच करेगी तब तक इस रूपये का मालिक कुछ न कुछ जुगाड़ कर ही लेगा,एक तरफ लोगो के पास अनाज खरीदने तक के पेसे नही हें वहीं दूसरी तरफ 400 बोरी भर के नोटों का मिलना देश में फल-फुल रिश्वतखोरी हरामखोरी और बढ़ते भर्स्टवाडे को दर्शा रहा हें ।  

u.p. में यमुना एक्सप्रेस वे का फेसला टिका, राईट`स की रिपोर्ट पर..............

यमुना एक्सप्रेस वे की शुरुआत अब 'राइट्स' की रिपोर्ट पर टिक गई है। भारत सरकार के इस प्रतिष्ठान ने एक्सप्रेस वे के मानक आधारित व सुरक्षित तेज गति परिवहन के उपयुक्त होने को लेकर यह अंतरिम रिपोर्ट तैयार कर ली है। अब इसी के आधार पर एक्सप्रेस वे को हरी झंडी का फैसला होना है।
एक्सप्रेस वे के आधिकारिक उद्घाटन के लिये तारीख तय करने को लगातार प्रयास चल रहा है। इसके निर्धारण में दो बार चुनावी अधिसूचनायें बाधा साबित हुई हैं। अब इस रिपोर्ट के आधार पर यमुना एक्सप्रेस वे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी की संस्तुति ही एक्सप्रेस वे शुरू करने के लिये शासन के ग्रीन सिग्नल का आधार होगा। वैसे, यमुना एक्सप्रेस वे पर हाल में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की यात्रा के बाद से जेपी इन्फ्राटेक के अधिकारी राहत में हैं। कंपनी के स्थानीय अधिकारी खुलकर कुछ नहीं कह रहे, परंतु इतना जरूर कह रहे हैं कि अब एक्सप्रेस की शुरुआत की 'उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है'।
फिलहाल जनपद में पड़ने वाले खंदौली और कुबेरपुर इंटरचेंजों पर यात्रा के लिये पहुंचने वाले कार चालकों का लगातार दबाव बना हुआ है। युवा कार चालकों को रोकना एक्सप्रेस वे प्रशासन के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती साबित हो रहा है। इसी से मिलते जुलते हालात बल्देव इंटरचेंज पर भी हैं।

12 जून 2012

दिल्ली में आज से आटोमेटिक मल्टीलेवल पार्किंग की शुरुआत.........


दिल्ली को मंगलवार को पहली मल्टीलेवल पार्किंग मिल जाएगी। इससे पार्किंग को लेकर मची हायतौबा में कुछ राहत मिलने की उम्मीद की जा रही है। कनाट प्लेस के बाबा खड्ग सिंह मार्ग पर स्थित आटोमैटिक मल्टीलेवल पार्किंग का उदघाटन मंगलवार को केंद्रीय गृहमंत्री पी. चिदंबरम, केंद्रीय खेल मंत्री अजय माकन तथा मुख्यमंत्री शीला दीक्षित करेंगी। 13 जून से इसमें लोग अपनी गाड़ियां खड़ी कर सकेंगे। यहां पर 1408 गाड़ियां एक समय में पार्क की जा सकती हैं। इस पार्किंग के साथ ही एक बड़ा सवाल यह भी है कि जहां लाखों की तादाद में गाड़ियां हर रोज सड़क पर उतरती है वहां यह पार्किंग लोगों को कितनी राहत दे सकेगी। गौरतलब है कि दो दिन पहले ही एक पीतमपुरा में निर्माणाधीन मल्टीलेवल पार्किंग के गिर गई थी।पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप माडल पर आधारित पूर्णतया आटोमेटिक मल्टीलेवल पार्किंग का उद्घाटन गत वर्ष दिसंबर में होना था। लेकिन कंप्लीशन सर्टिफिकेट तथा फायर डिपार्टमेंट से एनओसी मिलने में हुई देरी की वजह से यह टल गया।
गत महीने से इस पार्किंग में ट्रायल चल रहा है और प्रतिदिन सैकड़ों गाड़ियां पार्क हो रही हैं। इसके लिए वाहन चालकों से कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा है। उद्घाटन के बाद प्रति घंटे 10 रुपये के हिसाब से यहां पार्किंग शुल्क देना होगा। नई दिल्ली नगर पालिका परिषद [एनडीएमसी] द्वारा तैयार पार्किंग में गाड़ी खड़ी करने के लिए वाहन चालक को अपनी गाड़ी बेसमेंट में ले जानी होगी। पार्किंग विंडो पर पहुंचते ही कार का रजिस्ट्रेशन नंबर समय के साथ स्कैन हो जाएगा। इसके बाद कार आपरेटर को प्रवेश के लिए हैंड ओवर करनी होगी।इस दौरान ऑपरेटर वाहन मालिक को स्मार्ट कार्ड देगा। यहां 1408 कारें पार्क की जा सकती हैं। पार्किंग सातों दिन 24 घंटे काम करेगी और यहां गाड़ी खड़ी करने में तीन से पांच मिनट का समय लगेगा।

नरेंदर मोदी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तेयारी, कांग्रेस ने फिर निकाला गुजरात दंगो का भुत...


2002 गुजरात दंगों का जिन्न मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का पीछा नहीं छोड़ रहा है। कांग्रेस नेता एहसान जाफरी की मौत के मामले में सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त एमिकस क्यूरी राजू रामचंद्रन की रिपोर्ट मोदी पर भारी पड़ सकती है। इस रिपोर्ट में एसआईटी के उलट मोदी के खिलाफ मामला न बंद करने की सिफारिश की गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि निलंबित आईपीएस संजीव भट्ट समेत सभी गवाहों से पूछताछ होनी चाहिए। वेसे गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों सद्भावना मिशन के जरिए अपनी छवि सुधारने में लगे हैं। लेकिन हो सकता है कि उनकी इस कोशिश पर पानी फिर जाए। इसकी वजह हे एमिकस क्यूरी राजू रामचंद्रन की रिपोर्ट जल्द ही अदालत में पेश होने वाली है।
सूत्रों की मानें तो इस रिपोर्ट में मोदी और 2002 के गुजरात दंगों के बारे में काफी कुछ कहा गया है। इस रिपोर्ट में मोदी के खिलाफ मामला चलाने की पैरवी की गई है। आरोप लगाए गए हैं कि आईपीसी के सेक्शन 153 और 166 के तहत मोदी ने समुदायों के बीच शत्रुता फैलाई और जनसेवक के रूप में दायित्व नहीं निभाया। एमिकस क्यूरी का कहना है कि मोदी के खिलाफ केस को बंद नहीं किया जा सकता। केस चलाने के लिए काफी सबूत मौजूद हैं। गौरतलब है कि 600 पन्नों की एसआईटी रिपोर्ट में कहा गया था कि गुलबर्ग सोसाइटी में मुसलमानों पर हमलों में सरकार की प्रतिक्रिया वैसी नहीं थी, एसआईएटी ने मोदी के खिलाफ सबूत न होने की बात कहते हुए केस को आगे न बढ़ाने की पैरवी भी की थी। साफ है कि एमिकस क्यूरी की रिपोर्ट मोदी के सद्भावना मिशन की मुहिम में ग्रहण लगा सकती है। अपनी छवि सुधारने में लगे मोदी इन दिनों हज पर जाने वाले मुस्लिम भाईयों को भी शुभकामनाएं देने में लगे हैं। पूरे गुजरात में मोदी के शुभकामना वाले होर्डिग्स लगाए गए हैं। लेकिन इस रिपोर्ट के खुलासे ने एक बार फिर मोदी की मुसीबतें बढ़ा दी हैं।...........

11 जून 2012

देश और दिल्ली की शान ''जंतर-मंतर'' बंद हमेशा के लिए, अब नही चलेंगी 288 साल पुरानी सूर्य घडिया.........


दिल्ली ने अपनी एक ऐतिहासिक विरासत जंतर-मंतर को खो दिया है । इसके आसपास ऊंची इमारतों के कारण इसके सूर्य घड़ी यंत्रों  तक रोशनी पहुंचना बंद हो गई है। सूर्य की स्थिति के आधार पर नक्षत्रों की स्थिति एवं समय की गणना करने वाले 288 साल पुराने बेजोड़ खगोलीय यंत्र अब कभी नहीं चलेंगे । इसके आसपास 19 से लेकर 102 मीटर तक ऊंची इमारतें जंतर-मंतर की चहारदीवारी से लेकर करीब 90 मीटर तक के दायरे में फैली हैं। इनमें आधा दर्जन इमारतें सरकारी हैं।
खगोलीय स्थापत्य की इस विरासत का इस तरह बेकार होना सरकारी तंत्र की लापरवाही उजागर करता है। दिल्ली सरकार और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने दो साल पहले जंतर-मंतर को यूनेस्को की साझा विश्व विरासतों में शामिल कराने का प्रयास किया था, लेकिन सूर्य यंत्र पूरी तरह बेकार होने के कारण यूनेस्को ने मना कर दिया । और इस चोर सरकार ने इस सच्चाई को आम जनता से छिपा लिया ।
हमारे खगोलीय ज्ञान का यह आश्चर्य अब एक इमारत बन कर रह गया है, सेकड़ो सालो पहले बगेर किन्ही मशीनी साधनों की मदद लिए इस तरह के यंत्र का निर्माण हमारे अदभुत खगोलीय ज्ञान को दर्शाता हें, जिसे 1982 के एशियाई खेलों का शुभंकर बनाया गया था । जंतर-मंतर पर पुरातत्व सर्वेक्षण के दस्तावेज बताते हैं कि इसको घेरने वाली आठ इमारतों में दो नई दिल्ली नगर निगम [एनडीएमसी] की हैं जबकि एक-एक इमारत बैंक ऑफ बड़ौदा और स्टेट बैंक की है। शेष इमारतें निजी हैं। 102 मीटर सबसे ऊंची इमारत एनडीएमसी की पुरानी बिल्डिंग है। दरअसल सरकार ने 1992 में पहली बार यहां इमारतों के लिए नियम तय किए थे। जंतर-मंतर को घेरने वाली ज्यादातर इमारतें 1992 के पहले ही बन गई थीं। मगर अचरज यह है एनडीएमसी का दूसरा भवन और 14, जनपथ लेन की इमारत इस आदेश के बाद बनी। 14, जनपथ लेन की इमारत तो बगैर मंजूरी के बन गई जबकि एनडीएमसी की नई इमारत को विशेष मंजूरी दी गई। यही दोनों इमारतें जंतर-मंतर की धूप रोकने में सबसे आगे हैं। सरकार को इन इमारतो को हटाकर देश की इस अदभुत धरोहर को वापस देश को देना होगा |



10 जून 2012

अब तेयारी ई-वोटिंग की, मोबाईल से भी डाल सकेंगे वोट.......

अब आप बूथ पर गए बिना अपना वोट डाल सकेंगे । बिहार राज्य निर्वाचन आयोग इसी से जुड़ी तैयारी में जुटा है। आयोग की इस नई योजना का नाम है 'ई-वोटिंग'। आयोग दानापुर नगर परिषद के वार्ड संख्या 40 में होने वाले उपचुनाव में इसका प्रयोग करना चाहता है। हालांकि मतदान की तारीख अभी तय नहीं हुई है। जानकारी के अनुसार इसके तहत व्यवस्था यह हो रही है कि लोग घर बैठे ही मोबाइल या इंटरनेट के माध्यम से मतदान कर सकें या फिर ई-वोटर कार्ड को स्वैप कर वोट डाल सकें। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड या दूसरे सार्वजनिक स्थान पर इस तरह की मशीनें सिर्फ इसी मकसद से लगी होंगी। ई-वोटिंग की इस मशीन का नाम 'ई-कियोस्क' दिया गया है । इसमें वजन करने वाली मशीन की भांति सिक्का डालकर कोई व्यक्ति अपने एवं परिवार के सदस्यों के बूथ, वार्ड आदि की जानकारी ले सकेगा । राज्य निर्वाचन आयुक्त एचसी सिरोही के अनुसार इसे मतदान के एक विकल्प के रूप में विकसित करने पर विचार किया गया है । इस सिस्टम से वोट डालने वाले मतदाता दूसरे माध्यम से मतदान नहीं कर सकेंगे। गुजरात और महाराष्ट्र राज्य निर्वाचन आयोग की प्रेरणा के स्रोत हैं। आयोग के अनुसार गुजरात नगरपालिका में 2010 और 2011 में ई-वोटिंग के माध्यम से मतदान कराया गया। मुंबई महानगरपालिका के चुनाव में 'स्मार्ट वोटिंग' के रूप में इसे लागू करने पर काम चल रहा है। गुजरात और महाराष्ट्र के अनुभव को देख राज्य निर्वाचन आयोग बिहार ई-वोटर कार्ड भी बनाना चाहता है । इसमें इलेक्ट्रानिक चिप लगी होगी, जिसमें मतदाता के अंगूठे का निशान भी रहेगा। व्यवस्था ऐसी होगी कि अगर वोटर कहीं दूसरी जगह वोटर बनना चाहता है तो आयोग को यह संदेश मिल जाएगा कि वह अन्यत्र पहले से ही वोटर बना हुआ है |

9 जून 2012

खेल खत्म बाबा का, लगे समेटने अपनी ''कृपा'' का कारोबार............

 निर्मल बाबा का खेल खत्म होने को है। अपने अजीबो-गरीब और बेतुके सुझावों से भक्तों पर कृपा बरसाने का दावा करने वाले निर्मल जीत नरूला उर्फ निर्मल बाबा के खिलाफ जब जागरूक जनता ने पुलिस में रिपोर्ट लिखानी क्या शुरू की, बाबा अपना बोरिया बिस्तर समेटने में लग गये हें, बाबा पर चार सौ बीसी के तहत गिरफ्तारी का खतरा मंडराने लगा, तो अब बाबा अपनी बाबागीरी छोड़ने के मूड में आ गए लगते हैं । अपने चर्चित समागमों के द्वारा करोड़ों रुपये इकट्ठा कर चुके निर्मल बाबा ने पहली बार समागम की प्रस्तावित तिथियों को रद कर दिया है। उनकी बेवसाइट ने शुक्रवार को यह बताया कि दिल्ली में होने वाले चार समागम रद्द कर दिए गए हैं। लगता हें कि बाबा अब अपना कारोबार समेटने में लग गए हैं। उन्हें इस बात का इल्म हो गया है कि अब उनकी कृपा पर से लोगों का भरोसा उठ गया है । और थोड़े ही समय में बाबा को ''कृपा'' की जरुरत पड़ने वाली हें |

पुष्कर में विदेशी लड़की के साथ किया रेप,योग गुरु ने........


 देश विदेश में अपनी कला और अपनी मेहमान नवाजी के लिए मशहूर राजस्थान के पुष्कर में एक विदेशी युवती को एक फर्जी योग गुरु ने अपनी हवस का शिकार बना कर पुष्कर जेसी धार्मिक नगरी की कलंकित कर डाला, लड़की ने यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई । हालांकि बाद में उसने मामले को आगे बढ़ाने से मना कर दिया।
पुलिस के मुताबिक, स्पेन की रहने वाली 20 वर्षीया लड़की 20 दिन पहले अपनी दो मित्रों के साथ यहां घूमने आई थी । रविवार को उसकी मुलाकात भंवरलाल नाम के व्यक्ति से हुई । भंवर लाल ने खुद को योग गुरु बताते हुए उसे जूस पीने का निमंत्रण दिया। इसके बाद लड़की उसके साथ गेस्ट हाउस आ गई । लड़की के मुताबिक जूस पिने के कुछ देर बाद ही वह बेहोश हो गई । दो घंटे बाद होश आने पर उसने खुद को नग्न अवस्था में पाया।
पुलिस के अनुसार रविवार को शिकायत के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी गई, लेकिन लड़की ने अगले ही  दिन इस मामले को आगे बढ़ाने से मना कर दिया हें इसके पीछे कारण क्या हें ? ये तो पता नही, पर विदेशियों के साथ धार्मिक स्थलों पर होते ऐसे हादसों से देश की कितनी बदनामी होती हें, ऐसे मामलों पर पाबंदी लगनी चाहिए, और ऐसे मामलो में सख्त सजा देनी चाहिए । वेसे पुष्कर में 2005 के बाद से विदेशी महिलाओं से यौन उत्पीड़न और बलात्कार के मामले बढ़े हैं।

जेल के अन्दर आतंकी की हत्या-बेंगलूर धमाको का था आरोपी.........

 जर्मन बेकरी विस्फोट व बेंगलूर आतंकी हमलों के आरोपी इंडियन मुजाहिद्दीन के संदिग्ध आतंकी कतील मोहम्मद जफर सिद्दिकी को यहां शुक्रवार को यरवदा केंद्रीय जेल में मृत पाया गया । 
सिद्दिकी की जेल की उसकी कोठरी में हत्या कर दी गई थी। सिद्दिकी पुणे जर्मन बेकरी विस्फोट व बेंगलूर आतंकी हमलों सहित कई अन्य आतंकवादी हमलों में आरोपी था । वो अत्यधिक सुरक्षा वाली जेल की उसकी कोठरी में मृत पाया गया। उसका गला दबाकर हत्या की गई थी ।
महाराष्ट्र के गृह मंत्री आरआर पाटील स्थिति की निगरानी कर रहे हैं । पुलिस के शीर्ष अधिकारी व महाराष्ट्र एटीएस के सदस्य जांच के लिए जेल पहुंच गए हैं । वेसे इस खबर से आम लोग खुश हो रहे होंगे, में भी हूँ, की चलो एक आतंकी तो मरा जो हमारा खून चूस कर इकट्ठा किये रुपयों से, हमारे ही देश में पल रहा था | लेकिन कही ऐसा तो नही की वो किसी ऐसे आदमी के बारे में बताने जा रहा हो जो देश में कही सफेदपोश बन कर आतंकियो को की मदद कर रहा हो ? और इसी कारण उसने उसे  जेल में ही मरवा दिया हो, या तो वो कोई नया राज अदालत के सामने खोलने जा रहा था ,या फिर जेल में ही आपसी रंजिश का शिकार वो हुआ | अगर वो किसी सफेदपोश के बारे में बताने जा रहा रहा था तो जांच एजेंसियों को उसका पता लगाना होगा | नही तो फिर से एक नया आतंकी पैदा हो जायेगा | अगर इसकी जड़ को खत्म न किया गया तो |
  

4 जून 2012

अपने मुहं मिया मिट्ठू आडवानी...........


सुप्रीम कोर्ट द्वारा देश की प्रमुख नदियों को आपस में जोड़ने के संबंध में विशेष समिति गठित करने के आदेश के तीन महीने बाद भी यूपीए सरकार द्वारा कोई काम शुरू नहीं किए जाने पर भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने सरकार के खिलाफ अदालत अवमानना की याचिका दायर करने की मांग कर रहे है। और ये मांग क्यों कर रहे हें क्या खुद दायर नही कर सकते याचिका, वेसे आजकल सभी नेता सिर्फ मांग ही करते हें और तो ये कुछ कर भी नही सकते ना | आडवाणी का कहना हें कि सुप्रीम कोर्ट का यह ऐतिहासिक फैसला आए तीन माह बीत हो चुके हैं। इसके बावजूद विशेष समिति ने अदालत के आदेश का पालन नहीं की है। राजग के कार्यकारी अध्यक्ष ने अपने ताजा ब्लॉग में वाजपेई सरकार की तीन बड़ी उपलब्धियों में देश की नदियों को आपस में जोड़ने की दिशा में पहल करने को प्रमुख बताया है। 
पहली उपलब्धि - पाकिस्तान के साथ संबंधों को सामान्य बनाने और शाति स्थापित करने की पहल, जिसका नतीजा निकला कारगिल में घुसपेठ जिसमे 1300 से ज्यादा भारतीय सेनिक मारे गये और अरबो रूपये खर्च हुए, और साथ ही आतंकी सईद को छोड़ना पड़ा साथ में उसे करोड़ो डॉलर भी देने पड़े जिसने मुंबई में ताज होटल में हमलो को अंजाम दिया, दूसरी उपलब्धि - देश भर में राजमार्गों तथा ग्रामीण सड़कों का जाल बिछाया जिसमे उस वक़्त 30000 हजार करोड़ का घोटाला किया | राजग सरकार की ये दो बड़ी उपलब्धिया हैं। और तीसरी थी देश की नदियों को आपस में जोड़ने की, जो की भाजपा के दुर्भाग्य से और देश के सोभाग्य से पूरी नही हो पाई वरना इसमे तो बजट था 5,00,000 लाख करोड़ रूपये, देश को सूखे और बाढ़ से बचाने के लिए या अपने खुद के सूखे को मिटाने के लिए ? राजग सरकार ने शिवसेना नेता सुरेश प्रभु की अध्यक्षता में कार्यबल बनाया था। चाहे भाजपा हो या कांग्रेस या और कोई भी पार्टी सभी सिर्फ खाने में ही लगे रहे हें हमेशा से देश को | 
आडवानी के अनुसार हाल ही में उनसे मुलाकात करने वाले प्रभु ने उन्हें बताया कि इस अति महत्वाकाक्षी योजना को वास्तव रूप देने की दिशा में आगे बढ़ते हुए वह 5000 से अधिक बैठक कर चुके थे। उनके अनुसार प्रभु ने उन्हें यह भी बताया कि उनके विशेषज्ञों के समूह को पूरा विश्वास था कि देश की नदियों को जोड़ने में होने वाले खर्च को पूरा करने के लिए वह कम से कम पाच लाख 60 हजार करोड़ रुपये जुटाने में सफल होंगे।

1 जून 2012

10 माह से लावारिस खड़ी आतंकी वोलिवुड एक्ट्रेस लेला खान की कार जब्त.........

कश्मीर के किश्तवाड़ के ओम मेहता रोड पर दुकान के अंदर मिली महाराष्ट्र नंबर की आउटलेंडर कार एमएच 02 बी वाई 7867 बॉलीवुड नायिका लैला खान की निकली | किश्तवाड़ पुलिस ने दस माह से लावारिस खड़ी इस कार के मालिक का पता मुंबई पुलिस के सहयोग से लगाया । इसके तार दिल्ली हाई कोर्ट ब्लास्ट से जुड़े हो सकते हैं 
हालांकि, कहीं भी गाड़ी चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज होने के बारे में जानकारी नहीं है। आइएसआइ से कनेक्शन   होने खुलासे के बाद से लैला खान करीब एक साल से लापता है। मंगलवार को जिस दुकान से गाड़ी मिली है उसे बोंजवा निवासी परवेज अहमद ने किराये पर लिया था। वह भी लापता है। परवेज पहले से ही पुलिस रिकॉर्ड में हिस्ट्रीशीटर है और वह कई मामलों में जेल भी जा चुका है। गाड़ी को किस मकसद से किश्तवाड़ लाया गया, पुलिस इस बात की जांच कर रही है।
वहीं, दुकान मालिक के मुताबिक दुकान के अंदर गाड़ी आठ महीने से बंद है, लेकिन आसपड़ोस के लोगों का कहना है कि उन्होंने इस कार को इससे पहले एक-डेढ़ माह तक सड़क पर खड़े देखा । इससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि गाड़ी किश्तवाड़ में करीब दस महीने पहले लाई गई है। दिल्ली ब्लास्ट को भी सात जून को दस महीने हो जाएंगे। यह भी आशंका जताई जा रही है कि कहीं इस गाड़ी का ताल्लुक दिल्ली ब्लास्ट से न हो। क्योंकि, इस मामले में गिरफ्तार डॉ. वसीम पहले ही बयान दे चुका है कि किश्तवाड़ के डुग्गा वाले घर में आतंकियों के साथ उसकी बैठक में पाकिस्तान सेना का भगोड़ा मेजर जासीन व दो अन्य लोग भी शामिल हुए थे। कहीं यह गाड़ी उस समय तो इस्तेमाल में नहीं लाई गई थी, जिसे बाद में छुपा दिया गया हो।

81 करोड़ भारतीयों का आधार & पासपोर्ट डाटा बिक्री के लिए उपलब्ध

  अख़बार  बिजनेस स्टैंडर्ड  की रिपोर्ट के मुताबिक़, 81 करोड़ से ज़्यादा भारतीयों की निजी जानकारी डार्क वेब पर बिक्री के लिए उपलब्ध है. अख़बा...