20 अप्रैल 2013

चीनी सेना ने भारतीय सीमा मे 10 किमी अंदर घुस कर चोकी बनाई,

आए दिन चीन की आर्मी द्वारा बॉर्डर क्रॉस करके भारतीय सीमा घुसपैठ करना आम बात हो गयी हैं, सोमवार  को चीन की सेना अपनी हदे ही पार कर दी ओर एक बार फिर भारतीय सीमा रेखा के अंदर 10 कि.मी. तक अंदर प्रवेश कर दोनों देशों के बीच फिर से विवाद को जन्म दिया है। घुसपैठ की यह घटना 15 अप्रैल की रात को हुई है।  50 से भी ज्यादा चीनी सैनिक ने लगभग 17 हजार फीट की ऊंचाई पर पूर्वी लद्दाख के दौलत बेग सेक्टर में घुस कर तंबूओं से अपनी चौकी भी बना ली। उत्तरी कमांड के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया के मुताबिक वास्तविक नियंत्रण रेखा को लेकर विवाद के चलते पूर्वी लद्धाख में ऐसी घटनाएं होती रहती हैं, जिन्हें मौजूदा व्यवस्था में आपसी बातचीत से सुलझा लिया जाता है।
 इस इलाके मे आम नागरिकों की कोई आबादी नहीं होने के कारण आए दिन ऐसी घटनाए होती ही रहती हैं | ध्यान रहे की 1965 के भारत-चीन युद्ध मे चीन भारत के करीब 65000 वर्ग किलोमीटर जगह पर कब्जा कर लिया था, जो आज भी कायम हैं | ओर आए दिन चीन भारत के अरुणाचल प्रदेश पर भी अपना हक जताता रहता हैं, ओर एक दिन इसे भी भारत से छीन लेगा, इतना होने पर भी देश की सरकार कानो मे तैल डाल कर सोती रहती हैं |
 

19 अप्रैल 2013

5 साल की बच्ची से दिल्ली मे बलात्कार, रेपिस्ट नगरी दिल्ली हुयी फिर शर्मसार

लगता हैं दिल्ली बलात्कारियों की राजधानी बन गयी हैं, चलती बस में फिजियोथेरेपिस्ट युवती के साथ हुई दरिंदगी का मामला ओर लोगो का गुस्सा अभी ठंडा भी नही हुआ था,की उस से पहले ही शुक्रवार को पांच साल की मासूम बच्ची से रेप के बाद एक बार फिर दिल्ली वाले उबल पड़े। ओर ऊपर से तुर्रा यह की अस्पताल के बाहर नारेबाजी कर रही भीड़ में शामिल एक मासूम लड़की को अतिरिक्त पुलिस आयुक्त [एसीपी] ने थप्पड़ जड़ दिया। उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। मामले को तूल पकड़ता देख केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पुलिस आयुक्त नीरज कुमार से रिपोर्ट तलब की।  ओर इसी बीच हैवानियत की शिकार हुई बच्ची को चौतरफा दबाव के बाद एम्स रेफर कर दिया गया, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई हैं, मजदूरी करने वाले बच्ची के माता-पिता गांधी नगर इलाके में किराए के मकान के प्रथम तल पर रहते हैं। गत 15 अप्रैल को घर में खेलते समय बच्ची लापता हो गई थी, जिसकी सूचना परिजनों ने पुलिस को दी। लेकिन पुलिस ने घर तक जाकर जांच करने की जहमत नहीं उठाई। 17 अप्रैल को परिजनों ने भूतल पर स्थित एक कमरे से रोने की आवाज सुनाई दी। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने ताला तोड़ा तो पाया बच्ची खून से लथपथ पड़ी हुई थी। उसके गले पर दबाए जाने के निशान थे। गंभीर हालत में बच्ची को स्वामी दयानंद अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। लोगों को जब इस दरिंदगी की जानकारी मिली तो वे भारी संख्या में अस्पताल के बाहर पहुंचकर विरोध जताने लगे | इस पर प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने बल प्रयोग भी किया। बच्ची को तत्काल एम्स रेफर करने की मांग कर रही एक युवती को एसीपी बीएस अहलावत ने थप्पड़ मार दिया, जिससे उसके कान से खून निकलने लगा। बच्ची के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें दो हजार रुपये देकर अपना मुंह बंद करने के लिए कहा था।एक तो काम मे लापरवाही ओर दूसरी तरफ आवाज उठाने वाली एक मासूम लड़की पर हाथ उठाना ? बहुत खूब सुरक्षा कर रही हैं सरकार आमजन ओर महिलाओ की देश की राजधानी मे, एक तरफ पुलिस की तानाशाही ओर दूसरी तरफ  बलात्कारी की हैवानियत की इंतहा इतनी की , यहाँ तक की हेवान भी सर झुका ले, जी हाँ बच्ची के साथ आरोपी मनोज ने हैवानियत की इंतहा कर दी थी। डॉक्टरों ने ऑपरेशन करके बच्ची के यौनांग से
दो मोमबत्ती और एक शीशी निकाली है। फिलहाल लड़की की हालत खतरे मे हैं, ओर दिल्ली ,मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का कहना हैं की दिल्ली अब भी सुरक्षित हैं ??????????????????

6 अप्रैल 2013

दिल्ली गेंग-रेप के आरोपी का हाथ तोड़ा, जैल मे बंद केदियों द्वारा ....

दिल्ली गेंग रेप के आरोपियों को कोर्ट तो ना जाने कब सजा देगा, पर कैदी तो जाईल के अंदर आरोपियों को बराबर सजा देने मे लगे हैं,  दिल्ली मे चलती बस में युवती के साथ बलात्कार ओर ह्त्या जेसे दरिंदगी मामले में तिहाड़ जेल में बंद आरोपियों पर अन्य कैदीयो का गुस्सा अभी भी कम नही हुआ हैं, ओर आरोपियों को पीटने,मारने के चक्कर मे वो हर पल मोके की तलाश करते हैं, गुरुवार को कैदियों ने वायुसेना की परीक्षा की तैयारी कर रहे एक आरोपी विनय के दाहिने हाथ को तोड़ दिया । शुक्रवार को साकेत कोर्ट स्थित फास्ट ट्रैक
अदालत में वो जब पेश हुआ, तब मजिस्ट्रेट के सामने सारी बात कही । जज योगेश खन्ना ने इस संबंध में जेल प्रशासन से जवाब तलब किया है। अपने अधिवक्ता एपी सिंह के साथ अदालत पहुंचे आरोपी विनय के चेहरे पर खौफ साफ दिख रहा था। जज के सामने उसने कहा-'मुझे यही मार दो पर वापस जेल मत भेजो। वहां बहुत डर लगता है। मैं कोर्ट की बिल्डिंग से कूद कर जान दे दूंगा, पर जेल नहीं जाऊंगा।' आरोपी ने पत्रकारो को बताया कि कुछ कैदी उसके पास आए और पूछा कि वह किस हाथ से परीक्षा देगा। उसने जब हाथ ऊपर कर के कहा इससे तो कैदियों ने उसके दाहिने हाथ की हड्डी तोड़ डाली। इस पर अदालत ने एक बार फिर जेल प्रशासन को गैंगरेप के सभी चारों आरोपियों की सुरक्षा पुख्ता करने के आदेश दिए।

5 अप्रैल 2013

भ्रष्टाचारियो का मुख्यालय AVVNL ....... पढे ओर शेयर करे


विधुत विभाग तो लगता हैं जेसे, देश भर के भ्रष्टाचारियो का मुख्यालय हैं | यहाँ से एक से बढ़कर एक भ्रष्टाचारी ओर भ्रष्टाचार के नये-नए तरीके सीखने को मिलेंगे,  जी हाँ ओर अगर आपने आरटीआई 05 के अंतर्गत कोई सूचना मांग ली, तो आप का प्रार्थनापत्र पूरे राजस्थान मे घुमता रहेगा,
मेने एक भ्रष्ट अधिकारी जिसके खिलाफ रिश्वत लेने के कई मामलो मे AVVNL विभाग ने चार्जशीट दी हैं, उस अधिकारी श्याम सुंदर शर्मा पर्सनल ऑफिसर AVVNL के बारे मे लोकसूचना मांगी थी, तो उसके बचाव मे खुद बी एम गोयल चीफ इंजीनियर AVVNL उतार आए ओर उसे बचाने मे ओर मुझे सूचना न देने मे, अपनी तरफ से कोई कसर नही छोड़ी , ओर अब लगता हैं की मुझे श्याम सुंदर के बारे मे मांगी गयी लोकसूचना मुझे देने की उनकी कोई मंशा नही दिख रही, चलो कोई बात नही, एक बार पत्र द्वारा पहले AVVNL एम डी, अजमेर को ओर, सी एम डी श्री मान कुंजी लाल मीणा सा,  को मामले से अवगत करा लेते हैं, नही तो बाद मे देखते हैं 10 दिन ओर इनको, नही तो मजबूरी मे पहले तो एसीबी मे परिवाद दायर कर इस भ्रष्टाचारी श्याम सुंदर को देखना पड़ेगा ओर सूचना ना देने के कारण ये तो दिख रहा हैं की मामलो मे कुछ तो गड़बड़ हैं,   ओर उसके बाद बी एम गोयल के कारनामो की पोल भी खुले, इसके लिए भी तथ्य जुटा लिए हैं मेने, कुछ करना पड़ेगा बाकी इन्हे कानून की ओर आम जन की ताकत केसे पता चलेगी, ओर साथ ही देश ओर राज्य के पेसो को बर्बाद करने मे, ओर जनता को लूटने मे लगे इन कर्मचारियो की पोल तो खुलनी ही चाहिए | जय हिन्द ...
ओर अगर किसी को आरटीआई के मामलो मे कोई भी मदद की आवश्यकता हो तो मुझ से संपर्क करे | यहाँ क्लिक करे  http://complainagainstcorruption.blogspot.in/   

अमेरिकियो के आरोप झूठे, भारत मे नेता को सुनने तारीफ करने के पेसे मिलते हैं,,,,,

अमेरिकियो ने बगैर किसी आकलन के नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए पेसे देने का आरोप लगा दिया, वो यह भूल गए की ये इंडिया हैं मेरे यार, यहाँ नेताओ से मिलने या उनकी तारीफ करने के लिए पेसे नही लगते, उल्टे ओर नेताओ की तारीफ करने पर ओर उन्हे सुनने पर भरपूर पेसे मिलते हैं, ओर थोड़ी भी अगर आप मे काबिलियत (चापलूसी) हैं, तो छोटा मोटा पद भी मिल सकता हैं, यही गलती कर दी अमेरिकियो ने, मेरे हिसाब से वो मानेगे नही इस बात को, इसलिए उन्हे चुनाव तक भारत मे रुक कर प्रत्यक्ष रूप से ये देखना चाहिए की नेताओ को सुनने ओर मिलने के बदले पेसे मिलते हैं भारत मे, इस से उनकी गलतफहमी दूर हो जाएगी|       

चीनी (शक्कर) को भी किया नियंत्रण मुक्त, पेट्रोल को नियंत्रण मुक्त करने के बाद क्या हुआ वो सबको पता हैं ही ...

लगता हैं की देश की सरकार ने ये सोच लिया हैं की देश से गरीबी नही, गरीब का ही बिलकुल सफाया कर देंगे | जी हाँ अब सरकार ने चीनी पर लगे सभी सरकारी नियंत्रण हटा लिए गए हैं।चीनी (शक्कर ) को भी नियंत्रण मुक्त कर दिया गया हैं ,अब पेट्रोल को जब नियंत्रण मुक्त किया था, ओर उसके बाद पेट्रोल के दाम जो आसमान पर गए हैं वो तो सब को पता हैं ही, तो अब बारी चीनी की हैं | अब न चीनी मिलों से लेवी चीनी सरकार वसूलेगी, और न ही खुले बाजार में चीनी बेचने पर कोई रोक-टोक होगी। आखिर कृषि मंत्री रहे शरद पवार के दबाव मे सरकार ने आम जनता के हाथ से चाय का कप भी छीन लिया, ओर साथ ही इस फैसले ने देश के ऊपर कई हजार करोड़ रुपयो का भार भी डाल दिया हैं,  क्यू की राशन प्रणाली की सस्ती चीनी का बोझ केंद्र सरकार ओर राज्य सरकार खुद उठाएगी, तो वो पेसा भी उसी आमजन से वसूला जाएगा । इस फेसले से चीनी उद्योग को 3,000 करोड़ रुपये का सीधा फायदा होगा। दूसरी तरफ इसका खामियाजा आम उपभोक्ताओं को ज्यादा कीमत चुकाकर भुगतना पड़ेगा । चीनी उद्योग की यह बहुत पुरानी मांग थी, जिसे सरकार ने मान लिया है।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति [सीसीईए] की बैठक में खाद्य मंत्रालय के मसौदे पर मुहर लगा कर आम जन के हाथ से चाय का प्याला तक छीनने का पूरा इंतजाम मनमोहन जी कर दिया है। 
अब चीनी मिल मालिक अपनी मर्जी से बाजार में मांग व आपूर्ति के सिद्धांत के तहत अपने मनमाफिक चीनी बेच सकेंगे, ओर जब चाहे बाजार मे इसकी सप्लाई कम ज्यादा कर दाम बढ़ा सकेंगे। कुल मिला कर आम जनता को अब चाय पीना भी भूलना होगा |

81 करोड़ भारतीयों का आधार & पासपोर्ट डाटा बिक्री के लिए उपलब्ध

  अख़बार  बिजनेस स्टैंडर्ड  की रिपोर्ट के मुताबिक़, 81 करोड़ से ज़्यादा भारतीयों की निजी जानकारी डार्क वेब पर बिक्री के लिए उपलब्ध है. अख़बा...