 आए दिन चीन की आर्मी द्वारा बॉर्डर क्रॉस करके भारतीय सीमा घुसपैठ करना आम बात हो गयी हैं, सोमवार  को चीन की सेना अपनी हदे ही पार कर दी ओर एक बार फिर भारतीय सीमा रेखा के अंदर 10 कि.मी. तक अंदर प्रवेश 
कर दोनों देशों के बीच फिर से विवाद को जन्म दिया है। घुसपैठ की यह घटना 15 
अप्रैल की रात को हुई है।  50 से भी ज्यादा चीनी सैनिक ने लगभग 17 
हजार फीट की ऊंचाई पर पूर्वी लद्दाख के दौलत बेग सेक्टर में 
घुस कर तंबूओं से अपनी चौकी भी बना ली। उत्तरी कमांड के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया के मुताबिक वास्तविक 
नियंत्रण रेखा को लेकर विवाद के चलते पूर्वी लद्धाख में ऐसी घटनाएं होती 
रहती हैं, जिन्हें मौजूदा व्यवस्था में आपसी बातचीत से सुलझा लिया जाता है।
आए दिन चीन की आर्मी द्वारा बॉर्डर क्रॉस करके भारतीय सीमा घुसपैठ करना आम बात हो गयी हैं, सोमवार  को चीन की सेना अपनी हदे ही पार कर दी ओर एक बार फिर भारतीय सीमा रेखा के अंदर 10 कि.मी. तक अंदर प्रवेश 
कर दोनों देशों के बीच फिर से विवाद को जन्म दिया है। घुसपैठ की यह घटना 15 
अप्रैल की रात को हुई है।  50 से भी ज्यादा चीनी सैनिक ने लगभग 17 
हजार फीट की ऊंचाई पर पूर्वी लद्दाख के दौलत बेग सेक्टर में 
घुस कर तंबूओं से अपनी चौकी भी बना ली। उत्तरी कमांड के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया के मुताबिक वास्तविक 
नियंत्रण रेखा को लेकर विवाद के चलते पूर्वी लद्धाख में ऐसी घटनाएं होती 
रहती हैं, जिन्हें मौजूदा व्यवस्था में आपसी बातचीत से सुलझा लिया जाता है।इस इलाके मे आम नागरिकों की कोई आबादी नहीं होने के कारण आए दिन ऐसी घटनाए होती ही रहती हैं | ध्यान रहे की 1965 के भारत-चीन युद्ध मे चीन भारत के करीब 65000 वर्ग किलोमीटर जगह पर कब्जा कर लिया था, जो आज भी कायम हैं | ओर आए दिन चीन भारत के अरुणाचल प्रदेश पर भी अपना हक जताता रहता हैं, ओर एक दिन इसे भी भारत से छीन लेगा, इतना होने पर भी देश की सरकार कानो मे तैल डाल कर सोती रहती हैं |
 
 





