अमेरिकियो ने बगैर किसी आकलन के नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए पेसे देने का आरोप लगा दिया, वो यह भूल गए की ये इंडिया हैं मेरे यार, यहाँ नेताओ से मिलने या उनकी तारीफ करने के लिए पेसे नही लगते, उल्टे ओर नेताओ की तारीफ करने पर ओर उन्हे सुनने पर भरपूर पेसे मिलते हैं, ओर थोड़ी भी अगर आप मे काबिलियत (चापलूसी) हैं, तो छोटा मोटा पद भी मिल सकता हैं, यही गलती कर दी अमेरिकियो ने, मेरे हिसाब से वो मानेगे नही इस बात को, इसलिए उन्हे चुनाव तक भारत मे रुक कर प्रत्यक्ष रूप से ये देखना चाहिए की नेताओ को सुनने ओर मिलने के बदले पेसे मिलते हैं भारत मे, इस से उनकी गलतफहमी दूर हो जाएगी|
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