19 अप्रैल 2013

5 साल की बच्ची से दिल्ली मे बलात्कार, रेपिस्ट नगरी दिल्ली हुयी फिर शर्मसार

लगता हैं दिल्ली बलात्कारियों की राजधानी बन गयी हैं, चलती बस में फिजियोथेरेपिस्ट युवती के साथ हुई दरिंदगी का मामला ओर लोगो का गुस्सा अभी ठंडा भी नही हुआ था,की उस से पहले ही शुक्रवार को पांच साल की मासूम बच्ची से रेप के बाद एक बार फिर दिल्ली वाले उबल पड़े। ओर ऊपर से तुर्रा यह की अस्पताल के बाहर नारेबाजी कर रही भीड़ में शामिल एक मासूम लड़की को अतिरिक्त पुलिस आयुक्त [एसीपी] ने थप्पड़ जड़ दिया। उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। मामले को तूल पकड़ता देख केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पुलिस आयुक्त नीरज कुमार से रिपोर्ट तलब की।  ओर इसी बीच हैवानियत की शिकार हुई बच्ची को चौतरफा दबाव के बाद एम्स रेफर कर दिया गया, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई हैं, मजदूरी करने वाले बच्ची के माता-पिता गांधी नगर इलाके में किराए के मकान के प्रथम तल पर रहते हैं। गत 15 अप्रैल को घर में खेलते समय बच्ची लापता हो गई थी, जिसकी सूचना परिजनों ने पुलिस को दी। लेकिन पुलिस ने घर तक जाकर जांच करने की जहमत नहीं उठाई। 17 अप्रैल को परिजनों ने भूतल पर स्थित एक कमरे से रोने की आवाज सुनाई दी। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने ताला तोड़ा तो पाया बच्ची खून से लथपथ पड़ी हुई थी। उसके गले पर दबाए जाने के निशान थे। गंभीर हालत में बच्ची को स्वामी दयानंद अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। लोगों को जब इस दरिंदगी की जानकारी मिली तो वे भारी संख्या में अस्पताल के बाहर पहुंचकर विरोध जताने लगे | इस पर प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने बल प्रयोग भी किया। बच्ची को तत्काल एम्स रेफर करने की मांग कर रही एक युवती को एसीपी बीएस अहलावत ने थप्पड़ मार दिया, जिससे उसके कान से खून निकलने लगा। बच्ची के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें दो हजार रुपये देकर अपना मुंह बंद करने के लिए कहा था।एक तो काम मे लापरवाही ओर दूसरी तरफ आवाज उठाने वाली एक मासूम लड़की पर हाथ उठाना ? बहुत खूब सुरक्षा कर रही हैं सरकार आमजन ओर महिलाओ की देश की राजधानी मे, एक तरफ पुलिस की तानाशाही ओर दूसरी तरफ  बलात्कारी की हैवानियत की इंतहा इतनी की , यहाँ तक की हेवान भी सर झुका ले, जी हाँ बच्ची के साथ आरोपी मनोज ने हैवानियत की इंतहा कर दी थी। डॉक्टरों ने ऑपरेशन करके बच्ची के यौनांग से
दो मोमबत्ती और एक शीशी निकाली है। फिलहाल लड़की की हालत खतरे मे हैं, ओर दिल्ली ,मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का कहना हैं की दिल्ली अब भी सुरक्षित हैं ??????????????????

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