31 मई 2012

पुलिस चोकी में जायरीन लड़की के साथ बलात्कार, रक्षक ही बने भक्षक........


बदायूं में बड़े सरकार के दर पर जियारत करने आई लड़की के साथ रविवार रात लालपुल पुलिस चौकी पर बलात्कार कर डाला | जायरीन लड़की को चौकी पर पूछताछ के बहाने ले जाया गया था, और वहां पुलिस के मुखबिर ने उसे अपनी हवस का शिकार बना डाला। जिन लोगों पर जायरीन की सुरक्षा का जिम्मा था, उनमें से ही एक सिपाही घटना के वक्त चौकी के गेट पर खड़ा होकर पहरा देता रहा। रामपुर जिले के खजुरिया थाना अंतर्गत गांव कायमगंज निवासी सत्रह वर्षीय किशोरी रविवार को अपने नाना के साथ जियारत करने बड़े सरकार की दरगाह पर आई थी। रात में वह नाना के साथ दरगाह परिसर में ही तख्त पर लेटी थी। बुजुर्ग और किशोरी को पास लेटे देख आसपास के लोगों ने शक जताया और लालपुल पुलिस चौकी को सूचना दे दी। इस पर चौकी के कांस्टेबिल औसाफ अली व माजिद हुसैन मौके पर पहुंच गए। यह लोग नाना-दोहिति को पकड़कर चौकी ले आए और दोनों को कांस्टेबिल सुमित के हवाले कर गए। चौकी पर एक मुखबिर ब्राह्मपुर निवासी गोपाल यह कहकर किशोरी को अंदर ले गया कि वह समझौता करा देगा। उसने इस मौके का फायदा उठाकर चौकी में ही किशोरी के साथ बलात्कार किया। इस दौरान सिपाही सुमित बाहर पहरेदारी करता रहा ताकि कोई अंदर न आ जाए। और तो और सिपाही आसिफ अली और माजिद हुसेन लड़की के नाना को वापस दरगाह ले गये और लड़की को छोड़ने के बदले बीस हजार रूपये की मांग की और ऐसा न करने पर झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी | रक्षको ने ही भक्षको का रोल अदा कर दिया, जिन पर सुरक्षा की जिम्मेदारी थी उन्होंने ही लड़की का बलात्कार कर दिया | उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी को आये हुए ज्यादा वक़्त नही हुआ हें और अपराधो की बाढ़ सी आ गयी हें, वेसे सपा अपने ''गुंडाराज'' के लिए मशहूर हें | 

भारत द्वारा जलीस को छोड़ने के बाद, सरबजीत की रिहाई की उम्मीद बढ़ी ........

आखिर भारत की सुप्रीम कोर्ट के डा. जलीस अंसारी को भारत से रिहा करने के बाद, पाकिस्तान की जेल में बंद सरबजीत की रिहाई की उम्मीद बढ़ गई है। दोनों देशों के गृह सचिव स्तर की बातचीत में इस्लामाबाद ने इस संबंध में जल्द ही सकारात्मक कदम उठाने के संकेत दिए हैं। भारत दौरे पर आए पाकिस्तानी पत्रकारों ने भी सरबजीत को रिहा करने का समर्थन किया है।
गौरतलब है कि लाहौर और मुल्तान में 1990 में श्रृंखलाबद्ध विस्फोटों में सरबजीत सिंह को फांसी सजा सुनाई गई है। हालांकि बाद में पाक सरकार ने सजा पर रोक लगा दी थी।
डा. जलीस को पाकिस्तानी राष्ट्रपति जरदारी की सिफारिश और डा. जलीस की उम्र देखते हुए,मानवीय आधार पर कुछ हफ्ते पहले रिहा किया गया था | उनकी रिहाई के बाद भारत को उम्मीद थी की पाक भी सरबजीत की रिहाई करेगा |
 इसलिए माना जा रहा है कि पाक सरकार सरबजीत को माफी देकर रिहा कर सकती है। ध्यान रहे कि बातचीत से पहले सरबजीत की बहन दलबीर कौर ने गृहमंत्री पी. चिदंबरम से मिलकर अपने भाई की रिहाई का मुद्दा उठाने का आग्रह किया था। वेसे पाक कोर्ट में ये साबित हो चुका हें की वो बेगुनाह हें और उसके खिलाफ गवाही देने वालो ने भी कह दिया हें की उन लोगो ने पुलिस के दबाव में आकर झूठे ब्यान दिए थे | 


30 मई 2012

सुप्रीम कोर्ट की केंद्र सरकार को  फटकार - यूनियन कार्बाइड के कचरा निस्तारण के बारे में.....


भोपाल गैस कांड के बाद 28 साल से बंद पड़े यूनियन कार्बाइड कारखाने के कचरे का आज तक निस्तारण न होने पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को फटकार लगाई है। कोर्ट ने कहा कि सरकार इस बारे में गंभीर नहीं है।
न्यायमूर्ति जीएस सिंघवी व न्यायमूर्ति एसजे मुखोपाध्याय की पीठ ने कहा कि 'इस बारे में 28 साल बाद भी फैसला नहीं हो पाया, क्योंकि भोपाल में रहने वाले प्रभावित लोग गरीब हैं। ये समस्या से निपटने में सरकार की नाकामी है।' कोर्ट ने कहा कि 'समस्या से निपटने के प्रति गंभीरता कम है।' पीठ ने इन टिप्पणियों के साथ मामले की सुनवाई दो जुलाई तक टाल दी।
अदालत ने सरकार को निर्देश दिया कि वह यूनियन कार्बाइड के कचरा निस्तारण के बारे में आठ जून को होने वाली मंत्री समूह [जीओएम] की बैठक में लिए जाने वाले निर्णय को अदालत में पेश करे। एडिशनल सॉलिसिटर जनरल गौरव बनर्जी व मप्र के वकील रवि शंकर प्रसाद ने पीठ को बताया कि कचरा निस्तारण के मुद्दे पर जीओएम की बैठक होने वाली है। जीओएम ने मध्यप्रदेश सरकार से कचरा निस्तारण पर सुझाव व आपत्तियां मांगी हैं। बैठक के मद्देनजर कोर्ट ने सुनवाई दो जुलाई तक स्थगित कर दी ।

यूनियन कार्बाइड के कचरा निस्तारण के बारे में 

83 हजार टन गेहूं का अता-पता नहीं,बिहार सरकार से गुम हुए गेहूं की, तलाश शुरू......

बिहार में गत वर्ष केंद्रीय पूल के लिए खरीदा गया 83 हजार टन गेहूं भारतीय खाद्य निगम [एफसीआइ] के गोदामों तक नहीं पहुंचा, न ही उसका हिसाब-किताब मिल रहा है। परेशान एफसीआइ ने अफसरों को तलब कर पड़ताल शुरू कर दी है। साथ ही, बिहार सरकार से गुम हुए गेहूं की तलाश करने को कहा है। 
एफसीआइ ने बिहार के खाद्य सचिव शिशिर सिन्हा को 14 अप्रैल को भेजे पत्र में कहा है कि पिछले रबी सीजन में [31 जुलाई 2011] खरीदे गए पांच लाख दो हजार नौ टन गेहूं में चार लाख आठ हजार 359 टन ही 31 मार्च 2012 तक उनके गोदामों तक पहुंचा है। गेहूं की बाकी मात्रा का पता नहीं चल रहा है। किसानों से सरकारी समर्थन मूल्य पर खरीदा गया यह गेहूं एफसीआइ के दस्तावेजों में दर्ज है। पत्र में पूछा गया है कि बाकी गेहूं कहां रखा हुआ है? ताकि उसका सत्यापन कराकर वास्तविक स्थिति का पता लगाया जा सके।
पिछले रबी सीजन में राज्य की चार एजेंसियों के माध्यम से बिहार में गेहूं की खरीद हुई थी। सबसे अधिक खरीद पैक्स के माध्यम से हुई। पैक्स ने दो लाख नौ हजार 979 टन गेहूं खरीदा। इसमें 41,156 टन गेहूं एफसीआइ के गोदामों तक नहीं पहुंचा। बिस्कोमान ने एक लाख अड़तालीस हजार इक्कीस टन गेहूं खरीदा। इस एजेंसी के भी 22,000 टन गेहूं का अता-पता नहीं है। नैफेड ने एक लाख आठ हजार दो सौ चार टन गेहूं की खरीद की, जिसका 14,116 टन गेहूं कहीं और चला गया।
एफसीआइ के अफसरों ने इस गेहूं को उसके गोदामों में जमा कराने के लिए राज्य सरकार को कई पत्र लिखे। संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो निगम के उप महाप्रबंधक अमरेश कुमार ने बिहार के खाद्य सचिव शिशिर सिन्हा को 16 मई को पत्र लिखकर विस्तृत ब्योरा उपलब्ध कराने का आग्रह किया है। शिशिर सिन्हा ने गड़बड़ी की बात को तो स्वीकारा, लेकिन इसे घोटाला मानने को तैयार नहीं हैं।

27 मई 2012

भारत द्वारा एक और आकाश मिसाईल का सफल परिक्षण.......


 भारत ने ओडिशा के बालासोर जिले के चांदीपुर स्थित परीक्षण स्थल पर शनिवार को मध्यम-दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली आकाश मिसाइल का सफल परीक्षण किया। बीते तीन दिनों में यह आकाश का दूसरा सफल परीक्षण है। ये परीक्षण मिसाइल को एंटी एयरक्राफ्ट स्वरूप देने के उद्देश्य से किए जा रहे हैं। आकाश पूर्ण रूप से स्वदेशी तकनीक से निर्मित हें, इस मिसाइल की मारक क्षमता 25 किलोमीटर है, और यह 15 किलोमीटर ऊंचाई तक के लक्ष्य को भेद सकती है। सात सौ किलोग्राम भार की यह मिसाइल 60 किलोग्राम वजन का अस्त्र ले जा सकती है।


मुस्लिम महिलाओं के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर,तसलीमा के खिलाफ बिहार में मुकदमा दर्ज........


विवादास्पद पुस्तक 'लज्जा' की बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन की ट्विटर पर मुस्लिम महिलाओं के बारे में बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी को बिहार के बेतिया की अदालत ने आपराधिक कृत्य माना है। तस्लीमा ने यह टिप्पणी मुस्लिम महिलाओं के सेक्स के अधिकार पर की थी ।( तसलीमा ने कहा था की हर मुस्लिम ओरत को 73 मर्दों साथ सेक्स करना चाहिए ) अदालत ने तस्लीमा पर मुकदमा चलाने का फैसला किया है।
बिहार में बेतिया के बसवरिया निवासी अधिवक्ता मुराद अली के परिवाद की जांच के बाद मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने लेखिका के इस बयान को प्रथम दृष्टया अपराध माना है। अदालत ने जांच के बाद माना है कि समाचार पत्र में प्रकाशित खबरों के आधार पर मामला बनता है। तस्लीमा के खिलाफ दंडनीय अपराध का मुकदमा चलाने लायक सामग्री अभिलेख पर उपलब्ध है।
अब मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने परिवादी मुराद अली को सात दिन के अंदर अभियुक्त को नोटिस जारी करने के उद्देश्य से अभियुक्त तस्लीमा का पता उपलब्ध कराने का आदेश दिया है ।






350 से सालो से अबूझ न्यूटन की पहेली को हल किया भारतीय छात्र ने........


जर्मनी में भारतीय मूल के एक छात्र ने दुनिया की गणित में 350 से अधिक वर्षो से अबूझ बनी पहेली को हल किया है। 16 वर्षीय शौर्य रे प्रख्यात गणितज्ञ और भौतिकविद् सर आइजक न्यूटन के बने सर्वाधिक जटिल गणितीय सवाल को सुलझा लिया है। इस सवाल को सुलझाने के लिए भौतिकशास्त्री अभी तक कंप्यूटर का प्रयोग करते थे।
समाचार पत्र 'डेली मेल' की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय किशोर के इस समाधान का अर्थ है कि वैज्ञानिक अब यह पता लगा सकते हैं कि किसी गेंद को फेंके जाने पर वह किस रास्ते से गुजरेगी और वह किस प्रकार दीवार से टकराएगी और किस तरह लौटेगी।'
शौर्य के मुताबिक, 'ड्रेसडेन यूनिवर्सिटी के कुछ प्रोफेसरों ने कहा था कि न्यूटन के इस सवाल को कोई हल नहीं कर सकता। इसके बाद मैंने खुद से पूछा, मैं इसे क्यों नहीं हल कर सकता। मुझे विश्वास नहीं था कि इसका कोई हल भी होगा।'
शौर्य के पिता पेशे से इंजीनियर हैं जो चार साल पहले कोलकाता से जर्मनी चले गए थे। शौर्य ने छह साल की उम्र में ही गणित के कठिन सवालों को हल करना शुरू कर दिया था। किशोरावस्था में उसके पिता उसे अंकगणित के सवाल हल करने के लिए दिया करते थे। बाद में वह जर्मनी गया और वहां उसने जर्मन भाषा सीखी । 


भारतीय रिजर्व बैंक की वेबसाइट हेक की हेकरो ने .......

भारतीय सरकारी संस्थानों की वेबसाइट कितनी सुरक्षित हें ये ये गुरुवार को साबित हो गया ।  भारतीय रिजर्व बैंक [आरबीआइ] ने शुक्रवार को कहा कि गुरुवार को उसकी वेबसाइट को हैक करने की कोशिश की गई थी। इसके कारण करीब पूरे दिन लोग उसकी वेबसाइट तक पहुंच बनाने में नाकाम रहे।
आरबीआइ के अनुसार यह एक डीएनएस [डोमेन नेम सिस्टम] हमला था, जिसमें हैकर ने कई बार वेबसाइट में सेंध लगाने की कोशिश की थी, व डाटा भेजने की गति (बैंडविड्थ) को जाम कर दिया था। हैकर की ओर से बार-बार आग्रह प्राप्त होने के कारण जो लोग वास्तव में आरबीआइ की वेबसाइट [डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट आरबीआइ डॉट ओआरजी डॉट इन] का उपयोग करना चाहते थे वे इससे वंचित रहे। बाद में पता चलने पर कम्प्यूटर एक्सपर्ट ने  उस आइपी एड्रेस का पता लगाकर उसे रोक दिया। उसके बाद से वेबसाइट पहले की तरह काम करने लगी।
आरबीआइ के अनुसार हैकर कोई भी सूचना चुराने या नष्ट करने में नाकाम रहा। गुरुवार को जिस समय हैकिंग की कोशिश की गई उस समय आरबीआइ के गवर्नर डी सुब्बाराव और सभी डिप्टी गवर्नर आरबीआइ बोर्ड की बैठक में भाग लेने मसूरी में थे। हैकिंग की यह कोशिश कब और कहां से की गई थी इसका अभी तक पता नही लगा हें, पर शायद ये चीनी हेकरो का काम हें ।

भारतीय रिजर्व बैंक की वेबसाइट हेक की हेकरो ने 


26 मई 2012

बाबा की 12,000 हजार करोड़ की सम्पत्ति, आखिर बाबा की अरबो की संपत्ति का कौन बनेगा उत्तराधिकारी ?


टाट के वस्त्र धारण करने का मंत्र देने वाले बाबा जय गुरुदेव अपने पीछे संपत्ति का अथाह सागर छोड़ गए हैं। बाबा की संपत्ति बारह हजार करोड़ से ज्यादा की है। इसमें मथुरा हाईवे स्थित बेशकीमती जमीन, एफडी व नकदी शामिल है। महंगी गाड़ियों का काफिला भी है। बाबा की यह संपत्ति उनके उत्तराधिकारी के विवाद को उलझा रही है। उनकी संपत्ति तीन हिस्सों में बंटी हुई है। ज्यादातर नकदी सेविंग एकाउंट व एफडी के रूप में है, जो मथुरा के ही आधा दर्जन से ज्यादा बैंकों में हैं। एक अरब चालू बचत खातों में जमा हैं,तो कई अरब की एफडी है। दूसरी संपत्ति भूमि के रूप में है। इसमें ज्यादातर मथुरा-दिल्ली हाईवे पर एक तरफ साधना केंद्र से जुड़ी है, तो दूसरी तरफ बाबा का आश्रम है। नाम योग साधना केंद्र सबसे महंगी संपत्ति है।
उनकी कुल जमीन का आकलन किया जाए तो बाबा के ट्रस्ट के पास चार हजार एकड़ से ज्यादा जमीन है। मथुरा में स्कूल व पेट्रोल पंप भी हैं। बाबा का एक आश्रम इटावा के पास खितौरा में बन रहा है। यह नामयोग साधना केंद्र तीन सौ बीघे में निर्माणाधीन है। गुरुदेव की ढाई सौ गाड़ियों का काफिला भी कम आकर्षक नहीं है। इसमें पांच करोड़ की लिमोजिन भी शामिल है। गाड़ियों की कीमत ही 150 करोड़ के आसपास आंकी जा रही है।
नामधाम योग साधना केंद्र व आश्रम को हर महीने दस-बारह लाख रुपये का दान मिलता है। इसके अलावा आश्रम में हजारों गायों की सेवा रोजाना की जाती है। गायों के दूध से भी आय होती है। इन सब की कीमत 12,000 हजार रूपये के लगभग हें, बाबा की 12,000 हजार करोड़ की सम्पत्ति, आखिर बाबा की अरबो की संपत्ति का कौन बनेगा उत्तराधिकारी ?

रिश्तो को तार तार करने वाले मोसा और उसके साथियो को फ़ांसी की सजा ..........

बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में 2006 के चर्चित अपहरण और हत्या के मामले में सख्त सजा सुनाई । सम्पत्ति विवाद के चक्कर में चार वर्षीय मासूम बच्चे ऋषभ राज की 2006 में अपहरण के बाद उसी के मोसा ने हत्या कर दी थी, इस मामले में सख्त फेसला सुनाते हुए अदालत ने चार वर्षीय बच्चे ऋषभ राज के अपहरण और हत्या दोषी तीन लोगों को फांसी और एक अन्य को आजीवन कारावास की सजा सुनाई.
अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश-तृतीय अरुण कुमार सिंह ने वर्ष 2006 में मुजफ्फरपुर जिले के बोचहां निवासी दिलीप चौधरी के चार वर्षीय पुत्र ऋषभ राज के अपहरण के बाद हत्याकांड मामले में चंदन, राधेश्याम, विनोद कुमार को फांसी और विश्वनाथ चौधरी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई. अदालत ने चौधरी पर एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया.
आठ अगस्त 2006 को संपत्ति विवाद में साजिश के तहत दिलीप के इकलोते पुत्र का अपहरण कर लिया गया था, और बाद में गला रेतकर उसकी हत्या कर दी गयी. उम्रकैद की सजा प्राप्त विश्वनाथ चौधरी दिलीप चौधरी का रिश्ते में बहनोई है.

25 मई 2012

25000 हजार करोड़ रूपये सालाना कमाने वाली तेल कंपनिया घाटे में केसे हे ?

आम आदमी की कमर तोड़ने के लिए सरकार ने पेट्रोल के दाम तो बढ़ा दिए, और साथ ही इस सरकार ने खुद के ताबूत में एक और किल ठोक ली हें, हो सकता है कि आज ही इसका एलान हो जाए.पेट्रोल के दाम में एक बार फिर बढ़ोतरी के बाद हर लीटर के लिए लोगो के जेब से 8 रुपए काटे जाएंगे. बहुत टाइम से तेल कंपनियां घाटे का रोना रो रही हैं लेकिन, अगर आप इन कंपनियों की तिमाही की या सालाना बेलेंस शीट देखेंगे तो पता चलेगा,की घाटे का रोना रो रही इन कंपनियों का  मार्च 2010-11 का कुल फायदा 25000 /- हजार करोड़ रूपये से भी ज्यादा था, और शेयर मार्केट में इनके शेयर देखो तो हमेशा टॉप पर ही नजर आयेंगे, पर इतने वक़्त तो इन पर इनके माई बाप सरकार का दबाव था,क्यों की सरकार को कभी राज्यों के चुनावों की चिंता सता रही थी, तो कभी सहयोगियों का विरोध दबा रहा था, लेकिन,अब जब, सब निपट गया तो सरकार ने हाथ उठा दिए हैं,दिवालिया पाक में तो पेट्रोल 51 रूपये लीटर हे,आसपास के सारे देशो में पेट्रोल के दाम कम हें,एशिया में सिर्फ भारत में पेट्रोल डीजल सबसे ज्यादा महंगा हें,
में कहूँगा की इस बार विरोधी दल या कोई संगठन नही बल्कि देश की सारी जनता उतरे सडको पर,और इस लुटेरी और घोटाले बाज़ सरकार को रोड पर पहुंचाए ......

24 मई 2012

तेल कंपनियों का बढ़ी कीमते वापस लेने से इनकार, केंद्र ने कहा हम लाचार....क्यों की हम खाते हें ''भ्रष्ट'' अचार

पेट्रोलिंयम कंपनियों ने बढ़ी कीमते घटाने से इनकार कर दिया । नियंत्रण मुक्त ? तेल कंपनिया अपनी मर्जी से ही दाम नही बढ़ाती हें, इसके पीछे केंद्र की सरकार ही हें, सिर्फ दिखाने के लिए ही इन कंपनियों को नियन्त्रण मुक्त किया गया हें, बाकी ये अब भी सरकार के इशारे पे ही नाचती हें, अगर ऐसा ना होता तो यु.पी.चुनाव और दिल्ली और मुंबई के नगर निगमों के चुनाव से पहले ही ये कीमते बढ़ जाती, भारत के आसपास के राष्ट्र में तेल की कीमते बहुत कम हें ।भारत के बाहर पेट्रोल के दाम :

(1) पाकिस्तान- 59.00 प्रतिलीटर  (2) श्रीलंका- 61.70 प्रतिलीटर
(3) नेपाल- 75.20 प्रतिलीटर     (4) बांग्लादेश- 43.40 प्रतिलीटर
(5) चीन - 72.10 प्रतिलीटर     (6) अमेरिका- 53.70 प्रतिलीटर
                                  ओम कुमार .............


मंगल ग्रह पर मिले ''मेग्मा'' से वहां पर जीवन की के प्रमाण मिले ..........

मंगल ग्रह पर पाए गए कांच के टीलों से जीवन की संभावना को फिर से बल मिला है। माना जा रहा है कि यह टीले की सतह के भीतर पाए जाने वाले गर्म पदार्थ 'मैग्मा', बर्फ और पानी के मिलने से बने हैं।
वैज्ञानिकों ने बताया कि इन टीलों के मैदान ग्रह के एक तिहाई हिस्से तक फैले हुए हैं। पत्थरों के अवशेषों ने वैज्ञानिकों के सामने पहेली पेश की है। ऐरिजोना विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के 'मार्स एक्सप्रेस' की मदद से ग्रह के प्रकाश का अध्ययन किया गया। इसमें कांच से भरी रेत के कारण नए आंकड़े मिले हैं।
नासा द्वारा प्रायोजित 'ऐस्ट्रोबायोलॉजी' पत्रिका के अनुसार, प्रमुख शोधकर्ता ब्रियोनी होरगैन ने कहा है, हमें कांच के कण मिले हैं। इन कणों की मौजूदगी मात्र ज्वालामुखी घटनाओं से ही संभव हो सकती है। यह मंगल पर ज्वालामुखी घटना के पहले प्रमाण हैं।
लंदन विश्वविद्यालय की क्लेर कजिंस ने कहा, जब तरल लावा और मैग्मा एक दूसरे के संपर्क में आते हैं तो जल्दी से ठंडे होकर ठोस अवस्था में आ जाते हैं। मंगल की सतह पर पाए गए इन कांच के मैदानों के बारे में प्रसिद्ध जर्नल 'जियोलॉजी' में प्रकाशित किया गया है। शोधकर्ताओं ने कहा कि यह कांच के कण वहां जीवन का वास्तविक प्रमाण न हो, पर यह इस संभावना की दिशा में नए और पुख्ता परिणाम सामने ला सकते हैं।

आखिर चीन के दबाव में, दक्षिण चीन सागर से हाथ खींचे भारत ने-india under pressure by china , come to back foot for north china sea.......... .....


 वियतनाम के साथ समझौते के तहत दक्षिण चीन सागर में तेल की खोज कर रहे भारत ने ड्रैगन ( चीन ) से टकराव टालने के लिए अपने कदम वापस खींच लिए हैं। चीन के सरकारी मीडिया ने कहा है कि ओएनजीसी विदेश ने उन स्थानों पर ड्रिलिंग रोक दी है, जिन पर चीन अपना हक जताता आ रहा है। हालांकि, भारत सरकार ने अभी इस मुद्दे पर रुख साफ नहीं किया।
भारत-वियतनाम के बीच 13 अक्टूबर 2011 को समझौता हुआ था। इसके तहत दक्षिण चीन सागर में दोनों देशों को तेल की खोज करनी थी, लेकिन चीन ने इसका कड़ा प्रतिरोध किया । हालांकि, शुरुआत में भारत ने चीन को तेवर दिखाए, लेकिन अब वह रुख बदलता दिख रहा है। कुछ रिपोर्टो में यह दावा भी किया जा रहा है कि दक्षिण चीन सागर में भारत को जितनी मात्रा में तेल मिलने की उम्मीद थी, वहां उतना तेल नहीं था। अब ये भारत सरकार वहा से निकलने के लिए बहाना बना रही हें या और कोई बात हें वेसे ये सब चीन के दबाव का नतीजा दिख रहा हें, कुछ समय पहले चीन ने ब्रह्म पुत्र नदी का बहाव रोक दिया था, देखे - http://oneindian009.blogspot.in/2012/05/blog-post_326.html
बहरहाल, चीनी मीडिया ने भारत के इस कदम का स्वागत किया है। चीन ने कहा की 'चीन और फिलीपींस के बीच तनाव के मौजूदा स्थिति में भारत का दक्षिण चीन सागर में न होना क्षेत्रीय सुरक्षा और दीर्घकालिक भारत-चीन संबंध दोनों के लिए अच्छा रहेगा।' अखबार ने दावा किया कि ओएनजीसी विदेश ने तकनीकी व्यावसायिक आधार पर वियतनाम के ब्लॉक नंबर 128 से हाथ खींच लिया है।
दक्षिण चीन सागर के मुद्दे पर चीन का हमेशा से ही कड़ा रुख रहा है। हालांकि, यह कहना मुश्किल है कि भारत ने यह निर्णय चीन के दबाव में लिया है या नहीं ? सच क्या हे ? पता नही .........

23 मई 2012

यदि कोई ATM CARD समेत आपका अपहरण कर ले तो ? विरोध मत कीजिए .....


यदि कोई ATM CARD समेत आपका अपहरण कर ले तो विरोध मत कीजिए । अपहर्ता की इच्छानुसार ATM मशीन मेँ कार्ड डालिए । आपका कोड वर्ड रिवर्स मेँ डायल कीजिए । 
जैसे यदि आपका कोड 1234 की जगह 4321 डायल कीजिए । ऐसा करने पर ATM खतरे को भाँपकर पैसा तो निकालेगा लेकिन आधा ATM मशीन मेँ फँसा रह जायेगा । 
इसी बीच मेँ ATM मशीन खतरे को भाँपकर बेंक और नजदीकी पुलिस स्टेशन को सूचित कर देगा और साथ ... ही ATM का डोर ऑटो लॉक हो जाएगा । इस तरह बगैर अपहर्ता को भनक लगे आप सुरक्षित बच जाएँगे । ATM मेँ पहले से ही सिक्योरिटी मैकेनिजम है जिसकी जानकारी बहुत कम लोगोँ को है । कृपया इसे शेयर कर के ज्यादा से ज्यादा लोगोँ तक पहुँचायेँ........ ओम कुमार 

22 मई 2012

मंगलवार के बाद कभी भी पेट्रोल के दाम 8 रूपये बढ़ा देंगी तेल कंपनिया ..........


 आम जनता को अब पेट्रोल की बढ़ी कीमतों के लिए तैयार होना पड़ेगा। पेट्रोलियम कंपनियों ने साफ कह दिया है कि वह मंगलवार को खत्म हो रहे संसद सत्र के बाद कभी भी पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि कर सकती हैं। इंडियन आयल कंपनी ने कहा है कि उसे एक लीटर पर सात रुपये का घाटा उठाना पड़ रहा है। इस घाटे के लिए उसको पेट्रोल की कीमतों में करीब आठ रुपये की वृद्धि करनी होगी।
पेट्रोल की बढ़ी कीमतों की आहट अभी से बाजारों में सुनने को मिल रही है। आम जनता को अब बढ़ती महंगाई के लिए तैयार होना होगा क्योंकि पेट्रोल की कीमतों में हुई वृद्धि के साथ ही रोजाना इस्तेमाल की जाने वाली चीजों के दाम बढ़ जाएंगे। आने वाले दिनों में अब लोगों को अपनी जरूरत की चीजों के लिए कुछ और जेब ढ़ीली करनी होगी।


21 मई 2012

केंद्र सरकार के दबाव में गूगल ने '' ब्लोगर '' पर सिकंजा कसने की तेयारी की

 लीजिये इस डरपोक कांग्रेस सरकार की फटी तो इसने भारत के यूथ जनरेशन और अन्य बुध्जिवियो तक सुचना पहुचाने के साधन ब्लोगेर और सोशल मिडिया पर प्रतिबंध लगाने की तेयारी कर ली । इसके असर से इंटरनेट क्षेत्र की प्रमुख कंपनी गूगल ने अपने ''ब्लागर'' प्लेटफार्म पर विभिन्न देशों के नियमों के अनुसार सामग्री उपलब्ध कराने की योजना बनाई है। कुछ दिन पहले माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने भी इसी तरह का कदम उठाया था।
इंटरनेट को नियमन में बांधने के लिए भारत सहित विभिन्न देशो द्वारा कदम उठाए जाने को लेकर चल रही बहस के बीच गूगल भी ऑनलाइन कंटेंट पर कुछ 'रोक' लगाने जा रही है।
कंपनी ने कहा है कि वह विभिन्न देशो के हिसाब से अलग-अलग सामग्री पर प्रतिबंध लगा सकेगी। इसका मतलब यह है कि यदि कोई ब्लॉग आस्ट्रेलियाई कानून का उल्लंघन करता है तो गूगल उसे आस्ट्रेलिया में ब्लाक कर सकती है, जबकि बाकी देशो में वह चालू रह सकता है। गूगल ने कहा कि वह आगामी सप्ताहों में अपने ब्लॉगर प्लेटफार्म पर देश विशेष वाला यूनिफार्म रिसोर्स लोकेटर [यूआरएल] लगाने जा रही है।

पाकिस्तान के पेशावर में ऐतिहासिक हिन्दू मंदिर को किया तहस-नहस.........

पाकिस्तान में आये दिन हिन्दू और हिन्दुओ के धार्मिक स्थानों पर हो रहे हमलो से ये तो जाहिर हे की पाक सरकार द्वारा प्रायोजित आतंकियो ने किस तरह पाक में अल्पसंख्यको का सफाया करने की मुहीम चला रखी हें,  कल पाक के पेशावर स्थित ऐतिहासिक हिंदू मंदिर पर रविवार की शाम अज्ञात लोगों हमला किया और उसे तहस नहस कर डाला। गोरखनाथ मंदिर के नाम से मशहूर 160 साल पुराने इस मंदिर को पेशावर हाई कोर्ट के आदेश पर पिछले ही साल फिर से खोला गया था। और ये देश के विभाजन के बाद से अब तक यह मंदिर बंद पड़ा था।
पुलिस ने बताया कि हमलावरों ने मंदिर में लगी तस्वीरों को जला दिया और मंदिर के अंदर स्थापित शिवलिंग को क्षतिग्रस्त कर दिया। वे गोर गथरी इलाके के पुरातात्विक परिसर में स्थित इस मंदिर की कुछ मूर्तियां भी उठा ले गए। मंदिर के संरक्षक ने मीडिया को बताया कि पिछले दो महीने में मंदिर पर यह तीसरा हमला है। उसने अनुसार, शाम साढ़े छह बजे जब वह मंदिर पहुंचा तो मंदिर के अंदर आठ लोगों का एक समूह था। उन लोगों ने भागने से पहले मंदिर में लगी तस्वीरें और धार्मिक पुस्तकें जला दीं। इसके बाद अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के लोग मंदिर पर पहुंचे। 
टीवी फुटेज में जले हुए कागज और फर्श पर बिखरे बर्तन दिखाई दे रहे हैं। पुलिस अधिकारियों ने मंदिर के अंदर जाकर जांच की। हिंदू नेताओं ने पुलिस से मंदिर की पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था करने का आग्रह किया है ताकि ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें। कही ऐसा न हो की पाक सरकार द्वारा हिन्दुओ पर हो रहे अत्याचारो का परिणाम भारत  के ''अल्पसंख्यको'' को भुगतना पड़े ।

 

एक और ईमानदार अफसर की मौत,देश और गरीबो की सेवा करने की चुकाई कीमत.....

भ्रष्ट नेताओं और मंत्रियो से भरी इस सरकार ने अभी तक भ्रष्ट लोगो के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए व्हिसल ब्लोअर कानून नही बनाया हें,और दूसरी तरफ इन मंत्रियो और नेताओं और अफसरों के खिलाफ आवाज उठाने वाले लोगो की हत्या करने का सिलसिला जारी हें । भारत की सबसे बड़ी हाईवे परियोजना स्वर्णिम चतुर्भुज में घोटालो का पर्दाफाश करने वाले सत्येन्द्र दुबे,पेट्रो पदार्थो में मिलावट का विरोध करने वाले मंजुनाथ और अवेध खनन के पर अंकुश लगाने वाले एसपी नरेंद्र कुमार के साथ इस कड़ी में एक नया नाम कर्नाटक प्रशासनिक सेवा के एसपी मह्तेश का नाम भी जुड़ गया हें, सहकारी आवास सिमितियो में अवेध भू आवंटन का पर्दाफ़ाश करने वाले महतेश पर 15 मई को अज्ञात लोगो ने हमला किया था, जिस से उनके सर में गहरी चोट आई थी, वो बेंगलूर के एक होटल के पास बेहोश पड़े मिले थे, महतेश सहकारिता विभाग के लेखा परीक्षा विभाग में थे, महतेश ने सहकारी आवासो के आवंटन में हुए घपले को उजागर किया था,इसके कारण 80 ज्यादा मामलों में कई नेता और अफसरों के खिलाफ कारवाही जारी हें । एक के बाद एक ईमानदार अफसरों की होती हत्याए में कोई असरदार कार्यवाही नही कर के, और दूसरी तरफ व्हिसल ब्लोअर कानून को लटका कर ये भ्रष्ट कांग्रेस देश से इमानदारी का नामो-निशाँ ही मिटा देगी । इस सरकार की मंशा क्या हें ? ये तो स्पष्ट हें की कांग्रेस लुटरो का ठीकाना बन चुकी हें । और इसके रहते देश से भ्रष्टचार का सफाया नही किया जा सकता हें, इसी तरह ईमानदार अफसरों की हत्याये होती रहेगी, तो इसका खामियाजा आने वाले वक़्त में हमे ही भुगतना पड़ेगा ये याद रखियेगा..........

ओम कुमार भीलवाडा

    

19 मई 2012

बाबा हो गये ब्रह्मलीन, मथुरा में ली आंखरी सांस, एक महान व्यक्तितत्व का अंत ........



कल बाबा जय गुरुदेव के आखरी सांस लेने के साथ ही एक महान व्यक्तितत्व के युग का अंत गया । बाबा 116 वर्ष के थे और पिछले काफी समय से बाबा बीमार चल रहे थे । दिल्ली के कई डाक्टरों द्वारा उन के स्वास्थ्य पर नियमित निगरानी की जा रही थी । सच्चे समाज सेवक के रूप में बाबा ने कई लोगो की जीवन दिशा ही बदल दी थी, कट्टर हिन्दू और सनातन धर्मी बाबा ने हमेशा लोगो को भांग,गांजा, शराब बीडी और तम्बाकू के सेवन से दूर रहने की सीख  दी थी । और उनके सानिध्य में आने के बाद हजारों लोगो ने इन नशीले पदार्थो के सेवन से छुटकारा पाया था,उन्होंने हमेशा शाकाहार को अपनाने पर जोर दिया । उन्होंने अपने प्रवचनों में हमेशा कहा की पूंजीपतियों का भी सफाया राजाओ की तरह होगा, और पहले अंग्रेज शासन जनता की चमड़ी उधेड़ता था, अब सरकार टेक्स और महंगाई से वही काम करती हें । इधर बाबा के ब्रह्मलीन होने की खबर, उनके भक्तो के पास पहुचते ही आश्रम में फोन आने शुरू हो गये, जिससे आश्रम की फोन लाइने ठप हो गयी, मेरे और, मेरे दोस्तों की तरफ से बाबा को शत शत नमन .......








कल बाबा जय गुरुदेव के आखरी सांस लेने के साथ ही एक महान व्यक्तितत्व के युग का अंत गया । बाबा 116 वर्ष के थे और पिछले काफी समय से बाबा बीमार चल रहे थे । दिल्ली के कई डाक्टरों द्वारा उन के स्वास्थ्य पर नियमित निगरानी की जा रही थी । सच्चे समाज सेवक के रूप में बाबा ने कई लोगो की जीवन दिशा ही बदल दी थी, कट्टर हिन्दू और सनातन धर्मी बाबा ने हमेशा लोगो को भांग,गांजा, शराब बीडी और तम्बाकू के सेवन से दूर रहने की सीख  दी थी । और उनके सानिध्य में आने के बाद हजारों लोगो ने इन नशीले पदार्थो के सेवन से छुटकारा पाया था,उन्होंने हमेशा शाकाहार को अपनाने पर जोर दिया । उन्होंने अपने प्रवचनों में हमेशा कहा की पूंजीपतियों का भी सफाया राजाओ की तरह होगा, और पहले अंग्रेज शासन जनता की चमड़ी उधेड़ता था, अब सरकार टेक्स और महंगाई से वही काम करती हें । इधर बाबा के ब्रह्मलीन होने की खबर, उनके भक्तो के पास पहुचते ही आश्रम में फोन आने शुरू हो गये, जिससे आश्रम की फोन लाइने ठप हो गयी, मेरे और, मेरे दोस्तों की तरफ से बाबा को शत शत नमन ........






17 मई 2012

400 लाख करोड़ रूपये वापस आएगा तो ...........

भारतीय काले धन का सच ? अगर वो वापस आये तो ?
क्या आप जानते हैं 400 लाख करोड़ वापस आयेगा तो क्या होगा |
(1)भारत की अर्थव्यवस्था नंबर-1 बनेगी |
(2)एक जिले को 600 करोड़ और एक गाँव को 100 करोड़ |
(3) 20 साल तक किसी का टैक्स नहीं देना पड़ेगा |
(4)पेट्रोल 25/,डीजल 15/,CNG 15 /,दाल 20 ,दूध 8 , Rs
(5)बिजली का बिल कभी नहीं देना होगा |
(6)भारत का बोर्डर चारों तरफ से चाइना से भी ज्यादा मजबूत बन जायेगा |
(7)पूरे देश मे 1500 ऑक्सफोर्ड जैसी विश्वविद्यालय खुल जायेंगे |
(8)28,000KM की रबर रोड तय हो जाएगी |
(9)2,000 हॉस्पिटल |
(10)90 करोड़ लोगों का अपना घर होगा |


15 मई 2012

जनता की भलाई के नही-अफसरों की ''कमाई'' के फेसले लेती सरकार

एलपीजी गेस फिर से होश उड़ाने की तेयारी में हें । पर राहत वाली बात ये हें, की इनके बढ़े हुए दाम सिर्फ एमएलए और एमपी और टॉप क्लास के सरकारी अधिकारियों को ही चुकाने पड़ेंगे । सरकार दो चरणों में सिलेंडर पर मिलने वाली सब्सिडी में कटोती करने वाली हें । एमएलए और एमपी और टॉप क्लास के सरकारी अधिकारियों को अब बाजार से 19 किलो वाले कॉमर्शियल सिलेंडर लेने होंगे । ये सरकार कह रही हें, अब इस लुटरो से भरी सरकार को कोन बताये, की वेसे ही ये एमएलए और एमपी और सरकारी अधिकारी आम जनता के लिए आने वाली योजनाओं तक को नही छोड़ते हें, और इनमे तक धांधली करके पैसा खा जाते हें,तो क्या ये इतने सीधे हें जो सिलेंडर बाजार से लेंगे ? अब इनके घरो में गेस की सप्लाई बराबर रहे, इसके लिए आम जन के लिए आने वाली गेस को इन तक खुद गेस एजेंसिया ही घर पहुचा देगी । आखिर उन्हें भी तो कालाबाजारी करनी हें गेस की ।और वो इन अफसरों और नेताओ के संरक्षण में ही संभव हें । अब देश में ऐसे तो हिम्मत वाले अधिकारी हें नही,जो इनके घरो में जाकर देख सके की ये कॉमर्शियल सिलेंडर काम में ले रहे हें या घरेलू ।आम जनता को ये सरकार दिखा रही हें की देखो हमने इन्हें गेस पर भी छुट देना बंद कर दिया हें। और हम जनता की भलाई के फेसले ले रहे हें,पर यही सरकार पीठ पीछे इनके द्वारा हो रहे घोटालो पर मोंन धारण कर के बेठी हें ।    

पेट्रोल पर 12 रूपये होंगे कम ? अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमते न्यूनतम स्तर पर-106 से 94 डॉलर बेरल-


अब कहां गयी तेल कंपनिया जो अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमते बढ़ने का रोना रो कर तेल के दाम बढ़ा देती हें ।
पिछले कुछ दिनों से तेल की सबसे ज्यादा खपत वाले देश अमेरिका और चीन में आर्थिक नरमी के संकेत मिलने के साथ-साथ इस माह की शुरुआत से अभी तक तेल की कीमतों में 11 % की कमी आ चुकी हें, महीने की शुरुआत में तेल की कीमत 106 डालर बेरल थी जो अब 95 डॉलर प्रति बेरल हो गयी हें ।अब ये तेल कंपनिया और सोनिया के पालतू तेल मंत्री कहाँ पर हें ?
अब बाजार में पेट्रोल और डीजल की कीमते घटाने की इन्हे याद नही आ रही ? अब क्यों नही पेट्रोल-डीजल की कीमते घटा रहे,अब क्यों इन सबको सांप सूंघ गया हे ?
और थोड़े दिन में अगर दाम फिर बढ़ गये तो इन्हे तुरंत याद आ जायेगा की पेट्रोल-डीजल के दाम बढाने हें । दोगली कांग्रेस की नीतियों से लेकर इसके मंत्री और नेता सब दोगले हें, सारे सोनिया के तलुवे चाटने में लगे हें ।

11 मई 2012

100 करोड़ की रिश्वत की सम्पत्ति का मालिक आया लोकायुक्त के लपेटे में,

इनसेट में-मित्तल 
लीजिये एक और 100 करोड़ रिश्वत की सम्पत्ति के मालिक । मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य निदेशक A.N. मित्तल के घर कल जब लोकायुक्त ने छापा मारा, तो मित्तल साहब के सब पत्ते सामने आ गये । 100 करोड़ के मालिक निदेशक महोदय को अब जवाब देते नही बन रहा की ये रूपये आये कहा से ? वेसे मित्तल सा. को 90,000 हजार तनख्वाह हर महीने मिलती हें, और 18 साल की उनकी नोकरी का हिसाब आज की रेट से भी लगाए तो भी 2 करोड़ से ज्यादा सम्पत्ति नही होनी चाहिए । पर यहाँ उनके पास 100 करोड़ की सम्पत्ति मिली हें । अब 2 के 100 केसे किये उन्होंने, ये तो देश की आम जनता जानती ही हें । वेसे हमारे यहाँ के सब सरकारी अफसर वो जादू जानते हे की 2 के 100 हो जाते हें, क्यों की रिश्वतखोरी में नित नये कीर्तिमान सिर्फ भारत में ही स्थापित किये जा रहे हें ना, इसलिए नई बात नही हें अपने लिए, लेकिन सोचने वाली बात ये हें की, अपने देश की जांच एजेंसिया बोद्ध मठ में कुछ करोड़ मिलने पर तुरंत सक्रीय हो जाती हें, की ये कुछ करोड कहा से आये ? पर हर राज्य में हो रहे अरबो रुपयों के घालमेल की जांच के लिए या तो इनकी नींद नही खुलती हें, या शायद इनके पास वो ईमानदारी वाली आँखे ही नही हें, जो हकीकत देख सके । अब ऐसे राज्य और देश का विकास तो हो या न हो पर इन जेसो का विकास तो हो ही रहा हें, फिर भी भारत हमारा, विकास की और अग्रसर हें । 

10 मई 2012

बोद्ध मठ से मिले कुछ करोड़ रूपये के लिए गिरफ्तारिया, और दिनाकरन और निर्मल बाबा जेसो के अरबो रुपयों की जांच के नाम पे चुप्पी ?

बोद्ध मठ से कुछ  करोड़ रूपये की मिलने से पुलिस और जाँच एजेंसिया इस तरह से बर्ताव कर रही हें, मानो रूपये  नही कोई घातक हथियार मठ से मिले हो । पुलिस और जाँच एजेंसिया अगर अपनी इमानदारी के साथ काम करे,तो इतने से रूपये भारत में हर सांसद और विधायक और बड़े अपराधियों,तस्करों के घर मिल जायेंगे । फिर ये पुलिस और जाँच एजेंसिया बोद्ध मठ से मिले रुपयों के लिए इतनी हाय तोबा क्यों मचा रही हें,अगर जांच ही करनी हें तो निर्मल बाबा और पाल दिनाकरन जेसे लोगो की करे । इनकी जांच के लिए क्या अलग से कानून बनाना पड़ेगा ? और हो सकता हे ये चीन की कोई साजिश हो ?क्यों की तिब्बत में तिब्बतियों पर चीन के द्वारा हो रहे अत्याचार और शोषण किसी से छिपे नही हें,और भारत ने ही तिब्बती लोगो को अपने यहाँ शरण दे रखी हें,इसलिए शायद चीन ने उन बोद्ध मठों को बदनाम करने की कोई चाल चली हो ? ताकि भारत में उनके खिलाफ गलत धारणा बनायीं जा सके , सरकार को चाहिए की इस मामले में निष्पक्ष जांच के लिए एक कमेठी का गठन करे  जो सच्चाई का पता लगा कर हकीकत सामने लाये ।

9 मई 2012

देश कर्जे में डूबा हें और इन्होने ''20 करोड़ डॉलर'' माफ़ कर दिए बांग्लादेश के ?


भारत सरकार ने अपने पडोसी देश बंगलादेश को दिया हुआ 1 अरब डॉलर के कर्ज में से, 20 करोड़ डॉलर माफ़ कर दिए हें, भारत जो खुद विदेशी कर्ज में डूबा हें और जिसका बजट घाटा हर साल बढ़ता ही जा रहा हें । जहाँ 15 करोड़ लोगो को सिर्फ एक वक़्त खाना मिलता हें, वो भारत पड़ोसियों के कर्ज माफ़ कर रहा हें । प्रणव मुखर्जी ने ये पैसा क्या अपनी जेब से निकाल के दिया ? हम जेसो से टेक्स के रूप खून चूस कर इकट्ठा किया ये पैसा इस तरह बाँट कर आये हें, मानो इनके बाप का पैसा हो । किस से पूछ कर ये कर्ज माफ़ करते फिर रहे हें,ये पैसा इनके बाप की बपोती नही जो मर्जी आये उसे दे दिया,और मर्जी आये उसे माफ़ कर दिया ? और कांग्रेस और ये दुसरे राजनितिक दल चाहते हें की इसको भारत का रास्ट्रपति बना दिया जाए ताकि दूसरे देशो का कर्जा माफ़ करता फिरे ? इसका जवाब इनसे मांगना होगा । और मीडिया को इस मुद्दे को उठाना होगा । 

उपग्रह की मदद से निगरानी चालू - नक्श्लियो के सफाए की तेयारी में सरकार,हल्के चालकरहित विमानों का भी उपयोग ....

देर से ही सही पर इस केंद्र की निकम्मी सरकार ने कुछ तो देश के भले का काम किया । भारत द्वारा छोड़े गये आरआई सेट-1 अन्तरिक्ष उपग्रह ने देश की समस्याओं को ख़त्म करने में अपना योगदान देना शुरू कर दिया हें ।
इसको वेसे तो ख़राब मोसम में,मोसम सम्बन्धी जानकारी प्राप्त करने लिए छोड़ा गया था,क्यों की इस उपग्रह में लगे कैमरे खराब मोसम में भी तस्वीरे लेने के लिए सक्षम हें । और अभी मोसम के साथ ही इसका उपयोग   छतीसगढ़,ओडिशा,आंध्रप्रदेश और झारखंड की सबसे बड़ी समस्या बन चुके नक्सलियों के ऊपर नजर रखने के लिए भी किया जा रहा हें ।उपग्रह से मिल रही गुणवत्ता की तस्वीरों से सुरक्षा एजेंसियों के होंसले बुलंद हें,फिलहाल इस उपग्रह की मदद से छतीसगढ़,ओडिशा,आंध्रप्रदेश और झारखंड में फेले अबूझमाड के जंगलो की निगरानी की जा रही हें । इन जंगलो मे घने पेड़ो के निचे की इलाको की साफ तस्वीरे भी ली जा रही हें,जिसकी मदद से नक्श्लियो की स्थिति और उनके पास कोन कोन से हथियार हें इसका पता लगाया जा रहा हें,इस जानकारी की मदद से सीआरपीऍफ़ को इनके सफाए के लिए चलाए गये अभियानों में सफलता मिलने की सम्भावना ज्यादा होगी मिलेगी । देर से ही सही पर इस केंद्र की निकम्मी सरकार ने कुछ तो देश के भले का काम किया । 

8 मई 2012

अमेरिका की दोगली नीति - भारत को ईरान के खिलाफ भड़काने की साजिश......


अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी ने कल कोलकत्ता में ये कह कर सनसनी फेला दी, की लश्कर के संस्थापक हाफिज सय्यद पर 51 करोड़ रूपये का इनाम अमेरिका ने उनके कहने पर ही रखा था । और वह मुंबई हमलो का दोषी हें, और पकिस्तान को उसे भारत को सोंप देना चाहिए ताकि उसे सजा दी जा सके । लेकिन इस से पहले पाकिस्तान में अमेरिकी राजदूत विंटर ने कहा था की हाफिज पर कोई इनाम अमेरिका ने नही रखा हे । ये दोनों ही उच्च पदों पर आसीन हें,और इन दोनों में एक झूठ क्यों बोल रहा हें ? अमेरिकी विदेश मंत्री के और राजदूत के बयानों से अमेरिका की दोगली नीति यहा पर साबित हो रही हें। हिलेरी की भारत यात्रा का मुख्य उद्देश्य ईरान से भारत द्वारा होने वाले कच्चे तेल के आयात पर रोक लगाना हें, और ये उन्होंने कल अपने बयानों में भी कहा उनके अनुसार अमेरिकी सरकार चाहती हें की भारत ईरान से तेल मंगाना बंद कर दे ।
और ये सब अमेरिका अपनी आने वाले वक्त की तेल जरुरतो के इंतजाम में कर रहा हें, अमेरिका की नीति हमेशा से ही अपने फायदे की सोचने की रही हें, हिलेरी का कहना हे की इसके कारण भारत अमेरिकी संबंधो पर असर पड़ सकता हें, ये एक तरह से भारत पर दबाव बनाने की कोशिश हें। लेकिन भारत सरकार को चाहिए की वह अमेरिका को सीधे कह दे की ये संभव नही हें ,क्यों की भारत अपनी तेल जरूरतों का 12 %  ईरान से आयात करता हें,और फिर ईरान के रास्ते ही भारत अफगानिस्तान की मदद करता हें,क्यों की पाक भारत को अपने यहा से होकर अफगान नही जाने देता । सरकार को इस मुद्दे पर सोच समझ कर फेसला लेना होगा ।

 

7 मई 2012

सोशल और वेब मीडिया पर रोक लगाने की तेयारी सरकार की ........



भारतीय प्रेस परिषद् के अध्यक्ष मार्कन्डेय काटजू ने सोशल मीडिया को गेर जिम्मेदार और मनमाना रुख अख्तियार करने का आरोप लगाते हुए सोशल मीडिया और वेब मीडिया पर प्रतिबंध लगाने के लिए सरकार से एक कमिटी बनाने को कहा  हें,। उन्होंने कपिल सिब्बल को एक पत्र लिख कर कहा की तत्काल एक पेनल बना कर सोशल मीडिया को विनियमित जाए। उनके अनुसार इस से व्यक्ति और समाज को बहुत नुक्सान हो सकता हें ।लगता हे इन्हे भी अपनी अम्मा से कुछ निर्देश या कुछ आश्वाशन मिल गया हे । इसलिए ये सोशल मीडिया पर पाबंदी लगाने को कह रहे हें ।क्यों की सोशल मीडिया ने आज भारतीय समाज में अपनी गहरी पहचान बना ली हें ।और ये ही ऐसा प्लेटफ़ार्म हें जहां पर इस लुटेरी और निकम्मी सोनिया की गुलाम कोंग्रेस सरकार के कपडे उतारे जाते हें और लोगो को सच्चाई से रूबरू कराया जाता हें ,यहा पर समाज को तो इस से फायदा ही हे, बस व्यक्ति ( सोनिया या फिर उसके घोटाले बाज भर्स्ट मंत्री ) को ही नुक्सान हो सकता हे ।आप और हमे मिल कर इस के खिलाफ एक अभियान छेड़ना होगा नही तो थोड़े समय बाद ये वेब मीडिया और ब्लॉग पर केंची चला दी जाएगी ............

देश और समाज को दिखाया आइना अपने पहले ही राउंड में ..........

सत्यमेव जयते से छोटे पर्दे पर अपनी पारी की शुरुआत करने वाले ''मि.परफेक्शनिस्ट''आमिर खान ने आते ही धमाल मचा दिया हे । 
रविवार को दूरदर्शन और स्टार प्लस पर दिखाए गये इस कार्यक्रम का काफी प्रचार किया था । सोशल मीडिया में चारो तरफ इसके ही चर्चे हे,अपने पहले ही एपिसोड में कन्या भूर्ण हत्या जेसे ज्वलंत मुद्दे को बहस में लाकर आमिर  ने साबित कर दिया की वो यहा पर कार्यक्रम की या चेनल की टी आर पी बढ़ने नही आये हें,बल्कि देश और समाज को सच्चाई का आइना दिखाने आये हें,
उनके इस कार्यक्रम की ट्विटर पे भी खूब चर्चा हो रही हें । दूसरी तरफ मशहूर हस्तिया झा सीधी टिपण्णी दे रही हें वही कुछ लोग इसका समर्थन और आलोचना भी कर रहे हे ।रविवार को प्रसारित हुए इस कार्यक्रम की आधिकारिक वेब साईट दर्शको की लगातार आ रही टिप्पणियों से ठप हो गयी,अपनी पहली ही कड़ी में आमिर ने भूर्ण हत्या जेसे संवेदनशील मुद्दे पर बहस छेड कर ख़ास के साथ आम लोगो को भी प्रभावित किया हें ।

6 मई 2012

भगवान् शिव के आंसुओ से निर्मित 900 साल पुराने सरोवर के सफाए में जुटा पाकिस्तान


पाक में हिन्दुओ पर हो रहे अत्याचारों का मामला अभी शांत भी नही हुआ हें,की एक सेकड़ो साल पुरानी और हिन्दू संस्कृति की धरोहर को मिटाने की साजिश का पता चला हें,पाक के पंजाब प्रांत में स्थित 900 साल पुराने कटासराज मंदिर के पवित्र जल सरोवर को उसके पास ही चल रही सीमेंट फेक्ट्रिया सुखाने में लगी हें,हिन्दू धर्म शास्त्र के अनुसार ये सरोवर भगवान शिव के आंसुओ बना हें,और महाभारत काल में पांड्वो ने 14 वर्ष के अपने अज्ञातवास के 4 साल यहा पर ही बिताये थे,मंदिर के पास सीमेंट के 4 कारखाने खुलं चुके हें जो 2007 से, लगातार ट्यूबवेल  के जरिये पानी का दोहन कर रहे हें,जिस से कटास राज का जल स्तर अब तक के सबसे न्यूनतम स्तर पर पहुच गया हें, और ये सरोवर सूखने की कगार पर आ गया हें,ऊपर से इसका जल इसके आसपास के कस्बो में भी सप्लाई किया जा रहा हें,

आसपास के इलाको को पानी की सप्लाई की मंजूरी 1947 से पहले इस स्तर पर दी गयी थी, की सरोवर में एक निश्चित मात्रा में पानी का स्तर रखा जायेगा,और सीमेंट के कारखाने के लगने से पहले कारखाना प्रबंधन ने भी कहा था की पानी की व्यवस्था जेलम नदी से की जाएगी,लेकिन बाद में फेक्टरी ने मंदिर के आसपास 22 ट्यूबवेल खोद दिए, जिससे सरोवर का जलस्तर न्यूनतम स्तर पर पहुच गया,जल्दी ही अगर पाक सरकार ने कोई एक्शन न लिया तो , 900 साल पुरानी इस धरोहर का सफाया निश्चित हें।


5 मई 2012

आखिर में चीन ने दिखा दी अपनी ओकात,ब्रह्मपुत्र नदी का बहाव रोक, सूखा दिया नदी को......


आखिर चीन ने दिखा ही दी अपनी ओकात,पिछले 5 सालो से चीन ब्रह्मपुत्र नदी पर कई बांधो का निर्माण कर रहा था,और अब उसने ब्रह्म पुत्र नदी का बहाव भी मोड़ कर अपने सूखे  इलाको तरफ कर दिया , पूर्वोत्तर राज्यों में यमुना कही जाने वाली ब्रह्मपुत्र नदी का जलस्तर इस साल अरुणाचल प्रदेश के कई जिलो में इतना कम हो गया  मानो नदी सूख गयी हो, 
वहा के बुजुर्ग निवासियों का कहना हे की उनके जीवन काल में कभी नदी इस तरह से नही सूखी,पुरे अरुणा चल प्रदेश में इसको लेकर सवाल खड़े हो रहे हे,और उधर चीन ने इस बात का खंडन किया हें की उसने नदी का रुख मोड़ दिया हें,या उसके बनाये बांधो से भारत में नदी का जलस्तर कम हुआ हें, चीन के विदेश विभाग के प्रवक्ता का कहना हे की उन्होंने कोई नई पन बिजली परियोजना नही बनायी हें ब्रह्मपुत्र नदी के उपरी भाग में,उनके अनुसार ये ग्लोबल वार्मिंग का असर हे,
पर अरुणा चल प्रदेश के वासियों  का कहना हे की जिस नदी में पुरे साल पानी बहता हो,वो एकाएक सूख जाये ये आश्चर्य की बात हे,वेसे इस मामले को भारत सरकार को गंभीरता से लेना होगा इस तरह की हरकत कर के चीन भारत के उपजाऊ इलाको में सूखे के हालात पैदा कर सकता हें,तो कभी भी  इलाको में बाढ़ भी ला सकता हें,..................

4 मई 2012

नाटो सेनिको के लिए खरीदे गये हथियार और सामान,पाक के पेशावर में रोड पर बिक रहे हें ...

पाकिस्तान के बाजारों में तालिबान से लड़ने के लिए उत्तर अटलांटिक संधि संगठन ( नाटो ) के सेनिको के लिए खरीदे गये सेन्य  साजो सामान पाकिस्तान के पेशावर में रोड पर दुकाने  लगा कर बेचे जा रहे हें,


 
चुराए गये या लूटे गये कई तरह के चाक़ू बुलेट प्रूफ जेकेट रौशनी के लिए इस्तेमाल होने वाले उपकरण छोटी 9 ऍम ऍम पिस्टले , और प्राथमिक  चिकित्सा के किट,ये सब नाम मात्र की कीमत में पेशावर के कारखाना बाज़ार में बिक रहे हें, और इन सामानों को पाकिस्तानी ही नही विदेशी भी खरीद रहे हें,क्यों की इनकी कीमत बहुत  ही कम हे,लोगो का कहना हे की ये सब सामान नाटो सेना को, अफगानिस्तान में सप्लाई करने वाले पाक ट्रको से लुटा गया हें,और ये सब पाकिस्तानी सेनिको की उपस्थिति में बिक रहा हें,लूटे गये इन सामानों को  गेर कानूनी ढंग से खरीदा गया, और अब इन्हे इस तरह सडको पर खुलेआम बेचा जा रहा हें .............

जिनके नाम से ब्रिटिश अंग्रेज अफसरों की पतलून गीली हो जाती थी,..........


'पेड़ चौक इलाहाबाद के अभी गवाही देते हैं,
खूनी दरवाजे दिल्ली के घूंट लहू के पीते हैं।।'\
खुसरो बाग़, इलाहबाद में जहाँ चंद्रशेखर आजाद ने अपने खून से इंकलाब लिख दिया था। वो एक ऐसे वीर सेनानी थे, जिससे अंग्रेजी हुकूमत भी कांपती थी। जिनके नाम से ब्रिटिश अंग्रेज अफसरों की पतलून गीली हो जाती थी, खुसरो बाग़ चौक स्थित नीम के पेड़ पर सैकड़ों लोगों को फांसी पर लटकाया गया था, जो आज भी आजादी की गवाही दे रहा है।
इतिहासकारों और स्वतंत्रता सेनानियों के अनुसार 1857 की क्रांति की चिंगारी 12 मई को इलाहाबाद और आसपास के क्षेत्रों में पहुंच गई थी। क्रांति की चिंगारी को हवा, प्रयाग के पंडों ने दी। जनता ने अपना नेतृत्वकर्ता मौलाना लियाकत अली को माना। उन्होंने एतिहासिक खुशरोबाग को आजाद इलाहाबाद का मुख्यालय बनाया।
इसकी सूचना मिलते ही अंग्रेजी हुकूमत हिल गई। अंग्रेजी हुकूमत ने क्रांतिकारियों को घेरने की रणनीति बनानी शुरू कर दी। इसी बीच क्रांति का असली सूत्रपात छह जून 1857 को हुआ। तब कई अंग्रेज अफसर इलाहाबाद आ धमके। उन्होंने चौक स्थित नीम के पेड़ पर आठ सौ निरीह लोगों को फांसी पर लटका दिया। सात जून को कोतवाली पर हरा झंडा फहराया गया और 11 जून को कर्नल नील को यहां से रवाना किया गया।
 इसके बाद 13 जून को झूंसी और 17 को खुशरोबाग में अंग्रेजों ने पुन: कब्जा कर लिया। इविवि के प्रो. योगेश्वर तिवारी बताते हैं कि वो दौर ही कुछ और था, अंग्रेजों ने बड़ी बेरहमी से लोगों को मारा था। वहा इतनी लाशें गिरीं थीं कि धरती खून से लाल हो गई। दिल दहलाने वाले मंजर के बीच उन लाशों को बैलगाड़ी में लादकर नदी में फेंकवा दिया गया था। आज भी ये बाग़ आजदी के दीवानों की यादो को ढो रहा हें,रहा हें,........

3 मई 2012

भारत की एक नई विकिरण रोधी मिसाइल [एआरएम] की तेयारी...... दुश्मन के राडार को उसके ही ठिकाने पर करेगी तबाह...

भारत अग्नि-5 मिसाइल के सफल प्रक्षेपण के बाद देश अपनी मारक क्षमता को और ज्यादा धारदार बनाने की कोशिश में जुट गया है। अब देश विकिरण रोधी मिसाइल [एआरएम] बना रहा है। अति विकसित क्षमता वाला यह मिसाइल दुश्मनों के रडार सहित उसकी पूरी उन्नत चेतावनी प्रणाली को नष्ट करने में सक्षम होगा। रक्षा अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशाला [डीआरडीएल] इस मिसाइल को तैयार करने के काम में जोर-शोर से जुटा हुआ है। डीआरडीएल को मिसाइल अनुसंधान में विशेषज्ञता प्राप्त है। वर्तमान में अमेरिका जैसी कुछ बड़ी ताकतों के पास ही एआरएम मिसाइलें हैं।

इस मिसाइल के तैयार हो जाने के बाद देश की आक्रमण क्षमता में कई गुना बढ़ोतरी हो जाएगी। इन एआरएम मिसाइलों को सुखोई लड़ाकू विमान एसयू-30 एमकेआई पर लगाया जा सकेगा । भारत को 140 सुखोई विमान रूस से मिल चुके हैं और आने वाले समय में सौ के करीब विमान और मिलने की उम्मीद है। एआरएम मिसाइल किसी रडार के इलेक्ट्रो मैग्नेटिक विकिरण तरंगों के जरिए उसकी स्थिति का पता लगा सकती है और उसे नष्ट कर सकती हैं। यह मिसाइल रडार की तरंगों की पहुंच से दूर होंगी।
विकिरण रोधी मिसाइल [एआरएम] का प्रयोग अमेरिकी वायुसेना में प्रयोग किया जा रहा है। अमेरिकी वायु सेना ने सबसे पहले इसका प्रयोग एफ-4जी वाइल्ड वीसल विमान पर किया। बाद में एफ-16 लड़ाकू विमानों को भी इससे लैस किया गया। यानि भारत एक बार फिर धमाका करने की तेयारी में हें...........

2 मई 2012

असम में जीवन धारा ही बनी मौत की धारा......160 को बहा कर ले गयी अपने साथ.....

 असम की जीवनधारा बोली जाने वाली ब्रहृमपुत्र नदी सोमवार को 120 लोगों को अपनी धारा में ले गयी, प्रधानमंत्री ने इस हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है।असम के धुबड़ी जिले में छोटे आकार का जहाज ब्रह्मपुत्र नदी में डूब जाने की घटना में 120 लोग मारे गए हैं जबकि सौ से ज्यादा लापता हैं। राहत और बचाव में लगे दलों ने जो शव निकाले हैं उनमें से ज्यादातर महिलाओं और बच्चों के हैं। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। नौका पर करीब तीन सौ लोग सवार थे। इनमें से 50 लोग तैरकर बच निकलने में कामयाब रहे। सेना के जवान शवों को तलाश करने में जुटे हैं। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने असम में नौका हादसे में मारे गए हर व्यक्ति के परिजन के लिए दो लाख रुपए की अनुग्रह राशि का एलान किया है। हादसा सोमवार को सायं चार बजे के करीब हुआ। इलाके में चली आंधी के साथ नदी में लहरें भी ऊंची उठने लगीं। परिणामस्वरूप लहरों के थपेड़े से नौका में दरार आ गई। जब तक जहाज में सवार लोग अपने बचाव में कुछ कर पाते इससे पहले ही नौका दो टुकड़ों में बंट कर डूबने लगा।
हाहाकार में कुछ लोग तैरने लगे जबकि ज्यादातर लोग ऊंची उठती लहरों में समा गए। लहरों के बीच हाथ-पांव मारते करीब चार दर्जन भाग्यशाली किनारे आने में सफल हुए। बाकी लोगों का अभी पता नहीं है। सेना, अ‌र्द्धसैनिक बलों और आपदा राहत बल के जवान बचाव के कार्य में लगे हैं।

  

मनाली में रोहतांग दर्रे में 200 लोग फसे,....निकालने के लिए बचाव अभियान शुरू ............

 मनाली में रोहताग दर्रे में कल शाम अचानक बर्फीला तूफान आने से दर्रा आर-पार कर रहे लगभग 200 लोगों की जान आफत में पड़ गई। दर्रे के दोनों ओर से आ रही गाड़ियों के पहिये सड़क में बर्फ आ जाने के चलते थम गए।
बर्फीले तूफान ने रोहताग दर्रे में अफरातफरी मचा दी। सूचना मिलते ही बचाव दल, लाहुल प्रशासन व पुलिस जवानों ने दर्रे का रुख किया। बचाव दल ने फंसे लोगों को निकालने का कार्य शुरू कर दिया । पंजाब से राधा स्वामी सत्संग के लगभग 60 लोग भी लाहुल के ठोलंग गाव जा रहे थे, वे भी रोहताग दर्रे में फंस गए।लाहुल प्रशासन, पुलिस व पीडब्ल्यूडी के सहयोग से बचाव दल लोगों को सुरक्षित कोकसर पहुंचाने में सफल रहा। शनिवार रात शुरू हुआ रेस्क्यू का कार्य रविवार सुबह तक चलता रहा। प्रशासन व अन्य विभागों के सहयोग से लोगों को ठंड से बचाने के लिए लकड़ियों का इंतजाम किया गया है।
 रोहताग दर्रे में सड़क पर बर्फ आ जाने से दर्रे के दोनों ओर वाहन फंस गए।और उसके बाद बर्फीला तूफान आने से दर्रे में अफरातफरी मच गई। धुंध के छाने से दिक्कतें और भी बढ़ गई।पंजाब से लाहुल के ठोलंग गाव जा रहे लोग बिना गर्म कपड़े के थे, जिससे उन्हें काफी परेशानी हुई। सभी लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है, कोकसर में प्रशासन द्वारा लोगों के लिए आग व चाय की व्यवस्था की गई थी।.......


81 करोड़ भारतीयों का आधार & पासपोर्ट डाटा बिक्री के लिए उपलब्ध

  अख़बार  बिजनेस स्टैंडर्ड  की रिपोर्ट के मुताबिक़, 81 करोड़ से ज़्यादा भारतीयों की निजी जानकारी डार्क वेब पर बिक्री के लिए उपलब्ध है. अख़बा...