देश ने वायुसेना के लड़ाकू विमान सुखोई-30 एमकेआइ में ब्रह्मोस क्रूज मिसाइलें लगाने की तैयारी है। अगर भारत इसमें सफल रहता है तो वह उन विशिष्ट देशों के क्लब में शामिल हो जाएगा, जिसके लड़ाकू विमान क्रूज मिसाइल से लैस हैं।रक्षा मंत्रालय ने वायुसेना के लड़ाकू विमानों के लिए सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस के एयर-लांच्ड संस्करण को खरीदने का प्रस्ताव रखा है। इसकी मारक क्षमता 290 किमी है।
सुखोई लड़ाकू विमान को ब्रह्मोस से लैस करने के लिए दिसंबर के अंत तक भारत और रूस द्वारा संयुक्त रूप से पहला परीक्षण किया जाएगा। इसके लिए नासिक स्थित हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड में सुखोई में बदलाव लाए जाएंगे। इसके बाद ब्रह्मोस द्वारा विकसित नए क्रूज मिसाइल को इसमें फिट किया जाएगा। अगर भारत इसमें सफल रहता है तो वायुसेना दुश्मनों के करीब गए बिना ही तकरीबन 300 किलोमीटर की दूरी से हमला करने में सक्षम हो जाएगा।
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