आम आदमी की कमर तोड़ने के लिए सरकार ने फिर से तेयारी कर ली हें,और साथ ही इस सरकार ने खुद के ताबूत में एक और किल ठोक ली हें,हो सकता है कि आज ही इसका एलान हो जाए.पेट्रोल के दाम में एक बार फिर बढ़ोतरी तय है. हर लीटर के लिए लोगो के जेब से कम से कम तीन रुपए काटे जाएंगे.बहुत टाइम से तेल कंपनियां घाटे का रोना रो रही हैं लेकिन,पर अगर आप इन कंपनियों की तिमाही की या सालाना बेलेंस शीट देखेंगे तो पता चलेगा,की घाटे का रोना रो रही इन कंपनियों ने मार्च 2010-11 का कुल फायदा 25000 /- हजार करोड़ रूपये से भी ज्यादा था,और शेयर मार्केट में इनके शेयर देखो तो हमेशा टॉप पर ही नजर आयेंगे, पर इतने वक़्त तो इन पर इनके माई बाप सरकार का दबाव था,क्यों की सरकार को कभी राज्यों के चुनावों की चिंता सता रही थी, तो कभी सहयोगियों का विरोध दबा रहा था, लेकिन,अब जब, सब निपट गया तो सरकार ने भी हाथ उठा दिए हैं,दिवालिया पाक में तो पेट्रोल 51 रूपये लीटर हे,आसपास के सारे देशो में पेट्रोल के दाम कम हें,एशिया में सिर्फ भारत में पेट्रोल डीजल सबसे ज्यादा महंगा हें,
तेल कंपनियों का कहना है कि हमें पेट्रोल के एक लीटर पर 6 रुपए 43 पैसे का नुकसान होता है.अगर बिक्री कर जोड़ दें तो घाटे से बचने के लिए कीमत 7 रुपए 72 पैसे प्रति लीटर तक बढ़ाने होंगे.पर क्या करे घाटे के बावजूद इन तेल कंपनियों को आम लोगों की भी चिंता है इसलिए फिलहाल हर लीटर पर बस 3-4 रुपए तक ही कीमत बढ़ाएंगे.में कहूँगा की इस बार विरोधी दल या कोई संगठन नही देश की सारी जनता उतरे सडको पर,और इस लुटेरी और घोटाले बाज़ सरकार को इसकी ओकात याद दिलाये.......
तेल कंपनियों का कहना है कि हमें पेट्रोल के एक लीटर पर 6 रुपए 43 पैसे का नुकसान होता है.अगर बिक्री कर जोड़ दें तो घाटे से बचने के लिए कीमत 7 रुपए 72 पैसे प्रति लीटर तक बढ़ाने होंगे.पर क्या करे घाटे के बावजूद इन तेल कंपनियों को आम लोगों की भी चिंता है इसलिए फिलहाल हर लीटर पर बस 3-4 रुपए तक ही कीमत बढ़ाएंगे.में कहूँगा की इस बार विरोधी दल या कोई संगठन नही देश की सारी जनता उतरे सडको पर,और इस लुटेरी और घोटाले बाज़ सरकार को इसकी ओकात याद दिलाये.......
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें