ओडिशा में अगवा बीजद विधायक झीना हिक्का की रिहाई में अब एक नई परेशानी खड़ी हो गयी है.विधायक की रिहाई के लिए माओवादियों विधायक की पत्नी को 10 अप्रैल को 30 कैदियों के साथ कोरापुट के एक गांव में आने को कहा है.
आंध्र ओडिशा सीमा विशेष जोनल कमेटी के माओवादियों ने मीडिया में एक पत्र भेज कर सूचित किया है जिसमें विधायक हिक्का की पत्नी कौशल्या को नक्सल प्रभावित नारायाणपतना इलाके में पहुंचने के लिए कहा गया है.
माओवादियों ने उन 23 लोगों, जिन्हें रिहा करने का ओडिशा सरकार ने निर्णय किया था,तथा सात अन्य माओवादियों समेत 30 कैदियों को भी अपने साथ लेकर वहां पर उन्हें पहुंचने के लिए कहा है.
एक वरिष्ठ माओवादी के नाम से मीडिया को संबोधित पत्र में कहा गया है कि विधायक की पत्नी के साथ नक्सलियों द्वारा नामांकित दो मध्यस्थकार बीडी शर्मा और दंडपानी मोहंती और कोरापुट के वकील निहार पटनायक भी होना चाहिए.आये दिन होने वाले इस तरह की वारदातों से साबित होता हे की केंद्र सरकार इन के सामने गुटने टेक चुकी हे,
आंध्र ओडिशा सीमा विशेष जोनल कमेटी के माओवादियों ने मीडिया में एक पत्र भेज कर सूचित किया है जिसमें विधायक हिक्का की पत्नी कौशल्या को नक्सल प्रभावित नारायाणपतना इलाके में पहुंचने के लिए कहा गया है.
माओवादियों ने उन 23 लोगों, जिन्हें रिहा करने का ओडिशा सरकार ने निर्णय किया था,तथा सात अन्य माओवादियों समेत 30 कैदियों को भी अपने साथ लेकर वहां पर उन्हें पहुंचने के लिए कहा है.
एक वरिष्ठ माओवादी के नाम से मीडिया को संबोधित पत्र में कहा गया है कि विधायक की पत्नी के साथ नक्सलियों द्वारा नामांकित दो मध्यस्थकार बीडी शर्मा और दंडपानी मोहंती और कोरापुट के वकील निहार पटनायक भी होना चाहिए.आये दिन होने वाले इस तरह की वारदातों से साबित होता हे की केंद्र सरकार इन के सामने गुटने टेक चुकी हे,
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