ससुराल वालो के दबाव में आकर लड़की के आत्महत्या करने के बारे में सुना या पढ़ा तो होगा ही लेकिन कोई लड़की मायके वालो से तंग आकर आत्महत्या करे ? गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के दफ्तर के सामने एक लड़की ने अपनी फरियाद न सुनने का आरोप लगाते हुए खुदकुशी कर ली. गांधीनगर सचिवालय की पार्किंग में 26 साल की एक लड़की ने जहर पी कर जान दे दी.
अमी कल्पेश पटेल नाम की लड़की अपने मायके वालों के रवैये से परेशान थी. अमी पटेल ने साल 2007 में प्रेम विवाह किया था, जो उसके परिवारवालों को पसंद नहीं था.परिवार वाले लगातार उस पर वापस शादी तोड़ने के लिए दबाव बना रहे थे, 3 वर्ष पहले 2009 में अमी ने मायके वालों के में तलाक भी ले लिया था, लेकिन फिर दोबारा शादी कर ली.
अमी के पति का कहना है कि उसने मायके वालों के खिलाफ उन दोनों ने पुलिस से भी शिकायत की थी,लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. 9 अप्रैल को अमी ने मुख्यमंत्री की शुरू की गई वेबसाइट स्वागत ऑनलाइन पर भी अपनी फरियाद लिखी.
करीब 10 दिन बाद भी जब कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो आखिर थक हार कर उसने सचिवालय के सामने जहर पीकर जान दे दी. खुदकुशी से ठीक पहले अमी ने मुख्यमंत्री के नाम एक चिट्ठी भी लिखी थी. इस चिट्ठी में उसने गुजारिश की है कि उसकी मौत के बाद उसके पति और बच्ची को न्याय मिले.............
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