बिहार के नालंदा जिले के किसान ने गेहूं के उत्पादन में राष्ट्रीय कीर्तिमान बनाया है.जिले के सिलाव खंड के सारिलचक गांव के किसान सुरेन्द्र प्रसाद ने एक हेक्टेयर भूमि पर 135.75 क्विंटल गेहूं का उत्पादन कर राष्ट्रीय रिकार्ड कायम किया है.पर वो विश्व कीर्तिमान बनाने से चूक गए.नालंदा के जिला कृषि पदाधिकारी सुदामा महतो ने गुरुवार को बताया कि चावल विकास निदेशालय (आरडीडी), नई दिल्ली के निदेशक एम़ सी़ दिवाकर, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी सुरेन्द्र कुमार सुधांशु, हरनौत कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक उमेश कुमार के सामने सुरेन्द्र प्रसाद के खेत में लगे गेहूं की कटाई की गई. इसके बाद इसकी घोषणा की गई.
उन्होंने बताया कि प्रसाद ने एक हेक्टेयर भूमि से 135.75 क्विंटल गेहूं का उत्पादन हासिल किया है. इससे पहले, यह कीर्तिमान अररिया के एक किसान ने बनाया था. उसने प्रति हेक्टेयर 100 क्विंटल गेहूं का उत्पदान किया था. उन्होंने बताया कि आरडीडी के मुताबिक न्यूजीलैंड के साउथलैंड गांव के किसान माइक सोलारी ने पिछले वर्ष विश्व कीर्तिमान कायम किया था. उसने एक हेक्टेयर में 156. 37 क्विंटल गेहूं का उत्पादन किया था.उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री के गृह जिला नालंदा के देशपुरवा के किसानों ने जैविक तरीके से की गई खेती के माध्यम से प्रति हेक्टेयर 729 क्विंटल आलू की उत्पादकता प्राप्त की है.वैज्ञानिकों का कहना है कि उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक इतना उत्पादन कहीं भी रिकार्ड नहीं किया गया है. खेत से आलू उखाड़ने के लिए केन्द्रीय कृषि मंत्रालय के वरिष्ठ तकनीक पदाधिकारियों का एक दल भी यहां पहुंचा था.
फसल जांच सांख्यिकी विभाग द्वारा निर्धारित मापदंड के अनुसार १०.05 मीटर क्षेत्रफल से निकाले गए आलू का वजन 364.5 किलोग्राम का पाया गया है जो विश्व कीर्तिमान है.
इस उपलब्धि के बाद बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नालंदा के किसानों को आलू उत्पादन में रिकार्ड बनाने के लिए बधाई दी थी.
नालंदा प्रगतिशील किसान संघ के राजेन्द्र प्रसाद कहते हैं कि नालंदा के किसानों में कृषि के प्रति जागरूकता उत्पन्न हुई है. वह कहते हैं कि कल तक जो लोग पलायन करते थे वह अब घर लौटकर खेती कर रहे हैं.......एक बार फिर
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