मशहुर धर्मस्थलो पे आने वाले जायरीनो या भक्तो के साथ वहाँ मंडराते मुल्ले मोलवी और पण्डे पुजारियों द्वारा आये दिन मारपीट की जाती हें,या गाली गलोज की जाती हें,और ऐसी हरकतों के लिए मुस्लिमो में अजमेर दरगाह और हिन्दुओ में पुष्कर मशहुर हें,और ये सब इसलिए की वो उनके कहे अनुसार चढावा नही चढाते हें, पिछले दिनों मेरी आँखों के सामने दरगाह जियारत के लिए मुंबई से आए जायरीन परिवार के साथ खादिम( एक तरह से मुस्लिम पंडित ) युवकों ने मारपीट की। विवाद जायरीन युवती पर आपत्तिजनक कमेंट्स को लेकर हुआ था। मुंबई निवासी जफर पुत्र अब्दुल ने शिकायत दर्ज कराई है कि बुधवार को वह परिवार के साथ दरगाह जियारत के लिए आया था।
दरगाह गेट के निकट फूल, प्रसाद की दुकान पर सामान खरीद रहा था, तभी वहां खड़े युवकों ने परिजन महिला पर आपत्तिजनक फब्तियां कसी थीं। दरगाह में ऐसी हरकते करने में इन्हे जरा भी शर्म नही आई होगी क्यों की ये इनके रोज का काम हें,विरोध करने पर खादिम युवकों ने मारपीट शुरू कर दी। मारपीट में जफर कादर, पंद्रह वर्षीय आफरीन, सिकंदर और नूरजहां के चोटें आई। अजमेर दरगाह में ऐसी हरकते रोज होती हें, धार्मिक स्थलों पर ऐसी हरकते होना हमारी संकुचित मानसिकता को जाहिर करता हें,और इस पर दरगाह कमेटी और प्रशासन का कोई कारवाही न करना उन लोगो के होसले और बुलंद ही करता हें, ऐसी हरकतों पर तुरंत रोक लगाने के लिए दोनों को कारवाही करनी चाहिए,,,,,,,,,,,
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