पिछले कुछ दिनों से तेल की सबसे ज्यादा खपत वाले देश अमेरिका और चीन में आर्थिक नरमी के संकेत मिलने के साथ-साथ इस माह की शुरुआत से अभी तक तेल की कीमतों में 11 % की कमी आ चुकी हें, महीने की शुरुआत में तेल की कीमत 106 डालर बेरल थी जो अब 95 डॉलर प्रति बेरल हो गयी हें ।अब ये तेल कंपनिया और सोनिया के पालतू तेल मंत्री कहाँ पर हें ?
अब बाजार में पेट्रोल और डीजल की कीमते घटाने की इन्हे याद नही आ रही ? अब क्यों नही पेट्रोल-डीजल की कीमते घटा रहे,अब क्यों इन सबको सांप सूंघ गया हे ?
और थोड़े दिन में अगर दाम फिर बढ़ गये तो इन्हे तुरंत याद आ जायेगा की पेट्रोल-डीजल के दाम बढाने हें । दोगली कांग्रेस की नीतियों से लेकर इसके मंत्री और नेता सब दोगले हें, सारे सोनिया के तलुवे चाटने में लगे हें ।
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