आखिर चीन ने दिखा ही दी अपनी ओकात,पिछले 5 सालो से चीन ब्रह्मपुत्र नदी पर कई बांधो का निर्माण कर रहा था,और अब उसने ब्रह्म पुत्र नदी का बहाव भी मोड़ कर अपने सूखे इलाको तरफ कर दिया , पूर्वोत्तर राज्यों में यमुना कही जाने वाली ब्रह्मपुत्र नदी का जलस्तर इस साल अरुणाचल प्रदेश के कई जिलो में इतना कम हो गया मानो नदी सूख गयी हो,
वहा के बुजुर्ग निवासियों का कहना हे की उनके जीवन काल में कभी नदी इस तरह से नही सूखी,पुरे अरुणा चल प्रदेश में इसको लेकर सवाल खड़े हो रहे हे,और उधर चीन ने इस बात का खंडन किया हें की उसने नदी का रुख मोड़ दिया हें,या उसके बनाये बांधो से भारत में नदी का जलस्तर कम हुआ हें, चीन के विदेश विभाग के प्रवक्ता का कहना हे की उन्होंने कोई नई पन बिजली परियोजना नही बनायी हें ब्रह्मपुत्र नदी के उपरी भाग में,उनके अनुसार ये ग्लोबल वार्मिंग का असर हे,
पर अरुणा चल प्रदेश के वासियों का कहना हे की जिस नदी में पुरे साल पानी बहता हो,वो एकाएक सूख जाये ये आश्चर्य की बात हे,वेसे इस मामले को भारत सरकार को गंभीरता से लेना होगा इस तरह की हरकत कर के चीन भारत के उपजाऊ इलाको में सूखे के हालात पैदा कर सकता हें,तो कभी भी इलाको में बाढ़ भी ला सकता हें,..................
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