भारतीय सरकारी संस्थानों की वेबसाइट कितनी सुरक्षित हें ये ये गुरुवार को साबित हो गया । भारतीय रिजर्व बैंक [आरबीआइ] ने शुक्रवार को कहा कि गुरुवार को उसकी वेबसाइट को हैक करने की कोशिश की गई थी। इसके कारण करीब पूरे दिन लोग उसकी वेबसाइट तक पहुंच बनाने में नाकाम रहे।
आरबीआइ के अनुसार यह एक डीएनएस [डोमेन नेम सिस्टम] हमला था, जिसमें हैकर ने कई बार वेबसाइट में सेंध लगाने की कोशिश की थी, व डाटा भेजने की गति (बैंडविड्थ) को जाम कर दिया था। हैकर की ओर से बार-बार आग्रह प्राप्त होने के कारण जो लोग वास्तव में आरबीआइ की वेबसाइट [डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट आरबीआइ डॉट ओआरजी डॉट इन] का उपयोग करना चाहते थे वे इससे वंचित रहे। बाद में पता चलने पर कम्प्यूटर एक्सपर्ट ने उस आइपी एड्रेस का पता लगाकर उसे रोक दिया। उसके बाद से वेबसाइट पहले की तरह काम करने लगी।
आरबीआइ के अनुसार हैकर कोई भी सूचना चुराने या नष्ट करने में नाकाम रहा। गुरुवार को जिस समय हैकिंग की कोशिश की गई उस समय आरबीआइ के गवर्नर डी सुब्बाराव और सभी डिप्टी गवर्नर आरबीआइ बोर्ड की बैठक में भाग लेने मसूरी में थे। हैकिंग की यह कोशिश कब और कहां से की गई थी इसका अभी तक पता नही लगा हें, पर शायद ये चीनी हेकरो का काम हें ।
आरबीआइ के अनुसार हैकर कोई भी सूचना चुराने या नष्ट करने में नाकाम रहा। गुरुवार को जिस समय हैकिंग की कोशिश की गई उस समय आरबीआइ के गवर्नर डी सुब्बाराव और सभी डिप्टी गवर्नर आरबीआइ बोर्ड की बैठक में भाग लेने मसूरी में थे। हैकिंग की यह कोशिश कब और कहां से की गई थी इसका अभी तक पता नही लगा हें, पर शायद ये चीनी हेकरो का काम हें ।
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