अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी ने कल कोलकत्ता में ये कह कर सनसनी फेला दी, की लश्कर के संस्थापक हाफिज सय्यद पर 51 करोड़ रूपये का इनाम अमेरिका ने उनके कहने पर ही रखा था । और वह मुंबई हमलो का दोषी हें, और पकिस्तान को उसे भारत को सोंप देना चाहिए ताकि उसे सजा दी जा सके । लेकिन इस से पहले पाकिस्तान में अमेरिकी राजदूत विंटर ने कहा था की हाफिज पर कोई इनाम अमेरिका ने नही रखा हे । ये दोनों ही उच्च पदों पर आसीन हें,और इन दोनों में एक झूठ क्यों बोल रहा हें ? अमेरिकी विदेश मंत्री के और राजदूत के बयानों से अमेरिका की दोगली नीति यहा पर साबित हो रही हें। हिलेरी की भारत यात्रा का मुख्य उद्देश्य ईरान से भारत द्वारा होने वाले कच्चे तेल के आयात पर रोक लगाना हें, और ये उन्होंने कल अपने बयानों में भी कहा उनके अनुसार अमेरिकी सरकार चाहती हें की भारत ईरान से तेल मंगाना बंद कर दे ।
और ये सब अमेरिका अपनी आने वाले वक्त की तेल जरुरतो के इंतजाम में कर रहा हें, अमेरिका की नीति हमेशा से ही अपने फायदे की सोचने की रही हें, हिलेरी का कहना हे की इसके कारण भारत अमेरिकी संबंधो पर असर पड़ सकता हें, ये एक तरह से भारत पर दबाव बनाने की कोशिश हें। लेकिन भारत सरकार को चाहिए की वह अमेरिका को सीधे कह दे की ये संभव नही हें ,क्यों की भारत अपनी तेल जरूरतों का 12 % ईरान से आयात करता हें,और फिर ईरान के रास्ते ही भारत अफगानिस्तान की मदद करता हें,क्यों की पाक भारत को अपने यहा से होकर अफगान नही जाने देता । सरकार को इस मुद्दे पर सोच समझ कर फेसला लेना होगा ।
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