3 मई 2012

भारत की एक नई विकिरण रोधी मिसाइल [एआरएम] की तेयारी...... दुश्मन के राडार को उसके ही ठिकाने पर करेगी तबाह...

भारत अग्नि-5 मिसाइल के सफल प्रक्षेपण के बाद देश अपनी मारक क्षमता को और ज्यादा धारदार बनाने की कोशिश में जुट गया है। अब देश विकिरण रोधी मिसाइल [एआरएम] बना रहा है। अति विकसित क्षमता वाला यह मिसाइल दुश्मनों के रडार सहित उसकी पूरी उन्नत चेतावनी प्रणाली को नष्ट करने में सक्षम होगा। रक्षा अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशाला [डीआरडीएल] इस मिसाइल को तैयार करने के काम में जोर-शोर से जुटा हुआ है। डीआरडीएल को मिसाइल अनुसंधान में विशेषज्ञता प्राप्त है। वर्तमान में अमेरिका जैसी कुछ बड़ी ताकतों के पास ही एआरएम मिसाइलें हैं।

इस मिसाइल के तैयार हो जाने के बाद देश की आक्रमण क्षमता में कई गुना बढ़ोतरी हो जाएगी। इन एआरएम मिसाइलों को सुखोई लड़ाकू विमान एसयू-30 एमकेआई पर लगाया जा सकेगा । भारत को 140 सुखोई विमान रूस से मिल चुके हैं और आने वाले समय में सौ के करीब विमान और मिलने की उम्मीद है। एआरएम मिसाइल किसी रडार के इलेक्ट्रो मैग्नेटिक विकिरण तरंगों के जरिए उसकी स्थिति का पता लगा सकती है और उसे नष्ट कर सकती हैं। यह मिसाइल रडार की तरंगों की पहुंच से दूर होंगी।
विकिरण रोधी मिसाइल [एआरएम] का प्रयोग अमेरिकी वायुसेना में प्रयोग किया जा रहा है। अमेरिकी वायु सेना ने सबसे पहले इसका प्रयोग एफ-4जी वाइल्ड वीसल विमान पर किया। बाद में एफ-16 लड़ाकू विमानों को भी इससे लैस किया गया। यानि भारत एक बार फिर धमाका करने की तेयारी में हें...........

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