31 मई 2012

भारत द्वारा जलीस को छोड़ने के बाद, सरबजीत की रिहाई की उम्मीद बढ़ी ........

आखिर भारत की सुप्रीम कोर्ट के डा. जलीस अंसारी को भारत से रिहा करने के बाद, पाकिस्तान की जेल में बंद सरबजीत की रिहाई की उम्मीद बढ़ गई है। दोनों देशों के गृह सचिव स्तर की बातचीत में इस्लामाबाद ने इस संबंध में जल्द ही सकारात्मक कदम उठाने के संकेत दिए हैं। भारत दौरे पर आए पाकिस्तानी पत्रकारों ने भी सरबजीत को रिहा करने का समर्थन किया है।
गौरतलब है कि लाहौर और मुल्तान में 1990 में श्रृंखलाबद्ध विस्फोटों में सरबजीत सिंह को फांसी सजा सुनाई गई है। हालांकि बाद में पाक सरकार ने सजा पर रोक लगा दी थी।
डा. जलीस को पाकिस्तानी राष्ट्रपति जरदारी की सिफारिश और डा. जलीस की उम्र देखते हुए,मानवीय आधार पर कुछ हफ्ते पहले रिहा किया गया था | उनकी रिहाई के बाद भारत को उम्मीद थी की पाक भी सरबजीत की रिहाई करेगा |
 इसलिए माना जा रहा है कि पाक सरकार सरबजीत को माफी देकर रिहा कर सकती है। ध्यान रहे कि बातचीत से पहले सरबजीत की बहन दलबीर कौर ने गृहमंत्री पी. चिदंबरम से मिलकर अपने भाई की रिहाई का मुद्दा उठाने का आग्रह किया था। वेसे पाक कोर्ट में ये साबित हो चुका हें की वो बेगुनाह हें और उसके खिलाफ गवाही देने वालो ने भी कह दिया हें की उन लोगो ने पुलिस के दबाव में आकर झूठे ब्यान दिए थे | 


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