21 मई 2012

केंद्र सरकार के दबाव में गूगल ने '' ब्लोगर '' पर सिकंजा कसने की तेयारी की

 लीजिये इस डरपोक कांग्रेस सरकार की फटी तो इसने भारत के यूथ जनरेशन और अन्य बुध्जिवियो तक सुचना पहुचाने के साधन ब्लोगेर और सोशल मिडिया पर प्रतिबंध लगाने की तेयारी कर ली । इसके असर से इंटरनेट क्षेत्र की प्रमुख कंपनी गूगल ने अपने ''ब्लागर'' प्लेटफार्म पर विभिन्न देशों के नियमों के अनुसार सामग्री उपलब्ध कराने की योजना बनाई है। कुछ दिन पहले माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने भी इसी तरह का कदम उठाया था।
इंटरनेट को नियमन में बांधने के लिए भारत सहित विभिन्न देशो द्वारा कदम उठाए जाने को लेकर चल रही बहस के बीच गूगल भी ऑनलाइन कंटेंट पर कुछ 'रोक' लगाने जा रही है।
कंपनी ने कहा है कि वह विभिन्न देशो के हिसाब से अलग-अलग सामग्री पर प्रतिबंध लगा सकेगी। इसका मतलब यह है कि यदि कोई ब्लॉग आस्ट्रेलियाई कानून का उल्लंघन करता है तो गूगल उसे आस्ट्रेलिया में ब्लाक कर सकती है, जबकि बाकी देशो में वह चालू रह सकता है। गूगल ने कहा कि वह आगामी सप्ताहों में अपने ब्लॉगर प्लेटफार्म पर देश विशेष वाला यूनिफार्म रिसोर्स लोकेटर [यूआरएल] लगाने जा रही है।

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