16 जून 2012

अब हर भारतीय की जानकारी बस एक किलक में मिलेगी, चिदम्बरम की नई योजना ...........

कितना कमीशन निकल जायेगा 1100 करोड़ ?मे से
शायद यही सोच रहे हें ये।... 
आतंकवादियों से संबंधित जानकारी सुरक्षा एजेंसियों को तत्काल मुहैया कराने के लिए बनने वाले नेटग्रिड के उपकरण खरीदने पर 1100 करोड़ रुपये खर्च होंगे । पिछले दिनों इस पर हुयी सुरक्षा संबंधित मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक इस का फेसला लिया गया,और सुरक्षा संबंधित मंत्रिमंडलीय समिति ने आखिर इसे हरी झंडी दे दी। मुंबई हमले के बाद गृहमंत्री पी. चिदंबरम ने नेटग्रिड बनाने का प्रस्ताव किया था और 2010 में मंत्रिमंडल ने इस पर अपनी मुहर लगा दी थी । पर ये मामला अब जाकर सुलझा,क्यों की शायद 1100 करोड़ में अपने कमीशन को लेकर इनमे आपसी मतभेद थे ।
पी. चिदंबरम का कहना  हें कि नेटग्रिड बनने के बाद रेलवे एवं हवाई टिकट से लेकर इनकम टैक्स, बैंक एकाउंट, क्रेडिट कार्ड, वीजा जैसे 21 श्रेणियों से संबंधित तमाम जानकारी कंप्यूटर पर उपलब्ध होगी । अब इसके पीछे इनका क्या मकसद हें ये तो पता नही ?
इनके अनुसार खुफिया ब्यूरो और राष्ट्रीय जांच एजेंसी समेत कुल 11 एजेंसियों को नेटग्रिड पर मौजूद डाटा के उपयोग का अधिकार होगा। इन एजेंसियों के अधिकारी अपने कंप्यूटर के एक क्लिक के सहारे किसी भी व्यक्ति से जुड़ी कोई भी जानकारी ले सकते हैं। एजेंसियों का मानना है कि नेटग्रिड होने की स्थिति में मुंबई हमले के बाद लश्कर-ए-तैयबा आतंकी डेविड कोलमैन हेडली बार-बार भारत आकर रेकी नहीं कर पाता। अब अपनी गलती पर  पर्दा डालने के लिए कुछ तो करना पड़ेगा ना, 

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